मंगल का मेष राशि में गोचर (16 अगस्त, 2020)
सभी ग्रहों में सेना नायक का दर्जा प्राप्त मंगल ग्रह को व्यवसाय, भूमि, भाई, साहस, पराक्रम आदि का कारक माना जाता है। इस ग्रह के गोचर का असर सभी राशियों पर अलग-अलग तरह से पड़ेगा। मंगल देव 16 अगस्त को मीन राशि से निकलकर मेष राशि में 20:37 बजे गोचर करेंगे। मेष राशि में ही 10 सितंबर से यह वक्री गति शुरु करेंगे और वक्री गति करते हुए 4 अक्टूबर मंगल ग्रह एक बार फिर मीन राशि में लौटेंगे। मीन राशि में रहते हुए 14 नवंबर को यह मार्गी अवस्था में आ जाएंगे और 24 दिसंबर को मेष राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
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ग्रहों की वक्री गति पर विचार करें तो यह वो स्थिति होती है, जब किसी तेज गति के ग्रह के सापेक्ष कोई मंद ग्रह पीछे जाता हुआ प्रतीत होता है। ज्योतिष में ग्रहों की वक्री चाल को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है इसलिये मंगल ग्रह का वक्री होना भी जातकों के जीवन में कई परिवर्तन लेकर आएगा। हालांकि नीचे दिया गया राशिफल मंगल के मेष राशि में गोचर का है। तो आईए अब विस्तार से जानते हैं कि मंगल के गोचर का सभी राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
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मेष
मेष राशि का स्वामी ग्रह मंगल है। इसी मंगल ग्रह का गोचर इनके लग्न भाव में होने से जीवन में सकारात्मकता आएगी। इस दौरान आप ऊर्जा से भरे रहेंगे और अपने उन कामों को भी पूरा कर देंगे जो अटके हुए थे।
इस राशि के जो जातक नया काम शुरु करने की सोच रहे थे उन्हें भी इस दौरान सफलता मिलेगी। आप अपने वादों को पूरा करने के लिये दृढ़-निश्चय होंगे जिससे आपके व्यक्तित्व में भी निखार आएगा। इस राशि के जो लोग कारोबार करते हैं उनकी पांचों अंगुलियां इस दौरान घी में होंगी। यदि कारोबार का विस्तार करना चाहते हैं तो सलाह मशवरा करने के बाद आगे बढ़ सकते हैं।
इस राशि के नौकरी पेशा लोगों को भी कार्यक्षेत्र में सम्मान मिलेगा आपकी कर्मठता आपके बहुत काम आएगी। इस राशि के जो छात्र शोध कर रहे हैं उन्हें नई और सकारात्मक दिशा इस दौरान मिल सकती है। पारिवारिक जीवन के लिये यह समय ठीकठाक रहने की उम्मीद है। हालांकि अपने क्रोध पर आपको इस दौरान नियंत्रण रखना होगा और जल्दबाजी में कोई भी फैसला लेने से बचना होगा।
खुद को फिट रखने के लिये आपको व्यायाम करना चाहिये और ज्यादा से ज्यादा अपना पसीना बहना चाहिये। प्रेम जीवन में आप अपने साथी के लिये कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहेंगे। कुल मिलाकर देखा जाए तो मेष राशि के जातकों के लिये यह समय अच्छा रहेगा बस अपने गुस्से पर आपको नियंत्रण रखना होगा।
उपाय- लाल रंग के वस्त्र धारण करना आपके लिये शुभ रहेगा।
वृषभ
मंगल ग्रह का गोचर आपकी राशि से द्वादश भाव में होगा। काल पुरुष की कुंडली में यह भाव मीन राशि का होता है जिसका स्वामी ग्रह गुरु है। इस भाव से विदेश, हानि, व्यय आदि के बारे में विचार किया जाता है।
मंगल के गोचर काल में इस राशि के जातकों को विदेशों से लाभ हो सकता है। जो विद्यार्थी विदेश जाकर शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं उनके लिये भी यह समय अच्छा रहेगा। इस राशि के बाकी जातकों के लिये यह गोचर शुरुआत में थोड़ा चुनौतीपूर्ण रह सकता है लेकिन जैसे-जैसे वक्त आगे बढ़ेगा वैसे-वैसे सकारात्मक बदलाव आते रहेंगे।
