कर्णवेध मुहूर्त 2024
एस्ट्रोसेज के इस कर्णवेध मुहूर्त 2024 (Karnvedh Muhurat 2024) आर्टिकल में जानते हैं वर्ष 2024 में कर्णछेदन संस्कार के लिए कौन-कौन सी शुभ तिथियां हैं एवं उनका शुभ मुहूर्त क्या है। साथ ही आपको कर्णवेध संस्कार के महत्व, विधि और कर्णवेध मुहूर्त को निर्धारित करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए आदि के बारे में भी जानकारी प्राप्त होगी। तो आइए बिना देरी किए आगे बढ़ते हैं और सबसे पहले नज़र डालते हैं कर्णवेध मुहूर्त 2024 (Karnvedh Muhurat 2024) की सूची पर जिसकी सहायता से आप अपने बच्चे के कर्णछेदन संस्कार के लिए शुभ मुहूर्त का पता लगा सकते हैं।
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कर्णवेध मुहूर्त 2024 (Karnvedh Muhurat 2024) सूची
कर्णवेध मुहूर्त 2024 (Karnvedh Muhurat 2024): जनवरी
तिथि/ दिन |
मुहूर्त |
4 जनवरी, गुरुवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 7 बजकर 46 मिनट से सुबह 10 बजकर 14 मिनट तक |
8 जनवरी, सोमवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 8 बजकर 16 मिनट से दोपहर 12 बजकर 50 मिनट तक दूसरा मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 25 मिनट से शाम 06 बजकर 36 मिनट तक |
13 जनवरी, शनिवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 46 मिनट से सुबह 09 बजकर 38 मिनट तक दूसरा मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 06 मिनट से शाम 04 बजकर 01 मिनट तक |
14 जनवरी, रविवार |
सुबह 07 बजकर 46 मिनट से सुबह 09 बजकर 34 मिनट तक |
17 जनवरी, बुधवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 46 मिनट से दोपहर 12 बजकर 15 मिनट तक दूसरा मुहूर्त: दोपहर 01 बजकर 50 मिनट से रात 08 बजकर 21 मिनट तक |
18 जनवरी, गुरुवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 10 बजकर 46 मिनट से दोपहर 01 बजकर 46 मिनट तक दूसरा मुहूर्त: दोपहर 03 बजकर 42 मिनट से रात 08 बजकर 17 मिनट तक |
22 जनवरी, सोमवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 45 मिनट से सुबह 09 बजकर 03 मिनट तक दूसरा मुहूर्त: सुबह 10 बजकर 30 मिनट से दोपहर 03 बजकर 26 मिनट तक |
25 जनवरी, गुरुवार |
दोपहर 01 बजकर 19 मिनट से शाम 07 बजकर 49 मिनट तक |
26 जनवरी, शुक्रवार |
सुबह 07 बजकर 43 मिनट से सुबह ** बजकर 39 मिनट तक |
31 जनवरी, बुधवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 41 मिनट से सुबह 08 बजकर 27 मिनट तक दूसरा मुहूर्त: सुबह 09 बजकर 55 मिनट से दोपहर 02 बजकर 51 मिनट तक तीसरा मुहूर्त: शाम 05 बजकर 05 मिनट से शाम 07 बजकर 25 मिनट तक |
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कर्णवेध मुहूर्त 2024 (Karnvedh Muhurat 2024): फरवरी
तिथि/ दिन |
मुहूर्त |
1 फरवरी, गुरुवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 41 मिनट से सुबह 08 बजकर 23 मिनट तक दूसरा मुहूर्त: सुबह 09 बजकर 51 मिनट से दोपहर 02 बजकर 47 मिनट तक |
10 फरवरी, शनिवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 35 मिनट से सुबह 07 बजकर 48 मिनट तक दूसरा मुहूर्त: सुबह 09 बजकर 16 मिनट से शाम 04 बजकर 26 मिनट तक |
14 फरवरी, बुधवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 32 मिनट से सुबह ** बजकर 25 मिनट तक |
15 फरवरी, गुरुवार |
सुबह 07 बजकर 31 मिनट से सुबह 10 बजकर 21 मिनट तक |
18 फरवरी, रविवार |
पहला मुहूर्त: सुबह ** बजकर 09 मिनट से दोपहर 01 बजकर 40 मिनट तक |
19 फरवरी, सोमवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 28 मिनट से सुबह 08 बजकर 40 मिनट तक |
21 फरवरी, बुधवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 26 मिनट से सुबह 09 बजकर 57 मिनट तक |
