मंगल का मिथुन राशि में गोचर (21 जनवरी 2025)
मंगल का मिथुन राशि में गोचर: वैदिक ज्योतिष में मंगल को योद्धा कहा जाता है जो साहस का प्रतीक माने जाते हैं। अब मंगल महाराज अपनी वक्री अवस्था में 21 जनवरी 2025 की सुबह 08 बजकर 04 मिनट पर मिथुन राशि में गोचर करने जा रहे हैं।एस्ट्रोसेज का यह विशेष आर्टिकल आपको “मंगल का मिथुन राशि गोचर” के बारे में समस्त जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही, मंगल के इस गोचर का सभी राशियों समेत आपके जीवन पर कैसा प्रभाव पड़ेगा और इनसे बचने के उपायों के बारे में भी आपको बताएंगे। तो आइए बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस लेख की और जानते हैं मंगल ग्रह के बारे में।
यह भी पढ़ें: राशिफल 2025
विद्वान ज्योतिषियों से फोन पर बात करें और जानें मंगल का मिथुन राशि में गोचर का अपने जीवन पर प्रभाव
क्या होती है ग्रह की वक्री अवस्था?
किसी ग्रह के वक्री होने का अर्थ होता है, उल्टा या फिर पीछे की तरफ चलना। सामान्य शब्दों में कहें तो, कोई ग्रह अपनी वक्री अवस्था के दौरान पीछे की दिशा में चलता हुआ प्रतीत होता है। बता दें कि ग्रह की वक्री चाल जातक के जीवन को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है। ग्रह वक्री होने पर जातक को आलसी और बैचेन बनाते हैं, विशेष रूप से महत्वपूर्ण फैसले लेते समय।
हालांकि, मंगल ग्रह की अवस्था जातक को कैसे प्रभावित करेगी, यह किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल की स्थिति पर निर्भर करता है। कुंडली में मंगल की वक्री चाल शुभ होने पर जातक को जीवन के सभी क्षेत्रों जैसे कि करियर, व्यापार, प्रेम जीवन और स्वास्थ्य आदि में सकारात्मक परिणामों की प्राप्ति होती है। वहीं, मंगल नकारात्मक होने पर जातक को करियर, आर्थिक जीवन और प्रेम जीवन में कमज़ोर परिणाम प्रदान करते हैं। साथ ही, व्यक्ति का स्वास्थ्य नाज़ुक रहता है और खुशियों का भी अभाव बना रहता है।
To Read in English Click Here: Mars Transit in Gemini
यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी व्यक्तिगत चन्द्र राशि अभी जानने के लिए चंद्र राशि कैलकुलेटर का उपयोग करें
मंगल का मिथुन राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
मेष राशि वालों की कुंडली में मंगल महाराज आपके पहले/लग्न भाव और आठवें भाव के स्वामी हैं जो अब वक्री अवस्था में आपके तीसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके परिणामस्वरूप, मंगल का मिथुन राशि में गोचर कार्यों में किये जा रहे आपके प्रयासों में समस्याएं लेकर आ सकता है। साथ ही, इस दौरान प्रगति मिलने में भी देरी हो सकती है।
करियर के क्षेत्र में आप पर काम का दबाव बढ़ सकता है और स्थिरता की भी कमी रह सकती है। ऐसे में, आप थोड़े पिछड़ सकते हैं।
व्यापार करने वाले जातकों को इस अवधि में बिज़नेस पार्टनर का साथ न मिलने की संभावना है। ऐसे में, आपको मिलने वाला लाभ कम रह सकता है।
आर्थिक जीवन में आपको पर्याप्त मात्रा में लाभ कमाने की राह में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है और ऐसे में, आपके हाथ से आर्थिक स्थिति को बेहतर करने के कुछ अवसर निकल सकते हैं।
प्रेम जीवन में इस दौरान आपके और पार्टनर के बीच बातचीत का अभाव होने के कारण आपके बीच आपसी तालमेल की कमी रह सकती है। ऐसे में, आपके रिश्ते से प्रेम गायब रह सकता है।
