केतु गोचर 2026 - प्रभाव, राशिफल एवं उपाय
केतु गोचर 2026 (Ketu Gochar 2026) - केतु ग्रह को वैदिक ज्योतिष में एक रहस्यमय ग्रह के रूप में माना गया है। वैसे तो यह एक छाया ग्रह हैं लेकिन अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यह जातक को अत्यंत गहन और गंभीर विचारधारा प्रदान करता है। केतु से प्रभावित जातक धर्म और आध्यात्मिक क्षेत्रों में विशेष रूप से उन्नति प्राप्त करते हैं। जिस प्रकार समुद्र मंथन के दौरान स्वर्भानु नामक दैत्य को भगवान विष्णु ने अपने मोहिनी अवतार को धारण कर अपने सुदर्शन चक्र से उसका सिर काट दिया था और अमृत पान करने के कारण उसकी मृत्यु नहीं हुई जिससे उसका शीश राहु के रूप में विख्यात हुआ और उसका धड़ केतु के रूप में जाना जाने लगा, यही राहु और केतु ही सूर्य और चंद्र पर ग्रहण भी लगाते हैं। खगोलीय दृष्टिकोण से या गणितीय दृष्टिकोण से राहु और केतु तो सूर्य और चंद्रमा के परिक्रमा पथ के कटान बिंदु मात्र हैं और कोई ग्रह नहीं हैं।

वैदिक ज्योतिष में केतु को छाया ग्रह के रूप में जाना जाता है। वर्तमान कलयुग में इन छाया ग्रहों का प्रभाव बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है और जब भी किसी ज्योतिषी के द्वारा किसी कुंडली का आंकलन और विश्लेषण किया जाता है तो उसमें नवग्रहों को लिया जाता है जिसमें राहु और केतु भी सम्मिलित हैं और उनके गोचर का भी विशेष प्रभाव देखने में आता है।
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केतु ग्रह भी लगभग 18 महीने में अपनी एक राशि से दूसरी राशि में गोचर पूर्ण करते हैं। यह पिछले लंबे समय से सिंह राशि में विराजमान थे जिसके स्वामी सूर्य महाराज थे। अब यही केतु 5 दिसंबर 2026 को रात्रि 20:03 बजे सूर्य के स्वामित्व वाली सिंह राशि से निकलकर चंद्रमा के स्वामित्व वाली कर्क राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। कर्क राशि में होने वाला केतु का यह गोचर सभी राशि के जातकों को विभिन्न रूपों में प्रभावित करेगा।
वैदिक ज्योतिष में राहु केतु को कोई राशि प्रदान नहीं की गई है लेकिन यह जिस राशि में बैठते हैं, उसके स्वामी ग्रह के अनुसार और जिन ग्रहों से संबंध बनाते हैं, उनके अनुसार अपना फल प्रदान करते हैं। हालांकि कुछ ज्योतिष विद्वान वृश्चिक राशि में और कुछ ज्योतिषी धनु राशि में केतु को उच्च का होता हुआ मानते हैं जबकि वृषभ अथवा मिथुन राशि में केतु ग्रह को नीच राशिगत माना जाता है।
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केतु को पूरे नवग्रह में सबसे अधिक रहस्यमयी ग्रह के रूप में जाना जाता है। यह उन सभी चीजों का कारक है, जो अज्ञात हैं और जिनकी खोज करना सरल नहीं है। यह जातक को गहन ज्ञान प्रदान करता है। ज्योतिष जैसे गंभीर विषय का भी ज्ञान केतु के प्रभाव से जातक को प्राप्त हो सकता है। यह बृहस्पति जैसे शुभ ग्रह के साथ संयुक्त होने पर अत्यंत ही धार्मिक प्रवृत्ति का जातक को बना देता है और यदि मंगल जैसे कठोर सेनापति समान ग्रह के साथ हो तो कई बार जातक को कट्टर या क्रूर भी बन सकता है। केतु के प्रभाव से आपको अनेक ऐसी समस्याएं हो सकती हैं, जिनका निदान आसानी से न हो और जिनके बारे में आसानी से न पता चल सके। वहीं एक अच्छा केतु मंगल के साथ मिलकर आपको एक अच्छा शल्य चिकित्सक भी बना सकता है जिसकी ख्याति देश-विदेश में फैलती है। केतु के प्रभाव से ही कोई जातक वैज्ञानिक भी बन सकता है।