22 फरवरी, गुरुवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 25 मिनट से 09 बजकर 53 मिनट तक |
29 फरवरी, गुरुवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 18 मिनट से सुबह 08 बजकर 01 मिनट तक |
कर्णवेध मुहूर्त 2024 (Karnvedh Muhurat 2024): मार्च
तिथि/ दिन |
मुहूर्त |
3 मार्च, रविवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 15 मिनट से सुबह 09 बजकर 14 मिनट तक |
7 मार्च, गुरुवार |
पहला मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से शाम 07 बजकर 21 मिनट तक |
8 मार्च, शुक्रवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 29 मिनट से दोपहर 12 बजकर 25 मिनट तक |
25 मार्च, सोमवार |
दोपहर 01 बजकर 33 मिनट से शाम 06 बजकर 10 मिनट तक |
27 मार्च, बुधवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 40 मिनट से दोपहर 01 बजकर 25 मिनट तक |
30 मार्च, शनिवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 09 बजकर 03 मिनट से दोपहर 03 बजकर 34 मिनट तक दूसरा मुहूर्त: शाम 05 बजकर 51 मिनट से शाम 08 बजकर 07 मिनट तक |
कर्णवेध मुहूर्त 2024 (Karnvedh Muhurat 2024): अप्रैल
तिथि/ दिन |
मुहूर्त |
4 अप्रैल, गुरुवार |
सुबह 05 बजकर 31 मिनट से शाम 07 बजकर 47 मिनट तक |
5 अप्रैल, शुक्रवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 42 मिनट से दोपहर 12 बजकर 50 मिनट तक |
13 अप्रैल, शनिवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 33 मिनट से सुबह 10 बजकर 04 मिनट तक |
15 अप्रैल, सोमवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 26 मिनट से दोपहर 12 बजकर 10 मिनट तक |
26 अप्रैल, शुक्रवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 17 मिनट से दोपहर 01 बजकर 47 मिनट तक |
कर्णवेध मुहूर्त 2024 (Karnvedh Muhurat 2024): मई
तिथि/ दिन |
मुहूर्त |
1 मई, बुधवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 57 मिनट से सुबह 08 मिनट 53 मिनट तक |
6 मई, सोमवार |
सुबह 06 बजकर 38 मिनट से दोपहर ** बजकर 08 मिनट तक |
10 मई, शुक्रवार |
दोपहर 12 बजकर 52 मिनट से शाम 07 बजकर 26 मिनट तक |
12 मई, रविवार |
दोपहर 12 बजकर 44 मिनट से शाम 07 बजकर 38 मिनट तक |
13 मई, सोमवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 10 मिनट से दोपहर 12 बजकर 41 मिनट तक |
19 मई, रविवार |
दोपहर 02 बजकर 34 मिनट से शाम 04 बजकर 51 मिनट तक |
20 मई, सोमवार |
सुबह 09 बजकर 53 मिनट से शाम 04 बजकर 47 मिनट तक |
23 मई, गुरुवार |
दोपहर 02 बजकर 19 मिनट से शाम 06 बजकर 54 मिनट तक |
24 मई, शुक्रवार |
सुबह 07 बजकर 22 मिनट से सुबह 11 बजकर 57 मिनट तक |
29 मई, बुधवार |
सुबह 09 बजकर 17 मिनट से शाम 06 बजकर 11 मिनट तक |
30 मई, गुरुवार |
सुबह 06 बजकर 59 मिनट से सुबह 09 बजकर 13 मिनट तक |
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कर्णवेध मुहूर्त 2024 (Karnvedh Muhurat 2024): जून
तिथि/ दिन |
मुहूर्त |
2 जून, रविवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 47 मिनट से सुबह 11 बजकर 22 मिनट तक |
3 जून, सोमवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 30 मिनट से 01 बजकर 35 मिनट से |
7 जून, शुक्रवार |
सुबह 11 बजकर 02 मिनट से शाम 07 बजकर 55 मिनट तक |
9 जून, रविवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 19 मिनट से सुबह 08 बजकर 34 मिनट तक |
10 जून, सोमवार |
शाम 05 बजकर 44 मिनट से रात 08 बजकर 02 मिनट तक |
16 जून, रविवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 08 बजकर 07 मिनट से दोपहर 03 बजे तक |
17 जून, सोमवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 05 बजकर 54 मिनट से सुबह 08 बजकर 03 मिनट तक |
20 जून, गुरुवार |