मंगल गोचर की अवधि में आपके कंधों में काफी दर्द रह सकता है और यह आपको परेशान कर सकता है।
उपाय: शनिवार के दिन राहु ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए मंगल देव आपके सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब मंगल ग्रह अपनी वक्री अवस्था में आपके दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, आपके परिवार में समस्याएं जन्म ले सकती हैं जिसके चलते आपके जीवन से ख़ुशियां नदारद रह सकती हैं। साथ ही, आपको आर्थिक समस्या भी परेशान कर सकती है।
करियर की बात करें तो, मंगल का मिथुन राशि में गोचर के दौरान कार्यक्षेत्र में आपको वरिष्ठों और सहकर्मियों के साथ कुछ समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। इसके अलावा, आपको मान-सम्मान में भी कमी का अनुभव हो सकता है।
व्यापार को देखें तो, इस अवधि में आपको बिज़नेस पार्टनर के साथ काफ़ी समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है जो अच्छा लाभ कमाने की राह में बाधा बन सकता है।
आर्थिक जीवन में यात्रा के दौरान आपको हानि झेलनी पड़ सकती है इसलिए आपको धन बहुत संभालकर रखना होगा।
बात करें प्रेम जीवन की, तो मंगल गोचर की अवधि में आपसी समझ और तालमेल की कमी की वजह से आप दोनों के रिश्ते में प्रेम का अभाव रह सकता है।
स्वास्थ्य को देखें तो, वृषभ राशि के जातकों को नसों और कंधों में दर्द की शिकायत रह सकती है जिसका आपको समय से इलाज करवाने की सलाह दी जाती है।
उपाय: गुरुवार के दिन गुरु ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए मंगल महाराज आपके छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। अब वक्री अवस्था में मंगल का मिथुन राशि में गोचर आपके पहले/लग्न भाव में होने जा रहा है।
इस अवधि में आपकी चिंताएं बढ़ सकती हैं और आपको कार्यों में नकारात्मक परिणामों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, आप पर कर्ज़ भी बढ़ सकता है।
जब बात आती है करियर की तो, करियर के क्षेत्र में आपको सफलता पाने के लिए विनम्र होने के-साथ साथ धैर्य बनाकर रखना होगा।
व्यापार की बात करें तो, मंगल गोचर के दौरान व्यापार करने वाले जातकों के मान-सम्मान को ठेस पहुंच सकती है इसलिए थोड़ा सावधान रहें।
आर्थिक जीवन में आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है और ऐसे में, आपको लोन लेने के लिए मज़बूर होना पड़ सकता है।
प्रेम जीवन में आपको रिश्ते में पार्टनर के साथ आपसी तालमेल को बेहतर बनाने के लिए सामंजस्य बिठाने का प्रयास करना होगा, अन्यथा इसका असर आपकी खुशियों पर पड़ सकता है।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, मंगल का यह गोचर आपके लिए त्वचा से जुड़ी समस्याएं लेकर आ सकता है जिसकी वजह चिकनी चीज़ों का अत्यधिक सेवन हो सकता है।
उपाय: मंगलवार के दिन मंगल ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए मंगल ग्रह पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। अब मंगल महाराज का वक्री अवस्था में आपके बारहवें भाव में गोचर होने जा रहा है।
इसके परिणामस्वरूप, आपके द्वारा कार्यों में किये जा रहे प्रयासों से आपको सफलता की प्राप्ति होगी। मंगल का मिथुन राशि में गोचर के दौरान आपकी योजनाएं सही दिशा में आगे बढ़ेंगी।
करियर के क्षेत्र में आपकी नौकरी में बदलाव होने की संभावना है जो कि आपके जीवन के उद्देश्यों की पूर्ति करेगी। दूसरी तरफ, आपको नौकरी में अच्छी सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी।