यदि केतु ग्रह की गति की बात करें तो यह सदैव वक्री गति करते हैं। यही वजह है कि जहां अधिकांश ग्रह गोचर के दौरान मार्गी अवस्था में एक राशि से अगली राशि में प्रवेश करते हैं, वहीं केतु महाराज का गोचर सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में न होकर कर्क राशि में होने जा रहा है। केतु ग्रह जिस राशि में बैठे होते हैं, उसी राशि के स्वामी ग्रह के अनुसार अपना प्रभाव देते हैं। इसके अतिरिक्त जो ग्रह केतु के साथ बैठते हैं अथवा जो ग्रह केतु पर दृष्टिपात करते हैं, उनके अनुसार भी केतु का प्रभाव होता है। वैदिक ज्योतिष में केतु के बारे में कहा गया है कि कुजवत केतु यानी कि केतु का प्रभाव कुछ कुछ मंगल की तरह भी होता है
केतु गोचर 2026 की बात करें तो वर्ष 2026 में अधिकांश समय केतु सिंह राशि में ही विराजमान रहेंगे लेकिन वर्ष के अंतिम महीने में 5 दिसंबर 2026 से केतु सिंह राशि से कर्क राशि में गोचर करेंगे। यदि केतु ग्रह के गोचर के शुभ अशुभ परिणाम की बात की जाए तो मुख्य रूप से केतु का गोचर एकादश भाव, षष्ठ भाव और तृतीय भाव में अनुकूलता युक्त फल देने वाला गोचर माना जाता है। जातक की कुंडली में द्वादश भाव में उपस्थित केतु जातक को मोक्ष प्रदान करता है। वर्तमान में होने वाला केतु गोचर जो कर्क राशि में होने वाला है, आपकी राशि के अनुसार जिस भी भाव में हो रहा है, उसी के आधार पर यह आपको अनेक रूपों में प्रभावित कर सकता है।
आइए जानते हैं केतु गोचर 2026 का आपकी राशि के अनुसार कैसा प्रभाव रहने वाला है। कर्क राशि में आकर केतु किस प्रकार की परिस्थितियों को जन्म देंगे, आपके लिए किन क्षेत्रों में संघर्ष को बढ़ाएंगे और किन क्षेत्रों में आपके लिए उन्नति के द्वार खोल देंगे, इसके साथ ही हम आपको इस लेख में यह भी बताएंगे कि आपको केतु के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए कौन से विशेष उपाय करना चाहिए जिससे आपको केतु गोचर 2026 (Ketu Gochar 2026) का उत्तम फल प्राप्त हो सके और आपकी समस्याओं में कमी हो।
केतु का गोचर 2026: सभी राशियों पर इसका प्रभाव
केतु गोचर 2026 - मेष राशिफल
मेष राशि के जातकों के चतुर्थ भाव में केतु का गोचर होने जा रहा है। चतुर्थ भाव से सुख सुविधा और संपत्ति तथा माता का विचार किया जाता है। चौथे भाव में आकर केतु आपको सुख सुविधाओं से युक्त बना सकते हैं। आपके अंदर विरक्ति की भावना बनी रहेगी जिसके कारण आप अपने परिवार के लोगों से कटा कटा सा महसूस करेंगे। आपको लगेगा कि आप सभी लोगों के बीच अकेले हैं। आपके मन में व्यर्थ की चिंताएं हो सकती हैं, कुछ नई बातें सोचेंगे कि आप अकेले क्यों हैं, कभी-कभी बिना वजह के निराशा महसूस कर सकते हैं, संपत्ति और सुख सुविधाओं से दूरी होने की संभावना है।
