बृहस्पति का कर्क राशि में गोचर (2 जून, 2026)
गुरु गोचर 2026: बृहस्पति ग्रह जिन्हें देवगुरु भी कहा जाता है, वैदिक ज्योतिष के अंतर्गत सर्वाधिक प्रभावशाली ग्रहों में से एक हैं। इन्हें सबसे शुभ ग्रह की संज्ञा भी प्राप्त है। इनकी दृष्टि को अमृत के समान माना गया है यानी कि बृहस्पति अपनी दृष्टि से कुंडली के जिस भाव को भी देख लेते हैं, उसके प्रभाव को बढ़ा देते हैं और उसके लिए सुख-संपत्ति के द्वार खोल देते हैं। बृहस्पति को संतान, विवाह, धन-संपत्ति और ज्ञान का कारक ग्रह माना जाता है। गुरु गोचर 2026 यानी कि बृहस्पति का कर्क राशि में गोचर 2 जून 2026 को प्रातः 6:30 बजे होगा।

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जैसे ही बृहस्पति चंद्रमा के आधिपत्य वाली कर्क राशि में प्रवेश करेंगे, इनके प्रभाव में यकायक बढ़ोतरी हो जाएगी क्योंकि यह एक शुभ ग्रह भी है और कर्क राशि बृहस्पति की उच्च राशि है यानी कि कर्क राशि में आकर बृहस्पति उच्च के फल देने लगते हैं। ऐसे में सर्वाधिक शुभ दृष्टि और शुभ माना जाने वाला ग्रह बृहस्पति जब अपनी उच्च राशि में आएंगे तो उनके शुभ फल देने की क्षमता भी बढ़ जाएगी, लेकिन यह सभी राशियों के लिए अपनी स्थिति के अनुसार शुभाशुभ परिणाम देने में सक्षम होंगे। यह बात तो माननी पड़ेगी कि बृहस्पति का उच्च होना अपने प्रभाव को बढ़ाने वाला साबित होगा। बृहस्पति कर्क राशि में 31 अक्टूबर 2026 की संध्या 19:19 बजे तक रहेंगे और उसके बाद सूर्य के आधिपत्य वाली सिंह राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
गुरु गोचर 2026 की बात करें तो, 11 मार्च 2026 को बृहस्पति मिथुन राशि में वक्री से मार्गी अवस्था में आएंगे और वर्ष के अंतिम दिनों में यानी कि 13 दिसंबर से वक्री अवस्था में चले जाएंगे। बृहस्पति के कर्क राशि में गोचर के उपरांत 14 जुलाई से बृहस्पति अस्त अवस्था में आ जाएंगे और 12 अगस्त को उनका उदय होगा। बृहस्पति के अस्त होने को गुरु तारा अस्त भी कहा जाता है और इस दौरान सभी शुभ कार्यों को करने की मनाही होती है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार बृहस्पति का राशि परिवर्तन यानी बृहस्पति गोचर 2026 अत्यंत महत्वपूर्ण प्रभाव देने वाला गोचर साबित होगा। आइए जानते हैं गुरु गोचर 2026 का आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
Read in English: Jupiter Transit 2026
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गुरु गोचर 2026: मेष राशि
देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से चौथे भाव में होगा। यह आपके नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। गुरु गोचर 2026 आपके जीवन में खुशियों की सौगात लेकर आएगा। आपको कोई पुरानी पैतृक संपत्ति मिल सकती है या पुराने घर अथवा पैतृक घर में जाने का मौका मिल सकता है। परिवार के लोगों का सानिध्य प्राप्त होगा। मन में खुशी रहेगी। सुख-संसाधनों में बढ़ोतरी होगी। माता का प्रेम मिलेगा और अपनों से निकटता बढ़ेगी। घर में अनेक धार्मिक कार्य होंगे जिससे घर में अतिथियों का आगमन होगा। किसी संतान का जन्म भी हो सकता है। विदेशी माध्यमों से धन की प्राप्ति होगी। अगर आपने पहले निवेश किया हुआ था, तो उसका प्रतिफल इस समय अच्छे धन लाभ के रूप में आपको प्राप्त हो सकता है।