इस समय आपको अपने व्यवहार में बदलाव लाने की भी जरुरत है कई बार आप ग़लतियाँ करने के बाद भी स्वीकार नहीं करते कि आपने गलत किया है, जिससे आपका लोगों के साथ समीकरण खराब हो जाता है। आपको यह समझना चाहिये कि गलती हर किसी से होती है और उसे मान लेना ही एक अच्छे इंसान की खूबी है।
इस राशि के नौकरी पेशा और कारोबारी वर्ग के लोगों को इस गोचर के दौरान बहुत संभलकर रहना होगा, आपके विरोधी आपके खिलाफ साजिशें कर सकते हैं। यदि आप जीवन को संतुलित करना चाहते हैं तो अपने गुस्से पर काबू रखें और ज्यादा प्रतिक्रिया देने से बचें। मन की शांति के लिये आपको योग-ध्यान का सहारा लेना चाहिये।
उपाय- तांबे का सिक्का या टुकड़ा अपनी जेब में रखना आपके लिये शुभता लाएगा।
मिथुन
मंगल ग्रह का गोचर आपके एकादश भाव में होगा। यह लाभ का भाव है इसलिये इस गोचर से आपको शुभ फल प्राप्त हो सकते हैं। इस राशि के जो जातक नौकरी पेशा है उन्हें कार्यक्षेत्र में अनुकूल माहौल मिलेगा और इस दौरान आमदनी में वृद्धि होने की भी पूरी संभावना है। वहीं कारोबारी वर्ग के लोगों की बात की जाए तो इस गोचर के दौरान आप कुछ ऐसे फैसले ले सकते हैं जो आने वाले कल में आपको फायदा पहुंचाएंगे। जिन लोगों ने नया नया बिजनेस शुरु किया है उन्हें इस समय आशा की नयी किरण दिखायी देगी। हालांकि इस मिथुन राशि के लोगों को किसी भी तरह का लोन लेने से इस अवधि में बचना चाहिये हां लोन उतारने के लिये यह समय बहुत अच्छा रहेगा। इस राशि के कई लोग मंगल के गोचर के दौरान महत्वकांक्षाओं से भरे रहेंगे और ये महत्वकांक्षाएं यदि पूरी नहीं हुई तो आप परेशान हो जाएंगे। आपको सलाह दी जाती है कि फल की चिंता करने से ज्यादा अपनी मेहनत पर ध्यान दें। यदि आप मन लगाकर मेहनत करते हैं तो आपको आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। चूंकि मंगल एक उग्र ग्रह है इसलिये इस गोचर की अवधि में आपकी वाणी में कठोरता हो सकती है, जिसकी वजह आपके करीबी लोगों को परेशानी हो सकती है। जो लोग सेना में भर्ती होना चाहते हैं उनके प्रयासों को इस दौरान सफलता मिल सकती है।
उपाय- किसी शुभ काम के लिये घर से निकलने से पहले शहद का सेवन करें।
कर्क
कर्क राशि के दशम भाव में मंगल ग्रह का गोचर होगा। दशम भाव को कर्म भाव भी कहा जाता है और इस भाव में मंगल के गोचर से आपके काम करने की गति में तीव्रता आएगी। आप कल्पनाओं की दुनिया से निकल कर वर्तमान में आएँगे। आपके दिमाग में जो भी विचार इस दौरान कौंधेगा उसे पूरा करने की आप पूरी कोशिश करेंगे। हालांकि कार्यक्षेत्र में इस दौरान आपके कंधों पर अतिरिक्त भार आ सकता है। अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिये आप प्रतिबद्ध रहेंगे। आपकी क्रियाशीलता आपके वरिष्ठों को पसंद आएगी और उनकी नजरों में आपकी छवि बेहतर होगी। चूंकि मंगल ग्रह आपके दशम भाव में है और यहां मंगल दिगबली होता है इसलिये आपकी कई इच्छाएं इस दौरान पूरी हो सकती हैं। इस राशि के जो जातक सेना, पुलिस आदि क्षेत्रों में कार्यरत हैं उन्हें पदोन्नति मिल सकती है। वहीं जो लोग खेलकूद से जुड़े हैं उन्हें भी इस दौरान अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। कर्क राशि के जातकों के प्रेम जीवन की बात की जाए तो इस दौरान आपके अंदर एक ऊर्जा देखने को मिलेगी और अपने लवमेट की सारी ख्वाहिशें आप पूरा करना चाहेंगे। जो जातक शादीशुदा हैं उन्हें संतान पक्ष से कोई खुशखबरी मिल सकती है। स्वास्थ्य के लिहाज से भी समय अच्छा रहेगा लेकिन अत्यधिक भोजन करने या अत्यधिक सोने से आपको बचना चाहिये।
उपाय- हनुमान अष्टक का पाठ करें।
सिंह
