शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर : 28 अक्टूबर 2019
वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को विशेष रूप से शुभ फलदायी ग्रह के रूप में जाना जाता है। इस ग्रह का सकारात्मक प्रभाव जीवन में भोग और विलासिता का कारण बनता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार शुक्र ग्रह सभी बारह राशियों में से वृषभ और तुला का स्वामी ग्रह है। किसी व्यक्ति की कुंडली पर पड़ने वाले शुक्र के सकारात्मक प्रभाव के तहत सामाजिक मान सामान में वृद्धि, क्रिएटिव गुणों में वृद्धि, भाषा और शैली में अद्भुत परिवर्तन और भौतिक सुख सुविधाओं में वृद्धि देखी जा सकती है। इसके साथ ही वैवाहिक और प्रेम जीवन के लिए भी शुक्र का शुभ प्रभाव फलदायी साबित होता है। दूसरी तरफ कुंडली पर पड़ने वाले शुक्र के हानिकारक प्रभाव से जीवन में विभिन्न कठिनाईओं का सामना करना पड़ सकता है। जैसे की भौतिक सुखों में कमी, प्रेम जीवन में परेशानी, वैवाहिक जीवन में तनाव, सुख समृद्धि में बाधा आदि। शुक्र के हानिकारक प्रभाव से जीवन में विभिन्न सुखों में कमी आ सकती है। साल 2019 में शुक्र का वृश्चिक राशि में होने वाले गोचर का प्रभाव सभी राशि के जातकों पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों रूपों से पड़ सकता है।
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शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर का समय
शुक्र ग्रह 28 अक्टूबर 2019, सोमवार को प्रातः 08:12 बजे वृश्चिक राशि में गोचर करेगा और 21 नवंबर 2019, बृहस्पतिवार को दोपहर 12:04 बजे तक इसी राशि में स्थित रहेगा। शुक्र के वृश्चिक राशि में होने वाले इस गोचर का असर सभी राशियों पर देखने को मिलेगा। आईये जानते हैं शुक्र के इस गोचर का ज्योतिषीय प्रभाव विभिन्न राशि के जातकों पर किस प्रकार से पड़ने वाला है।
शुक्र के शुभ प्रभाव प्राप्त करने के लिए धारण करें: जरकन रत्न
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मेष राशि
इस गोचर के दौरान शुक्र का प्रवेश आपकी राशि के आठवें भाव में होगा। बहरहाल इस गोचर के दौरान विपरीत लिंग के लोगों के साथ आपकी मित्रता में प्रगाढ़ता आएगी। नए लोगों के साथ होने वाली इस मित्रता को आप बखूबी आनंद उठा पाएंगे। इस दौरान भोग विलासिता की चीजों में आपकी रुचि बढ़ेगी और आप भौतिक सुख से जुड़ी चीजों को खरीदने पर ज्यादा धन खर्च कर सकते हैं। इस गोचरीय अवधि में आप विशेष रूप से लाह से बनी चीजों को खरीदना ज्यादा पसंद करेंगे। आर्थिक आधारों पर देखें तो इस गोचरकाल में आपको किसी अनजान स्रोत से धन की प्राप्ति हो सकती है। जीवन में मिलने वाले इस अप्रत्याशित लाभ से आपकी आर्थिक स्थिति में इज़ाफा होगा और आप जीवन के सभी सुखों का आनंद उठा पाएंगे। कार्य स्थल पर आपके काम की प्रशंसा होगी और आप अपनी एक ख़ास पहचान बनाने में कामयाब हो पाएंगे। यदि आप