आपका मन धार्मिक गतिविधियों और अध्यात्म की ओर झुकेगा। कार्यक्षेत्र में आपको अच्छी सफलता मिलेगी। आप अपनी बुद्धिमानी और अनुभव के बल पर कार्यक्षेत्र में अपनी स्थिति को मजबूत बना पाएंगे। विदेश गए हुए लोगों को इस दौरान स्वदेश लौटने का मौका प्राप्त होगा। आपके कुछ जायज खर्चों में बढ़ोतरी होगी जो अच्छे कार्यों पर होंगे। स्वास्थ्य समस्याएं कम होंगी। लेकिन, परिवार में स्वयं को सर्वोत्तम समझने की भूल न करें और सभी के साथ मिलजुल कर ही रहें जिससे आपको सभी का साथ मिल पाए। इस दौरान कोई बना बनाया मकान खरीदने के योग बन सकते हैं ।
उपाय: आपको बृहस्पतिवार के दिन भूरी गाय को बेसन की रोटी खिलानी चाहिए।
वृषभ राशि
गुरु गोचर 2026 वृषभ राशि के जातकों के लिए अच्छे परिणाम लेकर आ सकता है क्योंकि देव गुरु बृहस्पति आपकी राशि के लिए आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। इस गोचर के दौरान बृहस्पति आपके तीसरे भाव में विराजमान रहेंगे। तीसरे भाव से छोटी यात्राएं, भाई-बहन, साहस और पराक्रम को देखा जाता है। आपकी रुचि और हॉबी में बढ़ोतरी होगी। कुछ ऐसी गतिविधियों में आपका मन लगेगा जो धर्म और ज्ञान से संबंधित हों। आप लोगों को अपने ज्ञान और वाणी से प्रभावित करने में सफल रहेंगे। भाई-बहनों से आपके संबंध मधुर बनेंगे और उनका सहयोग आपके साथ बना रहेगा। साथ ही, आप भी उनका हर समय सहयोग करते हुए नजर आएंगे। छोटी-छोटी धार्मिक स्थलों की यात्रा करने की स्थितियां बनती रहेंगी। आपकी छोटी यात्राएं होंगी और परिवार के सदस्यों में सामंजस्य देखने को मिलेगा।
इस दौरान आपके अंदर आलस्य की बढ़ोतरी हो सकती है जिससे दूर रहने का प्रयास करना होगा, नहीं तो आपके हाथ से बहुत बड़े-बड़े अवसर निकल सकते हैं। बृहस्पति महाराज की कृपा से वैवाहिक संबंधों में चली आ रही कड़वाहट दूर होगी। आपसी सामंजस्य बेहतर बनेगा और रिश्ता मजबूत होगा। लंबी यात्राओं के माध्यम से आप अपनी आध्यात्मिक साधनाओं को पूरा कर सकते हैं। पिता से संबंध मजबूत रहेंगे। आपकी आमदनी में भी बढ़ोतरी होगी और एक से ज्यादा माध्यमों से आमदनी होने के योग बनेंगे। आपकी जो आय अभी तक हो रही है, उसमें वृद्धि होने के योग बनेंगे। सेहत के मामले में थोड़ी सावधानी बरतनी होगी।
उपायः बृहस्पतिवार के दिन पीपल वृक्ष को स्पर्श किए बिना जल चढ़ाना आपके लिए उत्तम रहेगा।
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गुरु गोचर 2026: मिथुन राशि
बृहस्पति महाराज मिथुन राशि से दूसरे भाव में गोचर करेंगे। बृहस्पति आपकी राशि के लिए सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। यह गुरु गोचर 2026 आपके जीवन में खुशहाली और समृद्धि लेकर आएगा। दूसरे भाव में बृहस्पति के आने से आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होने लगेगा। आपके बैंक-बैलेंस में सुधार होगा। वित्तीय योजनाओं से प्राप्त धन का आप निवेश करेंगे और नई-नई बचत योजनाओं में लगाएंगे जिससे आपको प्रचुर मात्रा में धन लाभ होने का योग बनेगा। ऐसे में, आपकी आर्थिक स्थिति धीरे-धीरे समृद्ध होने लगेगी। आपके परिवारजनों से आपका प्रेम बढ़ेगा। कुटुंब के लोग पारिवारिक मूल्यों को महत्व देंगे और एक-दूसरे का ध्यान रखेंगे।