मंगल गोचर की अवधि में व्यापार करने वाले जातक बिज़नेस में अपनी चमक बिखेरेंगे और आपका प्रदर्शन भी व्यापार में अच्छा रहेगा। इस दौरान आप ट्रेड के माध्यम से भी अच्छा लाभ कमा सकेंगे।
यह अवधि आर्थिक जीवन में आपके लिए एक के बाद एक खर्चे लेकर आ सकती है जिसकी वजह धन को लेकर आपकी लापरवाही या पैसों को सही से न संभालना होगा।
प्रेम जीवन की बात करें तो, मंगल गोचर के दौरान आप साथी पर प्रेम की बरसात करते हुए दिखाई दे सकते हैं। लेकिन, साथी से मिलने वाला प्रेम आपकी उम्मीद से कम रह सकता है जिससे आप नाख़ुश रह सकते हैं।
बात करें स्वास्थ्य की, तो इन जातकों को कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता और तनाव की वजह से पाचन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है इसलिए अपने खानपान का ध्यान रखें।
उपाय: शनिवार के दिन शनि ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
सिंह राशि
सिंह राशि वालों की कुंडली में मंगल ग्रह आपके चौथे और नौवें भाव के स्वामी हैं। मंगल का मिथुन में गोचर आपके ग्यारहवें भाव में होने जा रहा है।
इसके परिणामस्वरूप, आपको बड़ों का सहयोग हर कदम पर मिलेगा। साथ ही, भाग्य भी आपका साथ देगा और तीर्थस्थल की यात्राओं से आपको लाभ होगा।
इन लोगों को कार्यक्षेत्र में वरिष्ठों और सहकर्मियों का साथ मिलेगा और ऐसे में, आपको करियर में सफलता मिलने की संभावना प्रबल होगी।
व्यापार करने वाले जातकों द्वारा बिज़नेस में जिन नीतियों को अपनाया जा रहा है, वह आपको अच्छा ख़ासा लाभ करवा सकती है। साथ ही, व्यापार में शानदार प्रदर्शन की वजह से आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी।
आर्थिक जीवन में मंगल गोचर के दौरान आप पर्याप्त मात्रा में पैसा कमाएंगे और साथ ही, बचत करने में भी सक्षम होंगे। हालांकि, आप जितना भी पैसा कमाएंगे अपने परिवार पर खर्च करते हुए दिखाई दे सकते हैं।
प्रेम जीवन में आपका पार्टनर जीवन के हर क्षेत्र में आपकी सहायता करेगा और वह आपके साथ मज़बूत स्तंभ की तरह खड़ा रहेगा। इसके फलस्वरप, आप दोनों के रिश्ते में खुशियां बढ़ेंगी।
स्वास्थ्य की बात करें तो, इन लोगों का दृष्टिकोण सकारात्मक रहेगा और इस वजह से आपका स्वास्थ्य भी उत्तम बना रहेगा।
उपाय: रविवार के दिन गरीबों को जौ का दान करें।
कुंडली में मौजूद राज योग की समस्त जानकारी पाएं
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए मंगल तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं। अब यह वक्री अवस्था में आपके दसवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
मंगल का मिथुन राशि में गोचर होने से आपको कार्यों में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। दूसरी तरफ, आपको अप्रत्याशित रूप से धन लाभ होने के योग बनेंगे।
करियर को देखें तो, इस राशि के नौकरीपेशा जातकों की छवि वरिष्ठों की नज़रों में बेहतर होगी और ऐसे में, वह आपके काम की प्रशंसा भी करेंगे।
मंगल का यह गोचर व्यापार करने वाले जातकों के लिए सफलता लेकर आएगा और ऐसे में, आपको एक सफल बिज़नेसमैन का ख़िताब मिल सकता है।
आर्थिक जीवन में आप जितना भी पैसा कमाएंगे, उससे अपनी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होंगे। साथ ही, बचत भी कर सकेंगे और ऐसे में, आप संतुष्ट दिखाई देंगे।