मंगल ग्रह का गोचर आपके नवम भाव में होने जा रहा है। यह भाग्य का भाव है और इससे धर्म, चरित्र, लंबी यात्राओं, उच्च शिक्षा आदि के बारे में भी विचार किया जाता है। आपके लिये यह गोचर अच्छा रहेगा आपको भाग्य का पूरा साथ इस दौरान मिलेगा। पारिवारिक जीवन में संतुलन बनेगा और इस राशि के कई जातकों को अपने पिता से इस दौरान लाभ हो सकता है। यदि आप घर से बाहर रहते हैं तो पिता की कोई जरुरी सलाह आपके बहुत काम आ सकती है। छोटी-छोटी यात्राएं इस राशि के लोगों को फायदा पहुंचाएंगी। प्रॉपर्टी से जुड़े मामलों में भी आपको फायदा होगा। नौकरी पेशा और कारोबारियों के लिये भी यह समय अच्छा है लेकिन एक से ज्यादा काम यदि आप अपने हाथ में लेंगे तो परेशानी हो सकती है। एक काम को अच्छी तरह से खत्म करने के बाद ही अगला काम हाथ में लें। नवम भाव से आपकी आध्यात्मिक प्रवृति का भी पता चलता है इसलिये सिंह राशि के लोग भी इस दौरान आध्यात्मिक गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं। इसके साथ ही आप योग का सहारा लेकर अपने व्यक्तित्व में सुधार करने की तरफ भी बढ़ सकते हैं। अध्यात्म से जुड़ी पुस्तकें पढ़ने में भी आपकी रुचि बढ़ेगी।
उपाय- भगवान कार्तिकेय की पूजा करें।
कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए मंगल का गोचर अष्टम भाव में होगा। इस भाव को आयुर भाव कहा जाता है और इससे आपके आयु, जीवन में आने वाली बाधाओं, दुर्घटना, शोध आदि के बारे में विचार किया जाता है। मंगल का यह गोचर उन जातकों के लिये फायदेमंद रहेगा जो शोध कार्य कर रहे हैं या कोई गुप्त विद्या सीख रहे हैं। गुप्त विद्याओं को सीखकर पैसा कमाने की तरफ भी इस राशि के लोग अग्रसर हो सकते हैं। मंगल के इस गोचर के दौरान यदि आप खुद से जुड़ने की कोशिश करेंगे तो आपके लिये अच्छा रहेगा। ध्यान का सहारा लेकर आप मानसिक शांति भी पा सकते हैं और अपने व्यक्तित्व में सकारात्मक बदलाव भी ला सकते हैं। कन्या राशि के कई लोगों को महसूस हो सकता है कि उनके प्रयास सही दिशा में नहीं जा रहे हैं। आपको सलाह दी जाती है कि ज्यादा सोच-विचार करने से बेहतर रहेगा कि आप अपने काम पर ध्यान दें और गतिमान बने रहें। अगर आप मेहनत करते हैं तो आपको एक न एक दिन सफलता अवश्य प्राप्त होगी। मंगल के गोचर के दौरान आपके भाई-बहनों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है इसलिये उनका सहयोग करने के लिये आपको आगे बढ़ना चाहिये। इस राशि के लोगों की खेलकूद में भी इस दौरान दिलचस्पी बढ़ेगी।
उपाय- मंगलवार के दिन हनुमान मंदिर में जाकर दान करें।
तुला
तुला राशि के जातकों के सप्तम भाव में मंगल का गोचर होगा। काल पुरुष की कुंडली में यह स्थान तुला राशि का ही होता है और इससे आपके जीवनसाथी और साझेदारियों के संबंध में विचार किया जाता है। मंगल के इस गोचर से तुला राशि के जातकों को पारिवारिक जीवन में शुभ फल मिलेंगे। यदि परिवार में कोई कलह-कलेश चल रहा था तो वो इस दौरान दूर हो जाएगा वहीं वैवाहिक जीवन में भी आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी। यदि आप अपने जीवनसाथी के साथ कोई नया काम शुुरू करना चाहते थे तो उसके लिये भी यह समय अच्छा है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य का आपको ख्याल रखना होगा। इस दौरान इस राशि के कुछ जातकों में क्रोध की अधिकता देखी जा सकती है। हालांकि क्रोध आपका स्वाभाविक गुण नहीं है इसलिये बार-बार क्रोधित होने से आप खुद भी परेशान हो सकते हैं। परिस्थितियों को कंट्रोल करने की बजाय आपको उनके मुताबिक बनना होगा। यदि आप किसी भी स्थिति पर जबरन काबू पाने की कोशिश करेंगे तो दिक्कतें पैदा हो सकती हैं। इस राशि के विद्यार्थियों को इस गोचर के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में अच्छे फल मिल सकते हैं। यदि आप खेलकूद में हिस्सा लेते हैं तो यह गोचर आपको कोई बड़ी उपलब्धि दिला सकता है।