आपकी वाणी में अधिकार बढ़ेगा और लोग आपकी वाणी से प्रभावित होकर आपकी बात मानेंगे। पैतृक व्यवसाय करने वाले जातकों के लिए समय लाभदायक रहेगा। जीवनसाथी के माध्यम से भी धन लाभ होने के योग बनेंगे और नौकरी में भी आपकी आर्थिक स्थिति बढ़िया होगी यानी कि आपकी तनख्वाह में वृद्धि होने के संकेत मिलेंगे। आपको रोग से छुटकारा मिलेगा। शत्रु शांत होंगे और ऋण में कमी आएगी। धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा। परिवार में किसी नए सदस्य के आगमन होने के योग बनेंगे। किसी सदस्य का जन्म होने अथवा किसी का विवाह होने की स्थिति जन्म लेगी। घर में शुभ और मांगलिक कार्य संपन्न होंगे। कार्यक्षेत्र में आपका दबदबा बढ़ेगा और नौकरी में आपके प्रयास और अनुभव का आपको लाभ मिलेगा।
उपायः आपको गुरुवार के दिन अपनी जिव्हा पर केसर लगाना चाहिए।
कर्क राशि
देवगुरु बृहस्पति कर्क राशि से प्रथम भाव में गोचर करेंगे यानी कि यह आपकी ही राशि में गोचर करेंगे, जहां यह उच्च अवस्था में आ जाएंगे। बृहस्पति का आपकी राशि में आना आपके लिए अत्यंत लाभदायक साबित होगा। यह आपके नवम भाव और छठे भाव के स्वामी हैं। देवगुरु बृहस्पति का यह गोचर आपको अपार सफलता प्रदान करेगा। आपकी निर्णय लेने की क्षमता का विकास होगा। आप सुंदर दिखना चाहेंगे। शारीरिक स्वास्थ्य में वृद्धि होगी। चेहरे पर चमक बढ़ेगी और व्यक्तित्व का विकास होगा। चारित्रिक रूप से आप उन्नत होंगे और अच्छे कार्य करेंगे। साथ ही, अच्छे लोगों की संगति में आएंगे। दान, पुण्य, हवन करना आपको पसंद आएगा और इससे आपका यश और कीर्ति की बढ़ोतरी होगी। आपका आरोग्य भी मजबूत होगा और आपको संतान सुख भी मिलेगा।
प्रेम संबंधी मामलों में सफलता मिलेगी और विद्या के मामले में भी आप भाग्यशाली साबित होंगे। बृहस्पति महाराज की कृपा से आपको ज्ञान की प्राप्ति होगी। विभिन्न गुण आपकी मदद करेंगे। वैवाहिक संबंधों में चले जा रहे मतभेद दूर होंगे और आपसी प्रेम में बढ़ोतरी होगी। व्यापार में उन्नति के विशेष योग बनेंगे। आप अकेले व्यवसाय करते हैं अथवा साझेदारी में, दोनों ही जगहों पर आपको फायदा होगा। धार्मिक और लंबी यात्राओं के योग बनेंगे। आप लोगों की मदद करेंगे और परोपकारी जीवन व्यतीत करेंगे जिससे समाज में आपकी पकड़ मजबूत होगी और आपकी लोकप्रियता में बढ़ोतरी होगी। धन लाभ के अच्छे योग बनेंगे।
उपायः बृहस्पतिवार के दिन अपने मस्तक पर केसर का तिलक अथवा हल्दी का तिलक लगा सकते हैं।
गुरु गोचर 2026: सिंह राशि
देवगुरु का गोचर सिंह राशि से बारहवें भाव में होगा जो आपके पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं। आपकी राशि के लिए गुरु गोचर 2026 अनुकूलता के साथ-साथ कुछ सावधानी रखने पर भी ध्यान देने की तरफ संकेत कर रहा है। द्वादश भाव में बृहस्पति का गोचर खर्चों के दृष्टिकोण से बढ़ोतरी लेकर आएगा। आपके खर्चों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी होगी। लेकिन, अच्छी बात यह है कि खर्च अच्छे कार्यों पर होंगे जैसे कि पूजा-पाठ, घर की आर्थिक समृद्धि, सुख-सुविधाओं में बढ़ोतरी और घर में किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य पर भी खर्च हो सकता है। सभी खर्च आवश्यकता अनुसार होंगे जो कि एक अच्छी बात है, लेकिन आपके खर्च बढ़ने से आर्थिक स्थिति पर थोड़ा दबाव बढ़ेगा। यदि आप विदेश में रहते हैं अथवा किसी बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत हैं, तो इस दौरान आपको अच्छा धन लाभ हो सकता है। आप अपने धन का निवेश करने में भी सफल होंगे।