प्रेम जीवन की बात करें तो, आप रिश्ते में जीवनसाथी के प्रति समर्पित और ईमानदार रहेंगे और इसके परिणामस्वरूप, आपको जीवन के हर क्षेत्र में पार्टनर का साथ मिलेगा।
स्वास्थ्य को देखें तो, मंगल गोचर के दौरान आपकी सेहत अच्छी बनी रहेगी, लेकिन आपको अपने भाई-बहनों की सेहत पर पैसा खर्च करना पड़ सकता है।
उपाय: प्रतिदिन नारायणीयम का पाठ करें।
कुंडली में मौजूद राज योग की समस्त जानकारी पाएं
तुला राशि
तुला राशि वालों की कुंडली में मंगल देव आपके दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं। अब यह अपनी वक्री अवस्था में आपके नौवें भाव में जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, आपको हर कदम पर जीवनसाथी और परिवार के सदस्यों का साथ मिलेगा। साथ ही, अध्यात्म के प्रति आपकी रुचि बढ़ेगी।
जब बात आती है करियर की, तो इस अवधि में आपको काम के सिलसिले में यात्रा करनी पड़ सकती है और ऐसी यात्राएं आपके लिए फलदायी साबित होंगी।
जिन जातकों का खुद का व्यापार है, वह इस दौरान बिज़नेस को लेकर लंबी दूरी की यात्राएं करते हुए देखे जा सकते हैं और यह यात्राएं आपको अच्छा लाभ प्रदान करेंगी।
आर्थिक जीवन में आपको प्रमोशन मिल सकता है और ऐसे में, आपकी आय के साथ-साथ बचत में भी वृद्धि होगी।
प्रेम जीवन की बात करें तो, इस अवधि में जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आपको जीवनसाथी का साथ मिलेगा जिसकी वजह आप दोनों के बीच बेहतरीन आपसी तालमेल होगा।
बात करें स्वास्थ्य की, तो मंगल का मिथुन राशि में गोचर के दौरान आपका स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मज़बूत रहेगी।
उपाय: शुक्रवार के दिन शुक्र ग्रह की पूजा करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए मंगल ग्रह आपके पहले/लग्न और छठे भाव के अधिपति देव हैं जो अब वक्री चाल में आपके आपके आठवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, कार्यों में किये जा रहे प्रयासों में आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, आप अनचाही यात्राएं करते हुए देखे जा सकते हैं। दूसरी तरफ, आपको पैतृक संपत्ति के माध्यम से लाभ की प्राप्ति होगी।
करियर की बात करें तो, मंगल का मिथुन राशि में गोचर आपके लिए नौकरी में बदलाव लेकर आ सकता है। संभव है कि आपको यह बदलाव पसंद न आए जिसके चलते आप परेशान नज़र आ सकते हैं।
बात करें व्यापार की, तो आप बिज़नेस से जुड़े लक्ष्यों को हासिल करने में नाकाम रह सकते हैं और ऐसे में, आप भारी लाभ कमाने में पीछे रह सकते हैं।
आर्थिक जीवन में आपको धन लाभ कमाने के मार्ग में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है और इसके परिणामस्वरूप, आप ज्यादा बचत भी नहीं कर पाएंगे।
बात करें प्रेम जीवन की तो, मंगल गोचर के दौरान आप जीवनसाथी के साथ भावनात्मक बहस में पड़ सकते हैं इसलिए आपसी सामजस्य की कमी रह सकती है।
स्वास्थ्य के मामले में आपको कंधों में दर्द की शिकायत रह सकती है जिसकी वजह से तनाव में वृद्धि हो सकती है।
उपाय: मंगलवार के दिन मंगल ग्रह की पूजा करें।
बृहत् कुंडली : जानें ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव और उपाय
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए मंगल बारहवें और पांचवें भाव के स्वामी हैं। अब यह वक्री अवस्था में आपके सातवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, इस राशि के जातकों को अपने प्रिय और करीबी लोगों के साथ संबंधों में तनाव का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, संतान की वजह से भी आप परेशान नज़र आ सकते हैं।