सुबह 05 बजकर 55 मिनट से सुबह 10 बजकर 11 मिनट तक |
26 जून, बुधवार |
सुबह 09 बजकर 48 मिनट से दोपहर 02 बजकर 21 मिनट तक |
29 जून, शनिवार |
सुबह 11 बजकर 53 मिनट से शाम 06 बजकर 29 मिनट तक |
30 जून, रविवार |
दोपहर 02 बजकर 05 मिनट से शाम 06 बजकर 44 मिनट तक |
कर्णवेध मुहूर्त 2024 (Karnvedh Muhurat 2024): जुलाई
तिथि/ दिन |
मुहूर्त |
6 जुलाई, शनिवार |
सुबह 09 बजकर 08 मिनट से शाम 04 बजकर 01 मिनट से |
7 जुलाई, रविवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 44 मिनट से सुबह 09 बजकर 04 मिनट से |
12 जुलाई, शुक्रवार |
शाम 05 बजकर 56 मिनट से शाम 07 बजकर 28 मिनट तक |
13 जुलाई, शनिवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 20 मिनट से दोपहर 01 बजकर 14 मिनट तक |
14 जुलाई, रविवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 44 मिनट से दोपहर 03 बजकर 30 मिनट तक |
17 जुलाई, बुधवार |
सुबह 07 बजकर 33 मिनट से सुबह 08 बजकर 25 मिनट तक |
22 जुलाई, सोमवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 08 मिनट से दोपहर 12 बजकर 39 मिनट तक |
27 जुलाई, शनिवार |
दोपहर 12 बजकर 19 मिनट से शाम 07 बजकर 01 मिनट तक |
28 जुलाई, रविवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 42 मिनट से सुबह 09 बजकर 59 मिनट से |
31 जुलाई, बुधवार |
दोपहर 02 बजकर 23 मिनट से शाम 06 बजकर 46 मिनट तक |
कर्णवेध मुहूर्त 2024 (Karnvedh Muhurat 2024): अगस्त
तिथि/ दिन |
मुहूर्त |
1 अगस्त, गुरुवार |
सुबह 07 बजकर 26 मिनट से दोपहर 12 बजे तक |
2 अगस्त, शुक्रवार |
सुबह 11 बजकर 56 मिनट से दोपहर 02 बजकर 15 मिनट तक |
9 अगस्त, शुक्रवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 55 मिनट से सुबह 11 बजकर 28 मिनट तक |
10 अगस्त, शनिवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 51 मिनट से सुबह ** बजकर 24 मिनट तक |
14 अगस्त, बुधवार |
सुबह 11 बजकर 09 मिनट से दोपहर 01 बजकर 28 मिनट तक |
19 अगस्त, सोमवार |
दोपहर 03 बजकर 27 मिनट से शाम 07 बजकर 13 मिनट तक |
23 अगस्त, शुक्रवार |
पहला मुहूर्त: दोपहर 12 बजकर 53 मिनट से दोपहर 03 मिनट ** मिनट तक |
24 अगस्त, शनिवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 38 मिनट से सुबह 08 बजकर 13 मिनट तक |
28 अगस्त, बुधवार |
सुबह 06 बजकर 28 मिनट से दोपहर 12 बजकर 33 मिनट तक |
30 अगस्त, शुक्रवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 29 मिनट से दोपहर 02 बजकर 44 मिनट तक |
31 अगस्त, शनिवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 45 मिनट से दोपहर 02 बजकर 40 मिनट तक |
कर्णवेध मुहूर्त 2024 (Karnvedh Muhurat 2024): सितंबर
तिथि/ दिन |
मुहूर्त |
5 सितंबर, गुरुवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 26 मिनट से सुबह 09 बजकर 42 मिनट तक |
6 सितंबर, शुक्रवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 22 मिनट से सुबह 09 बजकर 38 मिनट तक |
15 सितंबर, रविवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 46 मिनट से सुबह 09 बजकर 03 मिनट तक |
16 सितंबर, सोमवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 42 मिनट से सुबह 11 बजकर 18 मिनट तक |
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कर्णवेध मुहूर्त 2024 (Karnvedh Muhurat 2024): अक्टूबर
तिथि/ दिन |
मुहूर्त |
3 अक्टूबर, गुरुवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 46 मिनट से सुबह 07 बजकर 52 मिनट तक |
4 अक्टूबर, शुक्रवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 47 मिनट से सुबह 10 बजकर 08 मिनट तक |
7 अक्टूबर, सोमवार |
दोपहर 02 बजकर 18 मिनट से शाम 06 बजकर 53 मिनट तक |
