विवाह मुहूर्त 2022 - Shubh Vivah Muhurat 2022 Dates
विवाह मुहूर्त 2022 (Shubh Vivah Muhurat 2022) विशेष इस आर्टिकल के माध्यम से जानिए आने वाले नए साल में आने वाली सभी विवाह मुहूर्त की तिथियों की संपूर्ण जानकारी। 2022 में अपने विवाह समारोह का सही समय जानने के लिए वैदिक ज्योतिष आधारित इस सटीक और विस्तृत लेख को अवश्य पढ़ें।
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2022 में विवाह मुहूर्त
शादी या विवाह का यह अनोखा बंधन इंसान के जीवन में ख़ास महत्व रखता है। यह वो ख़ास दिन होता है जब एक खूबसूरत बंधन में बंधकर, साथ जीने मरने की कसमें खाकर दो लोग अपने नए जीवन की शुरुआत करते हैं। साथ ही इस बंधन में बंधने के बाद उनके सुख-दुःख, सभी उतार चढ़ाव भी एक हो जाते हैं। ऐसे महत्वपूर्ण दिन के लिए, लोग चाहते हैं कि "सितारे" उनके पक्ष में हों, इसलिए, वे इस दिन को यथासंभव पूर्ण बनाने में अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। इसमें कुंडलियों का मिलान, और गुण मिलान इत्यादि शामिल होता है, जहां यह कहा जाता है कि एक विवाह पूरी तरह से ठीक काम तब करता है जब वर और वधू की कुंडली में 36 में से कम से कम 18 कारक मेल खाते हैं। इसके बाद कई अन्य अनुष्ठानों और प्रक्रियाओं का पालन किया जाता है जैसे कि सही विवाह मुहूर्त खोजना।
Read In English: Marriage Muhurat 2022
ऐसे में इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताएँगे वर्ष 2022 में विवाह मुहूर्त (Shubh Vivah Muhurat 2022) के बारे में विस्तृत और संपूर्ण जानकारी। साथ ही एस्ट्रोसेज के इस आर्टिकल में हम आपको उन कारकों के बारे में भी बताएँगे जिन्हें 2022 में एक उपयुक्त विवाह मुहूर्त का चयन करते समय ध्यान में रखा जाता है।
शुभ विवाह मुहूर्त 2022 की सूची
विवाह मुहूर्त 2022: जनवरी | |||||
महीना-तिथि | डेट | दिन | राशि | नक्षत्र | समय अवधि |
पौष चतुर्थी | 22 जनवरी | शनिवार | सिंह राशि | उत्तरा फाल्गुनी | 10:38-14:06 | 16:30-31:14 |
पौष पंचमी | 23 जनवरी | रविवार | कन्या राशि | उत्तरा फाल्गुनी | 07:14-11:09 |
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कन्या राशि | हस्त | 11:09-31:13 |
पौष - षष्ठी | 24 जनवरी | सोमवार | कन्या राशि | हस्त | 15:57-16:07 | 27:47-31:07 |
विवाह मुहूर्त 2022: फरवरी | |||||
महीना-तिथि | डेट | दिन | राशि | नक्षत्र | समय अवधि |
माघ-चतुर्थी | 4 फरवरी | शुक्रवार | मीन राशि | उत्तरभाद्रपद | 15:57-16:07 | 27:47-31:07 |
माघ-पंचमी | 5 फरवरी | शनिवार | मीन राशि | उत्तरभाद्रपद | 07:07-16:08 |
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मीन राशि | रेवती | 16:08-31:07 |
माघ षष्ठी | 6 फरवरी | रविवार | मीन राशि | रेवती | 07:07-16:22 |
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मेष राशि | अश्विनी | 17:58-31:06 |
माघ-सप्तमी | 7 फरवरी | सोमवार | मेष राशि | अश्विनी | 07:06-18:58 |
माघ-अष्टमी | 9 फरवरी | बुधवार | वृषभ राशि | रोहिणी | 24:23-31:04 |
माघ-नवमी | 10 फरवरी | गुरुवार | वृषभ राशि | रोहिणी | 07:04-18:48 |