इस दौरान शेयर बाजार में निवेश करना आपको सफलता दिला सकता है। पारिवारिक संबंधों में भी मज़बूती आएगी। घर-परिवार के सदस्यों का सहयोग मिलेगा। सुख-संपत्ति के साधन बढ़ेंगे। स्वास्थ्य में गिरावट तो आएगी, लेकिन बीच-बीच में कुछ नई स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं। आपको अपने खान-पान और दिनचर्या पर भी ध्यान देना होगा क्योंकि उसके बिगड़ने से आप बीमार हो सकते हैं। आप अच्छे कार्यों को करेंगे और अपने ससुराल पक्ष से भी आपके संबंध मधुर बनेंगे। आप एक विद्यार्थी हैं, तो शिक्षा ग्रहण करने के लिए विदेश भी जा सकते हैं।
उपायः आपको बृहस्पतिवार के दिन “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करना चाहिए।
कन्या राशि
बृहस्पति महाराज आपके चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं जो अब गोचर करके कन्या राशि से एकादश भाव में जाएंगे। यह गोचर आपके लिए खुशियों के द्वार खोल देगा और आपकी आय में बढ़ोतरी करेगा। गुरु गोचर 2026 से आप आर्थिक रूप से प्रगति करेंगे और आमदनी के साधन बढ़ेंगे। आपकी इच्छाओं की पूर्ति होगी। मन में जो योजनाएं सोच रखी थीं, उन्हें पूरा करने का समय अब आ गया है जिससे आपको आर्थिक लाभ होगा। बड़े और सम्मानित लोगों के दायरे में आप शामिल होंगे। आपका सामाजिक दायरा बढ़ेगा। शिक्षा में उत्तम सफलता मिलेगी और विद्यार्थियों में आपको एक सफल और उत्तम विद्यार्थी के रूप में पहचान मिलेगी।
आलस्य में जरूर बढ़ोतरी हो सकती है जिससे दूर होना आपके लिए आवश्यक होगा, नहीं तो महत्वपूर्ण अवसर हाथ से निकल सकते हैं और कार्यों में रुकावट आ सकती है। भाई-बहनों के लिए यह समय अच्छा रहेगा और उन्हें सफलता मिलेगी। उनसे आपको भी लाभ होगा। प्रेम संबंधी मामलों के लिए यह समय शुभ रहेगा। इस गोचर से आपके प्रेम विवाह के योग भी बन सकते हैं। अविवाहित जातकों के विवाह का संकेत मिल सकते हैं। संतान प्राप्ति का शुभ समाचार भी विवाहित जातकों को मिल सकता है। विवाहित संबंधों में खुशियां बढ़ेंगी और आपस में प्रेम बढ़ेगा। आपको अपनी माता से लाभ हो सकते हैं और जीवनसाथी भी लाभ दिलवा सकता है। व्यापार से प्रचुर धन लाभ होने के योग बनेंगे।
उपायः आपको बृहस्पतिवार के दिन केले का वृक्ष रोपना चाहिए और उसकी पूजा करनी चाहिए।
गुरु गोचर 2026: तुला राशि
तुला राशि से दसवें भाव में गुरु गोचर 2026 होगा। देवगुरु बृहस्पति आपके तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं। इस गोचर के परिणामस्वरूप आपके काम में तरक्की आएगी, लेकिन आपको अति आत्मविश्वास का शिकार होने से बचना होगा। यदि आप अति आत्मविश्वासी हो जाते हैं, तो फिर कार्यक्षेत्र में समस्या उत्पन्न होगी। आप अपने आसपास के लोगों को अपने से कम समझेंगे जो आपके अंदर अहंकार को बढ़ाएगा जिससे कार्यक्षेत्र में समस्या बढ़ सकती है। पारिवारिक जीवन में सामंजस्य बना रहेगा। माता-पिता से संबंध मधुर होंगे और उनके स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं यदि चल रही थीं, तो उनमें भी कमी आएगी।