इस दौरान परिवार से दूरी बढ़ सकती है। आप घर से कुछ समय के लिए दूसरे स्थान पर जाकर भी रह सकते हैं। कार्यक्षेत्र में आपको सावधानी बरतनी होगी क्योंकि आपका मन कहीं लग नहीं रहा होगा और किसी भी बात को लेकर ऐसा लगेगा कि यह ऐसा क्यों हुआ, आपकी जो महत्वपूर्ण इच्छाएं हैं, जो काफी हद तक पूरी भी हो चुकी हैं, उन्हें लेकर भी मन में संशय रहेगा और आपको संतुष्टि की भावना महसूस नहीं होगी। इस दौरान आपकी माताजी के स्वास्थ्य में समस्या हो सकती है और आपको भी छाती से संबंधित समस्याएं जैसे छाती में जकड़न, जलन या संक्रमण जैसी समस्याएं परेशान कर सकती हैं।
उपाय: आपको भगवान श्री गणेश जी महाराज को प्रतिदिन दुर्वांकुर अर्पित करना चाहिए।
वृषभ राशिफल
केतु का कर्क राशि में गोचर 2026 वृषभ राशि के जातकों के लिए तीसरे भाव में होने जा रहा है। आमतौर पर तीसरे भाव में केतु का गोचर शुभ फल देने वाला माना जाता है। इस दौरान छोटी दूरी की धार्मिक यात्राओं के योग बन सकते हैं जो आपके मन में संतुष्टि का भाव जगाएंगे। आप धार्मिक बनेंगे, मंदिर जाना आपको पसंद आएगा, धार्मिक स्थलों की यात्रा करना आपको शांति प्रदान करेगा। हालांकि दूसरी ओर आपके भाई - बहनों से आपके संबंध बिगड़ सकते हैं। यहां तक कि कुछ मित्रों से भी कहा सुनी होने की स्थिति बन सकती है क्योंकि आपको ऐसा लगेगा कि वे कुछ गलत कर रहे हैं। आपके मन का यह भाव उन्हें परेशानी में डाल सकता है। आपकी कुछ पुरानी रुचियां में कमी आएगी, आप उनमें नीरस्ता या पुराना पन महसूस करेंगे जबकि कुछ नई रुचियां को जन्म दे सकते हैं और कुछ नया करने की कोशिश करेंगे।
आप आलस से दूर भागेंगे और आगे बढ़कर काम करेंगे। आपका पराक्रम बढ़ेगा। व्यापार में उन्नति के लिए जी तोड़ मेहनत करेंगे। नौकरी में भी भाग दौड़ खुशी से करेंगे और अपने अंदर नई ताजगी महसूस करेंगे। आप अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देंगे और उसे बेहतर बनाने के लिए व्यायाम करने की दिनचर्या भी बना सकते हैं। यदि आप पहले से व्यायाम करते हैं तो व्यायाम में कुछ बदलाव भी कर सकते हैं। ध्यान करने पर आप ज्यादा निर्भर रहेंगे।
उपाय: आपको केतु महाराज की कृपा प्राप्ति के लिए औषधि स्नान करना चाहिए।
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केतु गोचर 2026 - मिथुन राशिफल
मिथुन राशि के लिए केतु का गोचर दूसरे भाव में होने जा रहा है। केतु गोचर 2026 आपके लिए ज्यादा अनुकूल नहीं कहा जा सकता है क्योंकि दूसरे भाव में केतु के आने पर आपको कई प्रकार की असुविधाओं और शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान भोजन में अरुचि, बासी भोजन करने और बीच-बीच में भोजन करना बंद करने जैसी स्थितियां आपके सामने आ सकती हैं, इससे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। आपकी आंख की रोशनी पर प्रभाव पड़ सकता है। इस दौरान चेहरे पर कील मुंहासे होने की संभावना बन सकती है तथा दांतों में दर्द, मुंह से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं। आपको इस दौरान अच्छे खान-पान पर ध्यान रखना चाहिए। मानसिक रूप से यह गोचर ज्यादा अनुकूल नहीं रहेगा और कुटुंब के लोगों से आपको विलग कर सकता है।