बिज़नेस के क्षेत्र में अपनी किस्मत आज़माना चाहते हैं तो, आपके लिए गोचर की ये अवधि विशेष फलदायी साबित हो सकती है। अपनी सूझ-बूझ से इस समय आप नए बिज़नेस की शुरुआत कर सकते हैं। यदि आप शादीशुदा हैं तो, इस गोचरकाल के दौरान जीवनसाथी के कुछ रिश्तेदार आपके घर आ सकते हैं। वैवाहिक जीवन में सुख शांति बरक़रार रखने के लिए उनका आदर-सत्कार करें और उनके साथ कुछ वक़्त अवश्य बिताए। पारिवारिक जीवन की बात करें तो, इस गोचरकाल में परिवार में सुख शांति का वातावरण रहेगा। सदस्यों के साथ मिलकर आप नया वाहन ख़रीद सकते हैं, जो माता पिता की ख़ुशी का विशेष कारण बनेगा। इसके अलावा इस दौरान आप नया घर भी ख़रीद सकते हैं। हालाँकि किसी भी चीज के ऊपर खर्च करने से पहले एक बार उस चीज की अहमियत का नाप तौल ज़रुर कर लें। बहरहाल मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र का ये गोचर सामान्य फलदायी साबित होगा।
उपाय: विशेष लाभ प्राप्ति के लिए सफेद चंदन का दान करें।
वृषभ राशि
आपकी राशि से शुक्र सातवें भाव में विराजमान होंगें। शुक्र के इस गोचरकाल में विपरीत लिंग के लोगों के साथ आपका मतभेद हो सकता है। यदि आप विवाहित हैं तो जीवनसाथी के साथ भी वाद विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। हालाँकि वैवाहिक जीवन में आने वाली बाधाओं को आप आपसी विचार विमर्श से बाद में सुलझाने में कामयाब रहेंगे, लेकिन एक मजबूत रिश्ते के लिए संभवतः मतभेद की स्थिति से बचने का ही प्रयास करें। इस दौरान काम वासना में आपकी ज्यादा रुचि होगी लेकिन कोई भी कदम उठाने से पहले भविष्य में उसके परिणाम के बारे में सोच विचार ज़रूर कर लें। स्वास्थ्य के लिहाज से देखें तो, इस अवधि में आप अपनी सेहत को लेकर ख़ासा सजग रहेंगे। नियमित व्यायाम और सेहतमंद पौष्टिक भोजन को अपना कर आप एक स्वस्थ्य जीवन की तरफ एक कदम बढ़ा सकते हैं। यदि आपकी नई-नई शादी हुई है तो, आपके लिए वैवाहिक दृष्टि से ये समय बेहद रोमांटिक अंदाज़ में व्यतीत होगा। जीवनसाथी के साथ शादी के शुरूआती दिनों का आप भरपूर आनंद उठा पाएंगे। जहाँ तक प्रेम जीवन की बात है तो, यहाँ आपको कुछ कठिनाईओं का सामना करना पड़ सकता है। वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर मिला जुला परिणाम देने वाला साबित हो सकता है।
उपाय: श्री सूक्त मंत्र का जाप कर आप शुक्र ग्रह के हानिकारक प्रभाव से बच सकते हैं।
मिथुन राशि
शुक्र के वृश्चिक राशि में गोचर के दौरान ये आपकी राशि से छठे भाव में स्थित होंगें। इस गोचरीय अवधि के दौरान आपको कुछ स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। यदि इस दौरान आपने सेहत पर ध्यान नहीं दिया तो आगे जाकर ये आपके लिए और भी बड़ी मुसीबत पैदा कर सकता है। बहरहाल भविष्य में किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी परेशानी से बचने के लिए बेहतर होगा की आप अभी से परहेज