इस दौरान कुटुंब में बढ़ोतरी होने के योग बनेंगे और आर्थिक चुनौतियां भी कम होंगी। मानसिक तनाव में कमी आएगी। विरोधियों पर आपकी पकड़ मजबूत होगी। वह आपके सामने आने की हिम्मत नहीं जुटा पाएंगे। आप अपने निजी प्रयासों से कार्यक्षेत्र में अपनी स्थिति को मजबूत बनाएंगे। आपके सहकर्मियों का पूर्ण सहयोग आपके साथ रहेगा और उसकी बदौलत आप नौकरी में अच्छा प्रदर्शन कर पाने में कामयाब रहेंगे। आपकी नौकरी के लिए यह समय अच्छा रहेगा। पदोन्नति के योग भी बन सकते हैं और यदि आप प्रयास कर रहे हैं, तो नई नौकरी मिलने के योग भी बन सकते हैं। छोटी यात्राएं काम में मददगार बनेंगी। भाई-बहन आपके कार्य में आपकी मदद करेंगे।
उपायः आपको प्रतिदिन दूध में केसर डालकर उसका सेवन करना चाहिए।
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वृश्चिक राशि
बृहस्पति महाराज आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। वृश्चिक राशि वालों के लिए बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से नौवें भाव में होगा। यह भाग्य स्थान कहा जाता है और काल पुरुष कुंडली के अनुसार, बृहस्पति की धनु राशि नवम भाव में ही होती है। ऐसे में, धार्मिक गतिविधियों में आपका रुझान बढ़ेगा और आप उनमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे। सामाजिक रूप से आपकी उन्नति होगी। साथ ही, आपका यश और मान बढ़ेगा। आपकी सामाजिक लोकप्रियता में भी बढ़ोतरी होगी। गुरु गोचर 2026 आपके जीवन की चुनौतियों को कम करेगा। आपकी सही निर्णय लेने की क्षमता मजबूत होगी और गलत कामों से आप दूरी बनाएंगे। अच्छे लोगों की संगति आपको पसंद आएगी। आप यात्राएं करना पसंद करेंगे। तीर्थ यात्रा के योग भी बनेंगे। यदि आप इच्छुक हैं और प्रयास कर रहे हैं, तो आपको विदेश यात्रा करने के अवसर भी इस दौरान मिल सकते हैं।
भाई-बहनों की मदद के लिए आप सदैव तत्पर रहेंगे, लेकिन किसी बात को लेकर उनसे खटपट हो सकती है। कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों से अच्छा व्यवहार करें। संतान संबंधित सुखद समाचार प्राप्त होंगे और आपकी संतान की उन्नति हासिल करेगी। प्रेम संबंधी मामलों में आपको सफलता मिलेगी। आपका प्रेम परवान चढ़ेगा और ईश्वर की कृपा मिलेगी जिससे आपके प्रेम संबंध को सही दिशा में आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। विद्यार्थियों के लिए बृहस्पति का यह गोचर सबसे ज्यादा शुभ प्रभाव लेकर आएगा। उच्च शिक्षा में उत्तम सफलता मिलेगी और विदेश जाकर पढ़ने का मौका भी मिल सकता है। आपकी गणना अच्छे विद्वान विद्यार्थियों के रूप में हो सकती है। पैतृक मामलों में आपको सफलता मिलेगी और नौकरी में स्थानांतरण के योग बनेंगे, लेकिन यह स्थानांतरण आपके पक्ष में हो सकता है।
उपायः आपको भगवान श्रीहरि विष्णु जी की उपासना करनी चाहिए और उन्हें पीला चंदन अर्पित करना चाहिए।
धनु राशि