कई ऐसी बातें हो सकती हैं कि आपको हस्तक्षेप करना पड़ेगा और आपके कुटुंब जनों को आपकी बातें पसंद नहीं आएंगी। इससे आपके बीच दूरियां बढ़ सकती हैं। धन संचित करने में भी इस दौरान समस्याएं आ सकती हैं और व्यर्थ के खर्चे आपके धन संचित करने में बाधा उत्पन्न कर सकते हैं। यह समय आपके भाई - बहिनों को आर्थिक और शारीरिक समस्या दे सकता है।
उपाय: आपको केतु के दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए श्री गणेश जी भगवान जी की नियमित रूप से उपासना करनी चाहिए और श्री गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करना चाहिए।
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कर्क राशिफल
कर्क राशि के जातकों के लिए केतु गोचर 2026 की बात करें तो आपके लिए यह गोचर अत्यंत महत्वपूर्ण साबित हो सकता है क्योंकि यह गोचर आपकी ही राशि में यानी आपके प्रथम भाव में होने जा रहा है और आपकी ही राशि में इस गोचर के कारण इसका विशेष प्रभाव आपको दृष्टिगोचर होगा। चंद्रमा की स्वामित्व वाली कर्क राशि में विरक्ति युक्त केतु का प्रभाव आपको सांसारिक रूप से और भौतिक सुख सुविधाओं से विरक्त स्वभाव प्रदान कर सकता है। इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी और यदि आप सजग रहेंगे तो स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकते हैं। छोटी-मोटी संक्रमण जैसी स्थितियां समय-समय पर उत्पन्न हो सकती हैं।
ऐसा होने पर आपको किसी खास वस्तु से यदि एलर्जी है तो उसका विशेष ध्यान रखें और समय पड़ने पर चिकित्सक से संपर्क करें। सर्दी, खांसी जैसी समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं। आप अपने जीवन में कुछ अलग महसूस कर सकते हैं क्योंकि आपको भौतिक सुख सुविधाओं को देखकर लगेगा कि यह सब व्यर्थ है, इससे वैवाहिक संबंधों में भी समस्याएं आ सकती हैं क्योंकि जीवनसाथी को लग सकता है कि कुछ बातें आप उनसे छुपाने लगे हैं जिससे आपके बीच अघोषित सी दूरी आ सकती है।
वैवाहिक जीवन को तनाव से बचने के लिए आपको समय-समय पर जीवनसाथी से बातचीत करनी होगी। व्यावसायिक कार्यक्रम और व्यापार के लिए भी यह गोचर अत्यंत अनुकूल नहीं कहा जा सकता है इसलिए इस दौरान आपको अपने काम पर ध्यान देना होगा। यदि आप किसी अनुभवी और विषय विशेषज्ञ व्यक्ति से सलाह लेकर कोई कार्य करेंगे तो आपको अच्छे परिणाम मिलेंगे और आपकी निर्णय लेने की क्षमता भी प्रभावित होगी। मन में धार्मिकता बढ़ेगी और अध्यात्म की ओर रुझान भी बढ़ेगा।
उपाय: आपको मंगलवार के दिन किसी मंदिर में लाल रंग का तिकोना ध्वज इस प्रकार लगाना चाहिए कि वह लहराता रहे।
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केतु गोचर 2026 - सिंह राशिफल