करें। कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए, इस गोचरकाल के दौरान आपको विशेष रूप से किसी भी प्रकार के वाद विवाद या मतभेद की स्थिति से दूर रहने की सलाह दी जाती है। ऑफ़िस की राजनीति का हिस्सा बनना आपके लिए इस समय हानिकारक साबित हो सकता है। इसके साथ ही सामाजिक मान मर्यादा बनाए रखने के लिए किसी भी प्रकार के अनैतिक कार्यों में लिप्त ना हों। गोचर की इस अवधि के दौरान आपके शत्रु प्रबल होंगें और आप पर हावी होने का प्रयास करेंगे। लिहाजा किसी को भी ऐसा कोई मौका ना दें जिसे वो आपके खिलाफ इस्तेमाल कर सकें। आर्थिक आधारों पर देखें तो इस गोचर के दौरान आपके ख़र्चों में इज़ाफा होगा लेकिन बिना सोचे समझें फ़ालतू चीजों पर पैसे खर्च करना आपके लिए नुक़सानदेह साबित हो सकता है। बहरहाल देखा जाए तो, मिथुन राशि के जातकों के लिए गोचर की ये स्थिति मध्यम फलदायी साबित हो सकता है।
उपाय: विशेष लाभ के लिए दुर्गा महारानी की सफेद पुष्प से आराधना करें।
कर्क राशि
इस गोचर के दौरान शुक्र आपकी राशि से पांचवें भाव में विराजमान होंगें। शुक्र का ये गोचर आपके जीवन में विशेष ख़ुशियों की सौगातें लेकर आ सकता है। पारिवारिक स्तर पर देखें तो, इस गोचरकाल में आप परिवार के सदस्यों के साथ खुशनुमा पल व्यतीत कर पाएंगे। इसके साथ ही बच्चों और रिश्तेदारों के साथ भी काफी समय के बाद आप आनंदमयी पल गुजार पाएंगे। एक लंबे समय के बाद परिवार के साथ सुकून भरे पल व्यतीत कर आप अंदरूनी ख़ुशी की अनुभूति करेंगे। जहाँ तक प्रेम जीवन की बात है तो, आपके लिए गोचर की ये अवधि जिंदगी में बहार लेकर आ सकती है। इस दौरान पार्टनर के साथ आप अपने किसी पसंदीदा जगह पर घूमने जा सकते हैं। दूसरी तरफ वैवाहिक जीवन की बात करें तो, शुक्र का ये गोचर आपके लिए मिले जुले परिणाम ला सकता है। विवाहित जातकों की बात करें तो एक तरफ जहाँ उनकी जीवनसाथी के साथ मतभेद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, वहीं दूसरी तरफ जीवनसाथी को कार्यस्थल पर मिलने वाली सफलता से मन प्रफ्फुलित भी रहेगा। आर्थिक आधारों पर देखें तो, इस गोचरकाल में आपकी कलात्मक क्षमताओं की वजह से आय में वृद्धि होगी और आर्थिक स्थिति प्रबल होगी। गीत-संगीत और अभिनय के क्षेत्र में आपकी रुचि बढ़ सकती है। कर्क राशि के जातकों के लिए गोचर की ये अवधि सामान्य फल देने वाला साबित होगी।
उपाय: शुक्र के हानिकारक प्रभाव से बचने के लिए नारी शक्ति का सम्मान करें और भगवान महादेव को चावल दान कर आराधना करें।
सिंह राशि