गुरु आपकी राशि यानी धनु राशि के स्वामी ग्रह हैं। बृहस्पति का यह गोचर आपकी राशि से आठवें भाव में होगा और यह आपके जीवन में महत्वपूर्ण एवं बड़े बदलाव लेकर आने में सक्षम रहेगा। देवगुरु बृहस्पति का यह गोचर आपके लिए खट्टी-मीठी घटनाएं लेकर आ सकता है। जहां एक तरफ आपकी आध्यात्मिक क्षमता का विकास होगा और आप विशुद्ध ज्ञान की खोज करने वाले व्यक्ति के रूप में अपनी पहचान बनाएंगे, वहीं, सांसारिक सुखों और भौतिक सुख-सुविधाओं के प्रति मन में विरक्ति का भाव उत्पन्न हो सकता है। गुरु गोचर 2026 आपकी आर्थिक योजनाओं में कुछ कमी लेकर आ सकता है। बृहस्पति ग्रह के इस गोचर के प्रभाव से आपको स्वास्थ्य समस्याएं अपनी पकड़ में ले सकती हैं इसलिए आपको सदैव अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी।
पारिवारिक संपत्ति से जुड़ी कुछ समस्याएं जन्म ले सकती हैं जिससे परिवार में विवाद पैदा हो सकते हैं, आपको उन पर भी ध्यान देना होगा। आपके खर्चों में बढ़ोतरी होगी और अवांछित यात्राएं हो सकती हैं, लेकिन अप्रत्याशित रूप से धन लाभ होने के योग भी बन सकते हैं। किसी पैतृक संपत्ति के प्राप्त होने की स्थिति बन सकती है। आप किसी विद्वान को अपना गुरु मानकर उनसे दीक्षा ले सकते हैं। परिवार की जिम्मेदारियां निभाने पर भी आपका ध्यान होगा जिसमें कुछ कठिनाइयां तो आएंगी, लेकिन आप उन पर पूरा ध्यान देकर उन कार्यों को भी भली प्रकार से कर पाएंगे।
उपायः आपको प्रतिदिन 108 बार देव गुरु बृहस्पति के बीज मंत्र का जाप करना लाभ देगा।
गुरु गोचर 2026: मकर राशि
मकर राशि से सातवें भाव में बृहस्पति का गोचर होने जा रहा है। यह आपके लिए तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी ग्रह हैं। गुरु गोचर 2026 आपके लिए वैवाहिक संबंधों में अच्छी खबर लेकर आ सकता है। वैवाहिक संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। जीवनसाथी के साथ रिश्ते में आपसी सामंजस्य बढ़ेगा और आपको अपने कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी। तरक्की मिलने के योग भी बनेंगे। उनके जीवन स्तर में सुधार होगा और वह एक आदर्श साथी के रूप में आपका साथ देंगे। आपसी गलतफहमियां दूर होंगी। रिश्तों में सुधार होगा और आप एक-दूसरे पर भरोसा करेंगे। व्यापार करने वाले जातकों के लिए यह समय उत्तम लाभ प्राप्त करने का रहेगा। आपके व्यापार में निरंतर वृद्धि होगी और आप नई-नई योजनाएं शुरू करने का प्रयास करेंगे।
अगर आप कोई नया व्यवसाय भी शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं, तो उसमें भी आपको सफलता मिल सकती है। आपकी आय के साधनों में बढ़ोतरी होगी और धन प्राप्ति के मजबूत योग बनेंगे। जीवनसाथी के माध्यम से भी धन लाभ प्राप्त हो सकता है। आपके स्वास्थ्य में सुधार आएगा और आपकी निर्णय क्षमता मजबूत होगी। भाई-बहन से संबंध मधुर बनेंगे। छोटी यात्राएं व्यापार को बढ़ाने में सहायक बनेंगी। आपको निजी प्रयासों से अपने वैवाहिक जीवन को बेहतर बनाने का प्रयास करना होगा। विदेशी माध्यमों से व्यापार में लाभ की स्थिति बन सकती है, आपको इसके लिए लगातार प्रयास करने होंगे।
उपायः आपको गुरुवार के दिन ब्राह्मणों को भोजन कराना चाहिए।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए बृहस्पति का गोचर छठे भाव में होने जा रहा है। यह आपके दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। गुरु गोचर 2026 आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने के लिए कह रहा है। छठे भाव में बृहस्पति का गोचर स्वास्थ्य समस्याओं में बढ़ोतरी का कारण बन सकता है। आपके खर्चों में भी बढ़ोतरी होगी, जो आपको परेशान कर सकती है। दूसरी ओर आपकी सेहत भी कमजोर रह सकती है जिससे आपको उस पर भी ध्यान देना होगा। अच्छी दिनचर्या अपनाएं और अपने खान-पान पर ध्यान दें। नियमित योग अभ्यास करें जिससे आपकी सेहत में सुधार हो सके।