करियर के क्षेत्र में सहकर्मियों के साथ आपके रिश्ते में परेशानियां जन्म ले सकती हैं। साथ ही, इस अवधि में नौकरी से मिलने वाली संतुष्टि भी नदारद रह सकती है।
जो जातक खुद का व्यापार करते हैं, उन्हें मंगल का मिथुन राशि में गोचर के दौरान भाग्य का साथ न मिलने की आशंका है जिसके चलते आप धन लाभ प्राप्त करने में नाकाम रह सकते हैं क्योंकि आपके हाथ से लाभ कमाने के अवसर निकल सकते हैं।
आर्थिक जीवन में आपके सामने आय और व्यय की स्थिति आ सकती है। सामान्य शब्दों में कहें तो, आपके पास पैसा जितनी रफ़्तार से आएगा, उसी रफ़्तार से चला भी जाएगा। ऐसे में, आप धन की बचत करने में असफल रह सकते हैं।
प्रेम जीवन में आपको जीवनसाथी के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जिसकी वजह से आप दोनों के बीच सौहार्द की कमी रह सकती है।
मंगल गोचर के दौरान आपकी सेहत काफ़ी अच्छी रहेगी, लेकिन आपको पार्टनर के स्वास्थ्य पर धन खर्च करना पड़ सकता है।
उपाय: गुरुवार के दिन बुजुर्ग ब्राह्मण को भोजन का दान करें।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों की कुंडली में मंगल महाराज को चौथे और ग्यारहवें भाव का स्वामित्व प्राप्त है जो कि अब अपनी वक्री अवस्था में आपके छठे भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इस अवधि में आपको जीवन में सुख-सुविधाओं की कमी का अनुभव हो सकता है और साथ ही, परिवार में भी तनाव बना रहने की आशंका है इसलिए परिस्थितियों को सोच-समझकर संभालना होगा।
बात करें करियर की, तो आपको कार्यक्षेत्र में किये जा रहे कार्यों में सफलता की प्राप्ति होगी। ऐसे में, आप लक्ष्यों को हासिल करते हुए कई उपलब्धियों को प्राप्त कर सकेंगे।
व्यापार के क्षेत्र में मंगल का यह गोचर आपको पर्याप्त सफलता दिलाने का काम करेगा जिससे आपकी छवि प्रतिद्वंदियों के बीच मज़बूत बिज़नेसमैन की बनेगी।
आर्थिक जीवन में मकर राशि के जातकों को पैतृक संपत्ति और अन्य स्रोतों के माध्यम से अप्रत्याशित लाभ की प्राप्ति होगी। साथ ही, जरूरत के समय आपको लोन भी मिल जाएगा।
प्रेम जीवन में आप रिश्ते में पार्टनर के प्रति ईमानदार रहेंगे और इस वजह से आप दोनों का रिलेशनशिप मधुर बना रहेगा।
मंगल का मिथुन राशि में गोचर के दौरान इन जातकों को पैरों में दर्द की समस्या परेशान कर सकती है जो कि कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता का परिणाम हो सकती है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ शिवाय नमः” का 21 बार जाप करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए मंगल ग्रह आपके तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं। अब यह वक्री चाल में आपके पांचवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, मंगल गोचर की यह अवधि आपके लिए शुभ रहेगी। ऐसे में, आपका झुकाव अध्यात्म के प्रति बढ़ेगा और आप धार्मिक कार्यों में शामिल होते हुए दिखाई देंगे।
करियर की बात करें तो, नौकरी में आपको अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी और सहकर्मियों की नज़रों में आपकी छवि में सुधार होगा। साथ ही, अच्छे काम के लिए प्रशंसा भी मिलेगी।
जो जातक सट्टेबाजी और ट्रेड के व्यापार से जुड़े हैं, वह इस समय भारी मात्रा में लाभ प्राप्त करेंगे। साथ ही, आप नए व्यापार में भी प्रवेश कर सकते हैं।