गोचर की इस अवधि में शुक्र आपकी राशि से चौथे भाव में स्थित होंगें। शुक्र के इस गोचर के दौरान पारिवारिक और निजी जीवन में आप ख़ुशियों का अनुभव कर सकते हैं। इस दौरान आप दोस्तों और पारिवारिक लोगों के साथ बहार घूमने जाने का प्लान बना सकते हैं। लेकिन दूसरी तरफ परिवार में किसी बात को लेकर कलह की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। आपके लिए इस दौरान यहीं बेहतर होगा की आप खुद को पारिवारिक कलह से बचा कर रखें और सदस्यों के प्रति प्रेम की भावना रखें। शुक्र के इस गोचरकाल में आपको भौतिक सुख सुविधाओं का लाभ उठाने का अवसर मिल सकता है। कार्यक्षेत्र की बात करें तो इस अवधि में काम के प्रति आपकी एकाग्रता बढ़ेगी और इसका परिणाम आपको सकारात्मक रूप से देखने को मिल सकता है। काम में सजगता लाकर आप कार्यस्थल पर अपनी छवि में सुधार कर सकते हैं। दूसरी तरफ यदि आप जॉब परिवर्तन करने की सोच रहे हैं तो, गोचर की इस अवधि में आप ये कदम उठा सकते हैं। यदि आप किसी बिज़नेस से जुड़े हैं तो, आपके लिए इस गोचरकाल के दौरान अपने व्यापार में इज़ाफा करने का अच्छा अवसर है। बिज़नेस में तरक्की के लिए आप इस दौरान किसी छोटी यात्रा पर भी जा सकते हैं। सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र के गोचर की ये अवधि विशेष फलदायी साबित हो सकती है।
उपाय: पूजा के दौरान भगवान भोलेनाथ पर खस का इत्र अर्पित करने से आप शुक्र के हानिकारक प्रभाव से बच सकते हैं।
कन्या राशि
कन्या राशि में शुक्र का गोचर तीसरे भाव में होगा। शुक्र का ये गोचर आपके लिए खासतौर से आर्थिक और सामाजिक दृष्टिकोण से विशेष फलदायी साबित हो सकता है। इस दौरान जहाँ एक तरफ आपको विभिन्न स्रोतों से लाभ की प्राप्ति होगी, वहीं दूसरी तरफ समाज में आपके मान मर्यादा में भी वृद्धि होगी। बहरहाल आर्थिक रूप से तो आप मजबूत रहेंगे ही साथ ही साथ सामाजिक स्तर पर भी आपका नाम होगा और आप ज्यादा से ज्यादा लोगों के संपर्क में आ पाएंगे। इसके अलावा इस गोचरकाल में आपकी बौद्धिक क्षमता में वृद्धि होगी और आप कामयाबी की नयी उड़ान भरेंगे। इस दौरान आपके शत्रु आप पर हावी होने की कोशिश ज़रूर करेंगे लेकिन, अपनी सूझ-बूझ से आप उन्हें मात देने में कामयाब रहेंगे। छात्रों को इंटरनेट के द्वारा किसी शुभ समाचार की प्राप्ति हो सकती है। आपकी सफलता की राह में बाधा बन रही सभी कठिनाईओं का अंत हो सकता है और आपको किस्मत का भरपूर साथ मिल सकता है। यदि आप विवाहित हैं तो आपके लिए, गोचर की ये अवधि खासतौर से कुछ ऐसे शुभ समाचार ला सकती है जिसका आपको लंबे समय से इंतजार रहा है। प्रेम जीवन में भी ख़ुशियाँ आपका इंतज़ार कर रही है। इस दौरान पार्टनर को माता पिता से मिलवा सकते हैं और शादी की बात कर सकते हैं। कन्या राशि के जातकों के लिए ये गोचरकाल विशेष फलदायी साबित हो सकता है।
उपाय: विशेष लाभ के लिए मां दुर्गा की पूजा करें और खीर का भोग लगाएँ।
तुला राशि