आपको नौकरी में सफलता पाने के लिए लगातार प्रयास करने होंगे। बीच-बीच में विरोधी सिर उठाएंगे, जिन पर अंकुश लगाने के लिए आपके दिमाग से काम लेना होगा। विदेश जाने के लिए यह समय अच्छा रहेगा और आपको विदेश जाने में कामयाबी मिल सकती है। यदि न्यायालय में कोई वाद-विवाद चल रहा है, तो उसमें आपको अच्छी सफलता मिल सकती है और उसके माध्यम से धन लाभ होने के योग बनेंगे। आपकी आमदनी में कुछ कमी हो सकती है और परिवारजनों से आर्थिक मुद्दों को लेकर गरमा-गरम बहस होने या छींटाकशी करने की स्थिति बन सकती है। यदि आप किसी तरह का लोन लेना चाहते हैं, तो उसमें आपको कामयाबी मिल सकती है।
उपायः आपको बृहस्पतिवार के दिन विद्यार्थियों को कलम, पेंसिल या कॉपी - किताब भेंट करनी चाहिए।
गुरु गोचर 2026: मीन राशि
गुरु गोचर 2026 आपकी राशि से पांचवें भाव में होने जा रहा है। देवगुरु बृहस्पति स्वयं ही आपकी राशि यानी मीन राशि के स्वामी भी हैं। इसके साथ ही यह आपके कर्म भाव यानी कि दशम भाव के स्वामी भी हैं। बृहस्पति ग्रह का यह गोचर आपके जीवन में कुछ अच्छी घटनाओं को जन्म देने का कारण बन सकता है, लेकिन शुरुआत में आपको कुछ झटके भी लग सकते हैं जैसे कि नौकरी जाने की स्थिति बन सकती है। यदि ऐसा होता भी है तो आपको घबराना नहीं है क्योंकि ऐसा आपके भले के लिए ही हो रहा है। पुरानी नौकरी जाएगी क्योंकि नई और अच्छी नौकरी प्राप्त हो सकती है इसलिए आपको थोड़ा सा धैर्य रखना होगा। आपको नौकरी में अच्छे वेतनमान की प्राप्ति हो सकती है। आपकी इच्छाओं की पूर्ति होगी।
लंबी योजनाएं जो पुराने समय से अटकी हुई थीं, अब पूरी होने लगेंगी और उनसे भी आपको धन लाभ होगा। प्रेम संबंध मजबूत होंगे। आपके प्रियतम से आपकी नजदीकियां बढ़ेंगी और रिश्ता परिपक्व होगा। विद्यार्थियों को शिक्षा में ज्यादा मेहनत किए बिना लाभ होगा क्योंकि उनके अंदर ज्ञान प्राप्ति की सहज इच्छा तीव्र होने लगेगी और वह पढ़ाई पर ध्यान देंगे। भाग्य का साथ मिलेगा, रुके हुए काम बनेंगे और लंबी यात्राओं पर भी जा सकते हैं। आपकी निर्णय क्षमता मजबूत होगी। आप अपनी संतान के लिए कुछ करना चाहेंगे जो दंपति संतान प्राप्ति की इच्छा रखते हैं, उनकी यह इच्छा भी इस दौरान पूरी हो सकती है।
उपायः आपको सदैव अपनी जेब में एक पीला रुमाल रखना चाहिए।
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हम आशा करते हैं कि गुरु गोचर 2026 आपके जीवन में खुशहाली और तरक्की लेकर आए और आप जीवन में कभी भी निराश न हों। हमारी वेबसाइट पर विजिट करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. गुरु का कर्क राशि में गोचर कब होगा?
साल 2026 में बृहस्पति का कर्क राशि में गोचर 02 जून 2026 को होगा।
2. कर्क राशि का स्वामी कौन है?
राशिचक्र में कर्क राशि के अधिपति देव चंद्र देव को माना गया है।
3. गुरु ग्रह का गोचर कब होता है?
ज्ञान के कारक ग्रह हर 13 महीने बाद अपना राशि परिवर्तन करते हैं।
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