सिंह राशि के जातकों के लिए केतु गोचर 2026 आपके द्वादश भाव में होने जा रहा है। द्वादश भाव में होने वाला केतु का गोचर ज्यादा अनुकूलता लेकर नहीं आता है क्योंकि द्वादश भाव स्वयं अनुकूल स्थान नहीं माना गया है, ऐसी स्थिति में आपको कुछ सावधानी रखनी होगी। आपके खर्चों में बढ़ोतरी होने के प्रबल योग बनेंगे। विशेष रूप से ऐसे खर्चे होंगे जो आवश्यक भी होंगे और अचानक आएंगे जिन पर आपको धन खर्च करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। आपकी आर्थिक स्थिति पर इसका विशेष प्रभाव पड़ेगा और आपको समझना होगा क्योंकि स्थितियां नियंत्रण से बाहर निकल सकती हैं।
इस दौरान स्वास्थ्य समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं। तेज बुखार, सिर दर्द, आंखों की समस्याएं, संक्रमण आपको परेशानी दे सकता है इसलिए आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही बरतने से भी बचना चाहिए। हालांकि आपके मन में आध्यात्मिक विचारों की बढ़ोतरी होगी। आप ध्यान, योग, साधना, आदि कर सकते हैं। कार्यक्षेत्र में आपको कुछ उदासीनता महसूस होगी लेकिन इस दौरान लंबी तीर्थ यात्रा पर जाने का मौका मिलेगा और आध्यात्मिक रूप से आप उन्नत महसूस करेंगे। पारिवारिक मसलों से आप कुछ दूरी बना लेंगे क्योंकि आप स्वयं को एकांतवासी के रूप में ज्यादा पसंद करेंगे और अधिक समय अकेले में अपने साथ बिताना पसंद करेंगे।
उपाय: आपको केतु के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए मंगलवार के दिन लहसुनिया रत्न का दान करना चाहिए।
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कन्या राशिफल
कन्या राशि के जातकों के लिए केतु गोचर 2026 आपके एकादश भाव में होने जा रहा है। सामान्य तौर पर एकादश भाव में केतु का गोचर अनुकूलता लेकर आता है और आपके कार्यों में सफलता प्रदान करता है। यह केतु गोचर 2026 आपकी आमदनी में अच्छी बढ़ोतरी करा सकता है। आपकी आय के साधन बढ़ेंगे और आप अपनी इच्छाओं को सीमित दायरे में रखेंगे लेकिन उन्हें पूरा करने पर आपका ध्यान केंद्रित रहेगा और इससे आपको उन कार्यों में अच्छी सफलता प्राप्त होगी। पुरानी योजनाएं फिर से शुरू हो सकती हैं। प्रेम संबंधों में भी अनुकूलता आ सकती है। आपको अपने प्रेम संबंधों में एक तरह का नयापन महसूस होगा।
हालांकि बीच-बीच में आप और आपके प्रियतम के बीच नोक झोंक हो सकती है जो समय के साथ दूर हो जाएगी। आपको अपने वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग प्राप्त होगा। उनके मार्गदर्शन में आप कुछ बड़े कार्य करेंगे जिससे आपका नाम होकर कार्यक्षेत्र में आपको पदोन्नति प्राप्त हो सकती है। भाई - बहिनों से संबंध उतार-चढ़ाव से भरे रहने वाले हैं। वे कोई शुभ कार्य पूजा पाठ कर सकते हैं जिसमें आपको भी सम्मिलित होने का मौका मिलेगा। खर्चों में कमी आएगी और कार्यक्षेत्र में आपको अच्छी सफलता मिल सकती है।
उपाय: आपको केतु ग्रह के बीज मंत्र का जाप मंगलवार और शनिवार के दिन करना चाहिए।
तुला राशिफल
केतु गोचर 2026 तुला राशि के जातकों के दशम भाव में होने जा रहा है। यह आपके लिए बहुत ज्यादा अनुकूल तो नहीं रहेगा लेकिन खराब भी नहीं रहेगा यानी कि यह गोचर आपके लिए मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। पारिवारिक जीवन को लेकर तनाव की स्थिति बन सकती है। बीच-बीच में परिवार के लोगों से आपका टकराव हो सकता है, वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, पिताजी को स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं और परिवार का आपसी सामंजस्य थोड़ा कमजोर हो सकता है। आप काम में व्यस्तता महसूस कर सकते हैं लेकिन अपनों की चिंता भी लगी रहेगी। कार्यक्षेत्र में आपकी स्थिति संतुलित होने की संभावना है।