इस गोचर के दौरान शुक्र आपकी राशि से दूसरे भाव में विराजमान होंगें। इस गोचर का विशेष प्रभाव आपके आर्थिक जीवन पर देखने को मिल सकता है। आर्थिक रूप से देखें तो इस गोचर के दौरान आप पहले से ज्यादा धन अर्जित कर पाएंगे और उसका संचय भी विशेष तौर पर करने में सफल रहेंगे। इस गोचर के दौरान आपको पैतृक संपत्ति की प्राप्ति भी हो सकती है। यदि आप शादीशुदा हैं तो, गोचर की इस अवधि के दौरान जीवन में नए मेहमान के आने की किलकारियां गूँज सकती हैं। इसके साथ ही नव विवाहित जोड़े अपनी शादीशुदा जिंदगी का भरपूर आनंद उठा पाएंगे और जीवन के बेहतरीन पलों का आनंद उठा पाएंगे। प्रेम जीवन की बात करें तो, तुला राशि के जातकों को थोड़ा संभल कर रहने की जरुरत पड़ सकती है। पार्टनर के साथ किसी बात को लेकर होने वाली तक़रार रिश्ते का अंत भी कर सकती है। कामकाजी लोगों को इस अवधि में कार्यक्षेत्र में विशेष ध्यान रखने की जरुरत होगी। संभव है कि आपके काम का श्रेय कोई और ले जाए, इसलिए अपनी आँख और कान खुले रखें। सरकारी नौकरी वालों को, इस समय लागू होने वाली नीतियों से विशेष लाभ मिल सकता है। शुक्र ग्रह के सकारात्मक प्रभाव से आपकी भाषा शैली में सुधार होगा और आप दूसरों को अपनी तरफ आकर्षित करने में सफल रहेंगे। यदि आप भोजन प्रेमी हैं तो, इस गोचरकाल के दौरान आप अपने पसंदीदा भोजन का आनंद उठा सकते हैं।
उपाय: कुंवारी कन्याओं से आर्शीवाद लें और उन्हें मिश्री दान करें।
वृश्चिक राशि
चूँकि शुक्र का गोचर आपकी ही राशि में हो रहा है इसलिए शुक्र आपकी राशि से प्रथम या लग्न भाव में स्थापित होंगें। इस गोचरकाल के दौरान आप विशेष रूप से विभिन्न भौतिक सुखों का लाभ उठा पाएंगे। यदि आप किसी विशेष बिज़नेस से जुड़े हैं तो इस गोचरकाल में किसी विदेशी स्रोत से आपको फायदा मिल सकता है। हालाँकि यदि आपका कोई साझेदार है तो, आपको खासतौर से अपनी भाषा शैली का ध्यान रखना होगा, उनसे कोई भी ऐसी बात ना कहें जो उन्हें बुरी लग सकती है। संतुलन बनाए रखने के लिए अपने व्यवहार में ठहराव लाए, ना की जोश में होश खो दें। इस गोचरीय अवधि में आपको परिवाइरक स्तर पर विशेष लाभ मिल सकता है। यदि आप परिवार से दूर रहते हैं तो, इस दौरान विशेष रूप से आपकी घर वापसी लगभग तय है। पिता के साथ संबंधों में मिठास आएगी और घर में ख़ुशियों का वातावरण रहेगा। निजी स्तर पर आप विपरीत लिंग के लोगों के साथ ज्यादा से ज्यादा वक़्त गुजार पाएंगे। यदि आप विवाहित हैं तो आपको इस दौरान जीवनसाथी का भरपूर साथ मिलेगा। वैवाहिक जीवन का आनंद उठाने के लिए कुछ समय के लिए आप दोनों छुट्टियों पर भी जा सकते हैं। वहीं यदि प्रेम जीवन की बात करें तो, इस गोचरकाल में आप अपने पार्टनर के साथ प्रेम सौहार्द की अनुभूति करेंगे। इसके साथ ही देखा जाए तो वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र का ये गोचर ख़ासा फलदायी साबित होगा।
उपाय: शुक्र के हानिकारक प्रभाव से बचने के लिए किसी देवी मंदिर में शुक्रवार के दिन बताशे दान करें।
धनु राशि