12 अक्टूबर, शनिवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 55 मिनट से दोपहर 05 बजकर 41 मिनट तक |
13 अक्टूबर, रविवार |
सुबह 09 बजकर 32 मिनट से शाम 03 बजकर 37 मिनट तक |
17 अक्टूबर, गुरुवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 18 मिनट से सुबह 11 बजकर 35 मिनट तक |
18 अक्टूबर, शुक्रवार |
सुबह 06 बजकर 55 मिनट से दोपहर 01 बजकर 35 मिनट तक |
21 अक्टूबर, सोमवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 09 बजकर 01 मिनट से दोपहर 03 बजकर 05 मिनट तक |
23 अक्टूबर, बुधवार |
पहला मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 58 मिनट से शाम 04 बजकर 25 मिनट तक |
24 अक्टूबर, गुरुवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 59 मिनट से सुबह 11 बजकर 07 मिनट तक |
30 अक्टूबर, बुधवार |
सुबह 08 बजकर 25 मिनट से दोपहर 02 बजकर 30 मिनट तक |
कर्णवेध मुहूर्त 2024 (Karnvedh Muhurat 2024): नवंबर
तिथि/ दिन |
मुहूर्त |
3 नवंबर, रविवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 06 मिनट से सुबह 10 बजकर 28 मिनट तक |
4 नवंबर, सोमवार |
सुबह 07 बजकर 7 मिनट से सुबह 10 बजकर 24 मिनट तक |
8 नवंबर, शुक्रवार |
दोपहर 03 बजकर 22 मिनट से शाम 06 बजकर 22 मिनट तक |
9 नवंबर, शनिवार |
पहला मुहूर्त: दोपहर 12 बजकर 09 मिनट से दोपहर 01 बजकर 51 मिनट तक |
13 नवंबर, बुधवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 30 मिनट से सुबह 09 बजकर 49 मिनट तक |
14 नवंबर, गुरुवार |
सुबह 07 बजकर 26 मिनट से सुबह 11 बजकर 49 मिनट तक |
20 नवंबर, बुधवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 25 मिनट से शाम 04 बजे तक |
21 नवंबर, गुरुवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 20 मिनट से सुबह 09 बजकर 17 मिनट तक |
27 नवंबर, बुधवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 25 मिनट से दोपहर 12 बजकर 40 मिनट तक |
कर्णवेध मुहूर्त 2024 (Karnvedh Muhurat 2024): दिसंबर
तिथि/ दिन |
मुहूर्त |
1 दिसंबर, रविवार |
दोपहर 12 बजकर 24 मिनट से दोपहर 03 बजकर 17 मिनट तक |
6 दिसंबर, शुक्रवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 32 मिनट से दोपहर 12 बजकर 05 मिनट तक |
7 दिसंबर, शनिवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 8 बजकर 14 मिनट से दोपहर 01 बजकर 28 मिनट तक |
11 दिसंबर, बुधवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 35 मिनट से सुबह 07 बजकर 59 मिनट तक |
12 दिसंबर, गुरुवार |
सुबह 07 बजकर 36 मिनट से सुबह 09 बजकर 59 मिनट तक |
15 दिसंबर, रविवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 07 बजकर 43 मिनट से सुबह 11 बजकर 29 मिनट तक |
23 दिसंबर, सोमवार |
दोपहर 12 बजकर 25 मिनट से शाम 05 बजकर 21 मिनट तक |
25 दिसंबर, बुधवार |
सुबह 07 बजकर 43 मिनट से सुबह 10 बजकर 50 मिनट तक |
28 दिसंबर, शनिवार |
पहला मुहूर्त: सुबह 08 बजकर 56 मिनट से दोपहर ** बजकर 31 मिनट तक |
कर्णवेध मुहूर्त 2024 (Karnvedh Muhurat 2024) का महत्व
सनातन धर्म में हर शुभ कार्य के लिए ज्योतिषियों द्वारा शुभ मुहूर्त का चयन किया जाता है। बच्चे के जन्म के छह महीने बाद अन्नप्राशन, कर्ण छेदन आदि कई शुभ कार्यक्रम होते हैं। हिंदू धर्म में 16 संस्कारों का विशेष महत्व है और इन 16 संस्कारों में कर्णछेदन नौवां संस्कार है। कर्णछेदन यानी कान छेदना या कान भेदन करना। इस संस्कार के दौरान बच्चे के कान को छिदवाया जाता है और सोने या चांदी का तार पहनाया जाता है। इसके तहत लड़के के दाएं और लड़की के बाएं कान को छेदने की परंपरा है। कर्णछेदन संस्कार इसलिए किया जाता है, ताकि बच्चे की सुनने की क्षमता का विकास हो सके और बच्चे की जीवन में आने वाली नकारात्मकताएं दूर हो सके। शास्त्रों में कहा गया है कि जिसका कर्णवेध संस्कार नहीं किया जाता है, वह अपने रिश्तेदारों के अंतिम संस्कार का अधिकारी नहीं माना जाता है।