लेकिन कभी-कभी आपको ऐसा भी महसूस होगा कि आपको मनपसंद काम नहीं मिल रहा है, जिससे कभी-कभी काम में मन कम लगेगा और नौकरी में इस कारण स्थिति तनावपूर्ण भी हो सकती है लेकिन आपको स्वयं को धैर्य के साथ संभालना चाहिए ताकि परिस्थितियां हाथ से न निकलें और आप अपने कार्यक्षेत्र में अच्छी स्थिति प्राप्त कर सकें। इस दौरान खर्च सीमित होंगे और आमदनी भी संतुलित रहेगी जिससे आपको आर्थिक तौर पर कोई बड़ी चुनौती मिलने की संभावना थोड़ी सी कम है। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से यह गोचर आपके लिए अच्छा ही रहेगा और इस गोचर के प्रभाव से कोई बड़ी समस्या आपको होने की स्थिति नहीं दिखाई देती है।
उपाय: आपको मंगलवार और शनिवार के दिन अपने स्नान करने के जल में सरसों के कुछ बीज और दूर्वा घास डालकर स्नान करना चाहिए।
केतु गोचर 2026 वृश्चिक राशिफल
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए इस दौरान केतु ग्रह चंद्रमा के स्वामित्व वाली कर्क राशि में आपके नवम भाव में प्रवेश करेंगे। इस भाव को धर्म का भाव और भाग्य भाव भी कहा जाता है। केतु के नवम भाव में गोचर करने से आप अत्यधिक धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति के रूप में अपनी पहचान बनाने का प्रयास करेंगे। धर्म और अध्यात्म से जुड़े मामले आपका ध्यान आकर्षित करेंगे। आप दूसरों की मदद करेंगे। सामाजिक सरोकार के कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे और लंबी यात्राएं करेंगे।
अधिकांश यात्राएं धर्म कर्म के लिए और तीर्थ स्थान की यात्राएं भी हो सकती हैं। इस दौरान पिताजी का स्वास्थ्य आपके लिए चिंता का विषय बन सकता है। आप यदि कोई व्यापार करना चाहते हैं तो इस दौरान धार्मिक पर्यटन से संबंधित काम में आपकी विशेष रूचि हो सकती है। कई बार आपको अकेले रहना पसंद आएगा और जीवन के प्रति उदासीनता भी महसूस हो सकती है। यह केतु की विरक्त प्रकृति के कारण होता है इसलिए आपको निश्चिंत रहना चाहिए और जीवन के सकारात्मक पक्ष को देखना चाहिए। कार्यक्षेत्र में कुछ बदलाव आ सकते हैं और संभव है कि आपका किसी दूसरे स्थान पर तबादला भी हो जाए।
उपाय: आपको विशेष रूप से बृहस्पतिवार और मंगलवार के दिन श्वान को भोजन देना चाहिए।
धनु राशिफल
धनु राशि के जातकों के लिए केतु का कर्क राशि में गोचर आपकी राशि से अष्टम भाव में होने जा रहा है। अष्टम भाव को सबसे अधिक रहस्यमय और अज्ञात भाव के रूप में जाना जाता है और केतु की प्रकृति भी रहस्यमय होती है, ऐसे में केतु का अष्टम भाव में जाना जीवन में अचानक से होने वाली घटनाओं को जन्म दे सकता है। इसके अतिरिक्त इस दौरान आपको अप्रत्याशित धन लाभ भी हो सकता है और शारीरिक समस्याएं बढ़ने की स्थिति भी बन सकती है, विशेष रूप से यदि आपकी कुंडली में विपरीत ग्रहों की दशा चल रही है तो इस केतु गोचर 2026 के दौरान पित्त प्रकृति की समस्याएं और गुप्त रोग जैसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं और आपको चिकित्सक से मिलना पड़ सकता है।