इस गोचर के दौरान शुक्र आपकी राशि से बारहवें भाव में स्थित होंगें। शुक्र के इस गोचरकाल में आपके अंदर कुछ ऐसे परिवर्तन आएँगे जिससे आपका रुझान काम वासना की तरफ ज्यादा रहेगा। इस क्रिया के दौरान आपको सुख की प्राप्ति तो ज़रूर होगी लेकिन भविष्य के लिहाज से सोच समझकर कर ही कोई कदम उठाना हितकर रहेगा। आर्थिक दृष्टि से देखें तो इस गोचर की अवधि में आप धन का व्यय ज्यादा करेंगे जिससे आपकी आर्थिक स्थिति थोड़ी नाज़ुक बन सकती है। लिहाजा आर्थिक रूप से मजबूत रहने के लिए पैसों का खर्च सोच विचार कर करना ही आपके लिए फलदायी रहेगा। कार्यक्षेत्र में इस दौरान आपको विदेश यात्रा पर जाने का अवसर प्राप्त हो सकता है। कार्य स्थल पर आपके ऊपर काम का भार तो ज़रूर होगा लेकिन ये आपके भविष्य के लिए बेहतर साबित होगा। यदि आप बिज़नेस की शुरुआत करने की इच्छा रखते हैं तो, इस क्षेत्र में निवेश कर आप भरपूर लाभ उठा सकते हैं। बिज़नेस के सिलसिले में लंबी यात्रा पर जाना भी हो सकता है। धनु राशि के विवाहित जातकों को इस गोचर के दौरान विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी। जीवनसाथी के साथ होने वाले मतभेद से रिश्ते में कड़वाहट आ सकती है। आपके लिए ये गोचरकाल खासतौर से माध्यम फलदायी साबित होगा।
उपाय: विशेष लाभ के लिए भगवान शंकर का दही से रुद्राभिषेक करें।
मकर राशि
इस गोचरकाल के दौरान शुक्र आपकी राशि के ग्यारहवें भाव में स्थापित होंगें। शुक्र के इस गोचर का प्रभाव विशेष रूप से आपके आर्थिक जीवन पर पड़ेगा। बहरहाल इस गोचर के दौरान आर्थिक रूप से आपको विभिन्न स्रोतों से लाभ मिलेगा। इसके परिणामस्वरूप आप जीवन में भौतिक सुखों का लाभ उठा पाएंगे। निजी जीवन में आपके मित्रों की संख्या में वृद्धि होगी और आप उनके साथ कुछ अच्छे पल बिता पाएंगे। इस गोचरकाल के दौरान दोस्तों का साथ मिलने से आप मानसिक तनाव से दूर रहेंगे और जीवन के खुशनुमे पलों का आनंद उठा पाएंगे। चूँकि शुक्र का प्रभाव जातक के जीवन पर पड़ने इसलिए वो भोग विलासिता के जीवन की तरफ अग्रसर होते दिखाई देंगे। लिहाजा इस दौरान आप महंगे कपड़ों, गहने और विभिन्न विलासिता की चीजों पर ज्यादा खर्च कर सकते हैं। हालाँकि किसी भी चीज पर पैसे खर्च करने से पहले उस चीज की अहमियत को ज़रूर आंक लें। व्यर्थ की चीजों पर पैसे खर्च करने से अच्छा होगा कि आप उस धन का निवेश किसी ऐसी चीज में करें जो भविष्य में आपके लिए लाभकारी साबित हो। इस गोचरीय अवधि के दौरान आपका सामाजिक दायरा बढ़ेगा और आप प्रभावशाली लोगों के संपर्क में आएँगे। सामाजिक गतिविधि के बढ़ने से लोगों के बीच आप अपनी एक विशेष जगह बनाने में कामयाब हो पाएंगे। यदि आप विवाहित हैं तो, इस गोचरीय अवधि में आपको जीवनसाथी का भरपूर साथ मिलेगा और आप दोनों के बीच प्रेम और सौहार्द की भावना में वृद्धि होगी। इस गोचर का सकारात्मक प्रभाव आपको अपने प्रेम जीवन पर भी देखने को मिल सकता है। इस दौरान पार्टनर के साथ ज्यादा से ज्यादा वक़्त गुजार पाएंगे और जीवन में प्यार और रोमांस में वृद्धि होगी।
उपाय: विशेष लाभ के लिए दुर्गा चालिसा का पाठ करें और सफेद प्रसाद अपर्ण करें।
कुंभ राशि