आर्थिक जीवन में आपकी धन कमाने के साथ-साथ बचत करने की क्षमता काफी मज़बूत होगी। इसके परिणामस्वरूप, आप अपनी सभी इच्छाओं को पूरा करने में सक्षम होंगे।
प्रेम जीवन में मंगल गोचर के दौरान जीवनसाथी के साथ आपका व्यवहार दोस्ताना रहेगा और ऐसे में, आप दोनों आपसी तालमेल का आनंद लेते हुए दिखाई देंगे।
स्वास्थ्य को देखें तो, मंगल का मिथुन राशि में गोचर आपके स्वास्थ्य को मज़बूत बनाने का काम करेगा। ऐसे में, आप शारीरिक रूप से मज़बूत रहेंगे।
उपाय: शनिवार के दिन दिव्यांगों को भोजन का दान करें।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए मंगल देव आपके दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं जो अब वक्री अवस्था में आपके चौथे भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, यह समय आपकी सुख-सुविधा को बढ़ाने का काम करेगा और आपकी खुशियों में भी वृद्धि होगी। साथ ही, आपको घर-परिवार का हर कदम पर साथ मिलेगा।
करियर के क्षेत्र में कभी-कभार आप पर काम का दबाव बढ़ सकता है और इस वजह से आपको अपना टारगेट पूरा करने में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
जो जातक खुद का व्यापार करते हैं, उन्हें मंगल गोचर की अवधि में अच्छा ख़ासा लाभ कमाने के लिए अपनी व्यापार नीतियों में बदलाव करने की सलाह दी जाती है।
आर्थिक जीवन की बात करें, तो आप पर पारिवारिक जीवन की जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं और ऐसे में, आपको परिवार पर काफ़ी धन खर्च करना पड़ सकता है।
प्रेम जीवन में आपके और जीवनसाथी को परिवार में समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है और इसके फलस्वरूप, आप दोनों अपने रिश्ते का आनंद लेने में असमर्थ रह सकते हैं।
स्वास्थ्य को देखें तो, मंगल का मिथुन राशि में गोचर के दौरान आपका स्वास्थ्य सामान्य रहेगा, लेकिन आपको परिवार के सदस्यों की सेहत पर पैसा खर्च करना पड़ सकता है।
उपाय: मंगलवार के दिन कौवों को भोजन दें।
सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर
हम आशा करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज के साथ जुड़े रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. कौन से ग्रह का गोचर सबसे महत्वपूर्ण माना गया है?
ज्योतिष में शनि और गुरु देव के गोचर को महत्वपूर्ण विशेष माना जाता है।
2. 2025 में मंगल का मिथुन राशि में गोचर कब होगा?
वर्ष 2025 में मंगल ग्रह 21 जनवरी 2025 को मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
3. किस ग्रह का गोचर ढाई साल में होता है?
ज्योतिष में शनि महाराज का गोचर ढाई साल के बाद होता है।
Astrological services for accurate answers and better feature
Astrological remedies to get rid of your problems
AstroSage on MobileAll Mobile Apps
- Horoscope 2025
- Rashifal 2025
- Calendar 2025
- Chinese Horoscope 2025
- Saturn Transit 2025
- Jupiter Transit 2025
- Rahu Transit 2025
- Ketu Transit 2025
- Ascendant Horoscope 2025
- Lal Kitab 2025
- Shubh Muhurat 2025
- Hindu Holidays 2025
- Public Holidays 2025
- ராசி பலன் 2025
- రాశిఫలాలు 2025
- ರಾಶಿಭವಿಷ್ಯ 2025
- ਰਾਸ਼ੀਫਲ 2025
- ରାଶିଫଳ 2025
- രാശിഫലം 2025
- રાશિફળ 2025
- రాశిఫలాలు 2025
- রাশিফল 2025 (Rashifol 2025)
- Astrology 2025