इस दौरान गहन आध्यात्मिक विषयों, चेतना वृद्धि, साधना, सिद्धि, ध्यान, धर्म, अध्यात्म, आदि में आपका मन अधिकतर लगेगा। आप ज्योतिष जैसे विषयों में ज्यादा गहन रुचि दिखाएंगे और उन्हें सीखने के लिए प्रयास भी कर सकते हैं। यह समय आपके लिए आत्म चिंतन का समय होगा। आप अपने जीवन की गलतियों से सीखेंगे और भविष्य में उन्हें दोहराने से बचने का प्रयास करेंगे। इस दौरान आपको अपने खानपान की आदतों पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि आप बीमार पड़ सकते हैं। ससुराल पक्ष के लोगों को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और संभव है कि आपको उनकी मदद करनी पड़े।
उपाय: आपको गुरुवार के दिन अपने मस्तक पर हल्दी अथवा केसर का तिलक लगाना चाहिए।
केतु गोचर 2026 - मकर राशिफल
मकर राशि के जातकों के लिए केतु गोचर 2026 सातवें भाव में होने जा रहा है। यहां होने वाला केतु का गोचर आपके जीवन को विशेष रूप से प्रभावित करने वाला है। यदि आप विवाहित हैं तो इसका प्रभाव और भी अधिक गहरा हो सकता है क्योंकि सप्तम भाव हमारे विवाह का भाव है, इससे लंबी साझेदारियां भी देखी जाती हैं। विवाह संबंधों में केतु का प्रभाव विपरीत माना जाता है, ऐसे में आप और आपके जीवनसाथी के मध्य कई बार तनाव और टकराव की स्थितियां जन्म ले सकती हैं। एक - दूसरे के प्रति संदेह उत्पन्न होने और गलतफहमी होने के कारण वैवाहिक संबंधों में कुछ कटुता बढ़ने की स्थिति बन सकती है। यह भी संभव है कि इस दौरान जीवनसाथी को स्वास्थ्य समस्याएं परेशान करें।
यदि आप पहले से ही वैवाहिक संबंधों में संघर्ष का सामना कर रहे हैं तो यह गोचर उन्हें और बढ़ा सकता है। व्यावसायिक संबंधों के लिए भी यह गोचर अच्छा नहीं कहा जा सकता है। इस दौरान आपके संबंध आपके व्यावसायिक साझेदार से बिगड़ सकते हैं। इसके अतिरिक्त व्यापार में भी उथल-पुथल मच सकती है और समस्याएं बढ़ सकती हैं। यात्रा करने के लिए गोचर ज्यादा अनुकूल नहीं है। इस दौरान ठंडे दिमाग से पूरे धैर्य से काम लेना चाहिए और जीवनसाथी की बातों को भी अच्छे से सुनकर और समझ कर आपसी सहमति से सभी कार्य करने चाहिए।
उपाय: आपको मंगलवार के दिन श्री हनुमान जी महाराज को चार केले अर्पित करने चाहिए।
केतु गोचर 2026 - कुंभ राशिफल
कुम्भ राशि के जातकों के लिए केतु का यह गोचर कर्क राशि में आपकी राशि से छठे स्थान पर होने जा रहा है। आमतौर पर यह गोचर अनुकूलता लेकर आता है और इस बार भी यह कुछ हद तक अनुकूलता लेकर आएगा लेकिन आपको अपने शारीरिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना ही होगा क्योंकि यहां कर्क राशि का केतु आपके लिए शारीरिक संक्रमण का कारण बन सकता है। आपके विरोधी इस दौरान सिर उठाएंगे और कार्यों में व्यवधान उत्पन्न करेंगे। हालांकि आपको उनसे कोई बड़ी हानि तो नहीं होगी लेकिन वे मानसिक तनाव तो बढ़ा ही सकते हैं। आपको अपने कार्य पर ध्यान देना चाहिए और नौकरी में अपनी स्थिति को मजबूत बनाने के लिए जी तोड़ मेहनत करनी चाहिए, ऐसा करने से आपके विरोधी अपने आप ही शांत हो जाएंगे।