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कर्णवेध संस्कार करने की विधि
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कर्णछेदन संस्कार करने के लिए मंदिर या किसी पवित्र स्थान को चुना जाना चाहिए।
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बच्चे को स्नान आदि कराकर नए और साफ-सुथरे कपड़े पहनाना चाहिए।
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कर्णछेदन संस्कार समारोह शुरू करने से पहले देवी-देवताओं और अपने इष्ट देवताओं का आवाहन करना चाहिए। इसके लिए किसी पुरोहित की सहायता ले सकते हैं।
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इस प्रक्रिया के दौरान बच्चे के माता-पिता को मुख सूर्य की दिशा की ओर करके बैठना चाहिए।
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इस संस्कार के दौरान, बच्चे के कान में लगातार मंत्रों का उच्चारण किया जाता है।
कर्णवेध संस्कार के लाभ
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कर्णवेध संस्कार से सुनने की क्षमता बढ़ती है और आंखों की रोशनी तेज होती है।
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कर्णछेदन से लकवा, हर्निया, बहरापन और मानसिक रोग जैसी गंभीर बीमारी का खतरा कम हो जाता है।
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बुरी शक्तियों दूर होती है और व्यक्ति दीर्घायु प्राप्त करता है।
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इससे मस्तिष्क में रक्त का संचार अच्छे से होता है और दिमाग तेज चलता है।
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हिंदू मान्यता के अनुसार कर्णछेदन से व्यक्तित्व में निखार आता है।
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इस संस्कार को करने से शिशु के जीवन से राहु-केतु के दुष्प्रभाव भी दूर होते हैं।
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इसके अलावा जीवन में आने वाले आकस्मिक संकट दूर होते हैं।
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इन मुहूर्तों में करना चाहिए कर्णवेध संस्कार
नक्षत्र:
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मृगशिरा
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रेवती
-
चित्रा
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अनुराधा
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हस्त
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अश्विनी
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पुष्य
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अभिजीत
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श्रवण
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धनिष्ठा
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पुनर्वसु
वार:
-
सोमवार
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बुधवार
-
बृहस्पतिवार
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शुक्रवार
तिथि:
चतुर्थ, नवम , चतुर्दशी तिथियों और अमावस्या तिथि को छोड़कर सभी तिथि शुभ मानी गई है।
ग्रह: यदि बृहस्पति वृषभ, तुला, धनु और मीन राशि में स्थित होते हैं तो यह समय भी बेहद शुभ माना जाता है।
कर्णवेध करने की सही उम्र
कर्णवेध संस्कार जन्म के बारहवें दिन या सोलहवें दिन किया जा सकता है। इसके अलावा जन्म के महीने से 6, 7 या 8 महीने में या जन्म के वर्ष से विषम सालों में कराया जा सकता है। वैसे देखा जाए तो यह समारोह बच्चे के जन्म के तीन से पांच साल के अंदर ही किया जाना चाहिए।
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