इस गोचर के दौरान शुक्र आपकी राशि से दसवें भाव में स्थापित होंगें। इस गोचर का विपरीत प्रभाव आपके कार्यक्षेत्र पर पड़ सकता है। इस दौरान कार्यस्थल पर आप व्यर्थ के मतभेद का हिस्सा बन सकते हैं या किसी सहकर्मी के साथ आपकी लड़ाई हो सकती है। इसमें आपका वक़्त और समय दोनों बर्बाद होगा। बहरहाल इस गोचरकाल में आपको विशेष रूप से यही सलाह दी जाती है कि कार्य स्थल पर अपनी अच्छी छवि बनाए रखने के लिए ऑफ़िस की राजनीति से खुद को दूर रखें अन्यथा आपकी छवि भी ख़राब हो सकती है और आपके ऊपर मानहानि का मुकदमा भी दायर हो सकता है। कार्यक्षेत्र में उत्पन्न होने वाले इन वाद विवादों से आप खुद को दूर रखकर इस स्थिति से बच सकते हैं। हालाँकि शुक्र के शुभ प्रभाव से आपका भाग्योदय भी संभव है जिसके फलस्वरूप आप जीवन में आने वाली कठिनाईओं का सामना आसानी से कर पाएंगे। दूसरी तरफ यदि आप एक सरकारी कर्मचारी हैं तो, गोचर की इस अवधि में आपका ट्रांसफर हो सकता है और पदोन्नति भी हो सकती है। यदि आप विवाहित हैं तो, इस दौरान जीवनसाथी के साथ मतभेद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसके फलस्वरूप वैवाहिक जीवन में उथल पुथल की स्थिति उत्पन्न होगी और मन खिन्न रहेगा। कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र का ये गोचर मिला जुला परिणाम ला सकता है।
उपाय: शुक्र के हानिकारक प्रभावों से बचने के लिए विशेष रूप से “ऊं द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:” मंत्र का जाप करें।
मीन राशि
इस गोचरीय अवधि के दौरान शुक्र आपकी राशि से नवम भाव में विराजमान होंगें। इस गोचर का खास असर आपके आर्थिक जीवन पर देखने को मिल सकता है। गोचर की इस अवधि काल में आपको आर्थिक तौर पर विभिन्न क्षेत्रों से लाभ मिलने की संभावना है। इस दौरान विशेष रूप से आपके बैंक बैलेंस में वृद्धि होगी और आप जीवन के विभिन्न सुखों का लाभ उठा पाएंगे। इस गोचरकाल में आप शॉपिंग पर विशेष धन खर्च कर सकते हैं, खासतौर से कपड़ों की ख़रीददारी पर आपका धन खर्च होने की संभावना है। शुक्र के शुभ प्रभाव के फलस्वरूप जिंदगी के प्रति आपके नज़रिये में बदलाव आएगा। इसके साथ ही आप में उदारता का भाव भी जागृत होगा। पारिवारिक स्तर पर इस गोचरकाल के दौरान भाई बहनों के साथ किसी बात को लेकर आपका मतभेद हो सकता है। दूसरी तरफ पिता की सेहत में होने वाली गिरावट की वजह से भी मन उदास रह सकता है, लिहाजा इस समय पिता की सेहत का ख़ास ख्याल रखें। यदि आप किसी से प्रेम करते हैं तो, शुक्र के शुभ प्रभाव से आपके रिश्ते में मज़बूती आएगी और प्रेम की नैया बहुत ही आसानी से पार हो सकेगी। इस दौरान मीन राशि के जातकों का ख़ास झुकाव आध्यात्म की तरफ हो सकता है, जिससे आपको मानसिक शांति मिलेगी। आपके लिए शुक्र का ये गोचर विशेष फलदायी साबित होगा।
उपाय: विशेष लाभ के लिए शुक्रवार को पुजारिन को शक्कर दान करें।
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