कई बार आप की शारीरिक समस्याएं चिकित्सा जांच में सही दिखाई नहीं देंगी इसलिए आपको एक से ज्यादा डॉक्टरों की राय लेनी बेहतर होगी। यदि आप किसी प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आपको इस दौरान और अधिक ज्यादा ध्यान देकर पढ़ाई करनी होगी क्योंकि बार-बार प्रयास करने से ही आपको सफलता मिल सकती है। व्यापार जगत से जुड़े लोगों के लिए कुछ नए कार्य स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। इस दौरान आपके लिए अपने निजी जीवन को संभालना और अपने रिश्तों पर ध्यान देना आवश्यक होगा। आप जितना अधिक संघर्ष करने की प्रवृत्ति को स्वीकार करेंगे और चुनौतियों से लड़ेंगे, आपको उतनी ही अधिक सफलता प्राप्त होगी।
उपाय: आपको गरीब और जरूरतमंद लोगों को कंबल वितरित करने चाहिए।
मीन राशिफल
केतु गोचर आपके लिए उतार-चढ़ाव से भरा हो सकता है क्योंकि यह एक तो चंद्रमा के स्वामित्व वाली कर्क राशि में होगा जो अत्यंत भावुक राशि है और पंचम भाव में होगा जो आपके जीवन में बुद्धि, सोच - समझ और प्रेम का भाव है, ऐसे में प्रेम संबंधों में समस्या आना लाजमी है। आप और आपके प्रियतम के बीच कई बार गलतफहमियां जन्म ले सकती हैं और एक - दूसरे को सही तरीके से समझ न पाने के कारण आपके रिश्ते में बार-बार तनाव टकराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। यदि आपकी कुंडली में कोई विपरीत ग्रह की दशा चल रही है तो इस दौरान प्रेम संबंध में विच्छेद होने की स्थिति भी बन सकती है इसलिए आपको निश्चय करके अपने प्रेम जीवन को संभालना होगा।
नौकरी में बदलाव आने की स्थिति भी बन सकती है और इस दौरान आप यदि अपने काम पर ध्यान नहीं देते हैं तो आपको कार्यक्षेत्र में वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से चेतावनी भी मिल सकती है। पेट से जुड़ी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं और इस गोचर काल के दौरान उदर रोग बार-बार सिर उठा सकते हैं। इस दौरान आपको अपनी संतान से संबंधित चिंताएं भी परेशान कर सकती हैं, उनके भविष्य को लेकर आप चिंतित हो सकते हैं।
उपाय: आपके लिए काले - सफेद तिलों का दान मंगलवार के दिन करना अत्यंत लाभदायक रहेगा।
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हम आशा करते हैंं कि केतु गोचर 2026 आपके जीवन में खुशहाली और तरक्की लेकर आए और आप जीवन में कभी भी हताश न हों। हमारी वेबसाइट पर विजिट करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. केतु गोचर 2026 कब होने वाला है?
केतु 5 दिसंबर 2026 को रात्रि 20:03 बजे कर्क राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं।
2. केतु शुभ कब होता है?
जब तृतीय, पंचम, नवम, या द्वादश भाव में केतु स्थिति हो
3. केतु को खुश कैसे करें?
नारियल, चावल, और सफेद कपड़े दान करें।
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