उपाय- हर मंगलवार को हनुमानाष्टक का पाठ करें।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि का स्वामी ग्रह मंगल है और इसी मंगल ग्रह का गोचर आपके षष्ठम भाव में होने जा रहा है। षष्ठम भाव को रिपु भाव भी कहा जाता है और इससे रोग, ऋण, शत्रु आदि के बारे में विचार किया जाता है। मंगल के इस गोचर के दौरान आपकी मानसिक और शारीरिक क्षमता मजबूत होगी। आप में साहसिक कामों को करने की योग्यता है और इस योग्यता में मंगल का यह गोचर सुधार करेगा। कार्यक्षेत्र में जो भी प्रॉजेक्ट आपको दिया जाएगा उसे आप रचनात्मकता के साथ पूरा करेंगे। कारोबारी भी रिस्क लेने से पीछे नहीं हटेंगे, कारोबार को फैलाने की दिशा में भी प्रयास कर सकते हैं। हालांकि आपको किसी भी तरह के वाद-विवाद में हिस्सा लेने से इस दौरान बचना चाहिये। बेवजह की बातचीत से आपका समय बर्बाद होगा और कुछ नहीं। यदि किसी केस के चक्कर में कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगा रहे थे तो इस दौरान उस केस में विजय प्राप्त हो सकती है। अपने प्रतिद्वंदियों पर आप मंगल के इस गोचर के दौरान आसानी से विजय प्राप्त कर लेंगे। इस राशि के जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं उन्हें भी सफलता मिलने के योग हैं। यदि आप वाहन चलाते हैं तो यातायात नियमों का पालन करें और वाहन सावधानी से चलाएं। स्वास्थ्य जीवन की बात की जाए तो इस दौरान आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी रहेगी जिसके कारण आपको छोटी-मोटी बीमारियों से बच जाएंगे। यदि किसी पुरानी बीमारी से परेशान हैं तो उसमें भी राहत मिलने की उम्मीद है।
उपाय- मंगलवार को तांबे का दान करें।
धनु
धनु राशि के लिये मंगल का गोचर पंचम भाव में होगा। काल पुरुष कुंडली में यह भाव सिंह राशि का होता है और इससे आपके प्रेम संबंधों, संतान और शिक्षा के बारे में विचार किया जाता है। इस राशि के जो जातक प्रेम संबंधों में है इस गोचर के दौरान वो अपने लवमेट के और करीब आ सकते हैं। लवमेट के साथ घूमने-फिरने के भी कई मौके इस दौरान आपको प्राप्त होंगे। वहीं जो लोग अब तक सिंगल हैं उनको भी कोई खास मिल सकता है। हालांकि किसी भी रिश्ते में आगे बढ़ने से पहले आपको यह जरुर जान लेना चाहिये कि वैचारिक रुप से आपका तालमेल सही है या नहीं। मंगल के गोचर के कारण आपके स्वभाव में क्रोध की अधिकता हो सकती है, आपके स्वभाव में भी कठोरता देखी जा सकती है। हालांकि हमारी आपको यही सलाह रहेगी कि अपने व्यवहार में लचीलापन बनाए रखें। संतान पक्ष पर नजर डालें तो आपके बच्चे किसी बात को लेकर आपसे उलझ सकते हैं। नौकरी पेशा से जुड़े जातकों को इस दौरान लाभ मिलने की संभावना है खासकर वो लोग जो किसी विदेशी कंपनी में काम करते हैं। इस राशि के व्यवसायियों को भी विदेशी संपर्कों से इस दौरान लाभ प्राप्त हो सकता है।
उपाय- तांबे के बर्तन मेें पानी पियें।
मकर
मंगल ग्रह आपके चतुर्थ और एकादश भाव का स्वामी है और इसी मंगल ग्रह का गोचर आपके चतुर्थ भाव में होगा। इस भाव को सुख भाव भी कहा जाता है और इससे आपकी माता, संबंधी, वाहन, भूमि, वस्त्र आदि के बारे में विचार किया जाता है। आपको इस गोचर के दौरान भूमि-भवन से लाभ हो सकता है। यदि कोई प्रॉपर्टी बेचना चाहते थे तो अच्छे दामों पर बिक सकती है। वहीं जो लोग लंबे समय से प्रॉपर्टी खरीदना चाहते थे उनका सपना भी पूरा हो सकता है। माता के स्वास्थ्य को लेकर आपको सावधान रहना होगा, उनकी समय-समय पर डॉक्टरी जांच करवाएं। पारिवारिक माहौल अच्छा रहेगा जिससे आपको शांति का अनुभव होगा। कार्यक्षेत्र में भी इस राशि के जातकों को इस दौरान शुभ फलों की प्राप्ति होगी, सहकर्मियों का आपको पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा, आपके काम करने की गति देखकर वरिष्ठ अधिकारी भी खुश होंगे। कारोबारियों को वित्त से जुड़े मामलों को लेकर इस दौरान सावधान रहने की जरुरत है। इस राशि के नौकरी पेशा लोगों की आमदनी में भी वृद्धि होने की पूरी संभावना है। इस राशि के कुछ जातकों के दांपत्य जीवन में परेशानियां आ सकती हैं, छोटे-छोटे मुद्दों को लेकर आप अपने जीवनसाथी से झगड़ सकते हैं। हालांकि गलती का अहसास होने पर आप माफी भी मांग लेंगे। सेहत को दुरुस्त रखने के लिये जिम या योग क्लास ज्वाइन कर सकते हैं।
उपाय- मंगलवार के दिन व्रत रखें।
कुंभ
कुंभ राशि के तृतीय भाव में सेनानायक का दर्जा प्राप्त मंगल का गोचर होगा। तृतीय भाव आपके साहस और पराक्रम को दर्शाता है और इससे छोटे भाई-बहनों के साथ आपके संबंधों के बारे में भी पता चलता है। मंगल के गोचर से आपके साहस और पराक्रम में भी वृद्धि होगी और आप अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर पाएंगे। हालांकि आपको अहम भाव और घमंड से बचना चाहिये। इस गोचर काल में अपने भाई-बहनों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान दें। यदि आप मार्केटिंग या प्रबंधन के क्षेत्र से जुड़े हैं तो यह गोचर आपके लिये लाभदायक सिद्ध होगा। सरकारी क्षेत्र में काम करने वालों को भी लाभ की प्राप्ति होगी। विद्यार्थियों की एकाग्रता कमाल की होगी और प्रतियोगी परीक्षाओं में उनको सफलता मिलेगी। इस राशि के जो छात्र प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं वो सेना या क्रांतिकारियों से जुड़ी रोचक पुस्तकों का अध्ययन कर सकते हैं। वहीं इस राशि के जो जातक खेलकूद के क्षेत्र से जुड़े हैं उन्हें भी इस गोचर के दौरान अच्छे फल प्राप्त होंगे। मंगल के प्रभाव से आपकी नेतृत्व करने की क्षमता में भी वृद्धि होगी। तृतीय भाव से लेखन के बारे में भी पता चलता है इसलिये इस गोचर के दौरान आप कोई नयी रचना करने का प्रयास कर सकते हैं।
उपाय- मंगलवार के दिन लाल रंग की वस्तुएं जरुरतमंदों को दान करें।
मीन
राशिचक्र की अंतिम राशि मीन के जातकों के द्वितीय भाव में मंगल का गोचर होगा। द्वितीय भाव से आपकी वाणी, परिवार, जीवन के उद्देश्य आदि के बारे में पता चलता है। इस भाव में मंगल के गोचर से आपकी आमदनी बढ़ेगी वहीं कुछ अन्य स्रोतों से भी आपको धन प्राप्त हो सकता है। इस दौरान भाग्य भी आपका भरपूर सहयोग करेगा और आप जिस भी काम में हाथ डालेंगे उसमें आपको सफलता प्राप्त होगी। द्वितीय भाव में मंगल के गोचर से आपकी वाणी में कठोरता देखी जा सकती है जिससे परिवार के लोगों को परेशानी होगी। आपका जिद्दि रवैया आपको लोगों से दूर कर सकता है इसलिये किसी भी चीज को लेकर जिद्द न करें। यदि आपके बच्चे हैं तो किसी वजह से उनके साथ अनबन हो सकती है। अपनी सेहत का भी आपको इस दौरान ध्यान देना होगा, अत्यधिक मसालेदार और बाहर का तला-भुना खाना आपको पेट संबंधी विकार दे सकता है। सेहत को दुरुस्त रखने के लिये आपको ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिये और प्रतिदिन व्यायाम करना चाहिये। जब आप स्वयं फिट रहेंगे तभी घर के बाकी सदस्यों के स्वास्थ्य का भी ख्याल रख पाएंगे। मंगल के इस गोचर के दौरान आपको आंख या दांत से संबंधी परेशानी होने की भी संभावना है।
उपाय- मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें।
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