माघ-द्वितिया | 18 फरवरी | शुक्रवार |
सिंह राशि/ कन्या राशि
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उत्तराफाल्गुनी | 16:42-30:56 |
माघ-तृतीया | 19 फरवरी | शनिवार | कन्या राशि | उत्तराफाल्गुनी | 06:56-10:16 |
विवाह मुहूर्त 2022: अप्रैल | |||||
महीना-तिथि | डेट | दिन | राशि | नक्षत्र | समय अवधि |
चैत्र-चतुर्दशी | 15 अप्रैल | शुक्रवार | कन्या राशि | उत्तराफाल्गुनी | 05:56-07:55 |
चैत्र-पूर्णिमा | 16 अप्रैल | शनिवार | कन्या राशि | चित्रा | 14:21-26:44 |
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तुला राशि |
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27:56-29:54 |
चैत्र-प्रतिपदा | 17 अप्रैल | रविवार | तुला राशि | चित्रा | 05:54-07:16 |
चैत्र तृतीया | 19 अप्रैल | मंगलवार | वृश्चिक राशि | अनुराधा | 17:01-25:39 |
चैत्र चतुर्थी | 20 अप्रैल | बुधवार | धनु राशि | मूल | 24:29-29:50 |
चैत्र-पंचमी | 21 अप्रैल | गुरुवार | धनु राशि | मूल | 05:50-21:51 |
चैत्र षष्ठी | 22 अप्रैल | शुक्रवार | धनु राशि/मकर राशि | उत्तरषाढा | 20:14-29:48 |
चैत्र-सप्तमी | 23 अप्रैल | शनिवार | मकर राशि | उत्तरषाढा | 05:48-18:53 |
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मकर राशि | श्रवण | 18:53-29:47 |
चैत्र-नवमी | 24 अप्रैल | रविवार | मकर राशि | श्रवण | 05:47-14:22 |
चैत्र-द्वादशी | 27 अप्रैल | बुधवार | मीन राशि | उत्तरभाद्रपद | 17:05-17:36 |
विवाह मुहूर्त 2022: मई | |||||
महीना-तिथि | डेट | दिन | राशि | नक्षत्र | समय अवधि |
वैशाख-द्वितीय | 2 मई | सोमवार | वृषभ राशि | रोहिणी | 24:33-29:39 |
वैशाख तृतीया | 3 मई | मंगलवार | वृषभ राशि | रोहिणी | 05:39-16:14 | 18:38-20:31 |
वैशाख-अष्टमी | 9 मई | सोमवार | सिंह राशि | मघा | 17:56-19:53 | 25:01-29:34 |
वैशाख-नवमी | 10 मई | मंगलवार | सिंह राशि | मघा | 05:34-18:40 |
वैशाख-दशमी | 11 मई | बुधवार | सिंह राशि/कन्या राशि | उत्तराफाल्गुनी | 19:28-29:33 |
वैशाख एकादशी | 12 मई | गुरुवार | कन्या राशि | उत्तराफाल्गुनी | 05:33-07:18 |
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कन्या राशि | हस्त | 19:30-27:44 |
वैशाख-चतुर्दशी | 15 मई | रविवार | तुला राशि | स्वाती | 09:48-12:46 |
वैशाख-प्रतिपदा | 17 मई | मंगलवार | वृश्चिक राशि | अनुराधा | 07:17-10:46 |
वैशाख तृतीया | 18 मई | बुधवार | धनु राशि | मूल | 08:57-13:18 |
वैशाख चतुर्थी | 19 मई | गुरुवार | धनु राशि | मूल | 05:28-05:37 |
वैशाख-पंचमी | 20 मई | शुक्रवार | धनु राशि/मकर राशि | उत्तरषाढा | 05:28-25:18 |
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मकर राशि | श्रवण | 25:18-28:11 |
वैशाख षष्ठी | 21 मई | शनिवार | मकर राशि | श्रवण | 05:28-14:59 |
वैशाख एकादशी | 26 मई | गुरुवार | मीन राशि | रेवती | 15:50-23:50 |
वैशाख-द्वादशी | 27 मई | शुक्रवार | मेष राशि | अश्विनी | 05:25-11:48 |
ज्येष्ठ-प्रतिपदा | 31 मई | मंगलवार | वृषभ राशि | मृगशिरा | 19:19-24:33 |
विवाह मुहूर्त 2022: जून | |||||
महीना-तिथि | डेट | दिन | राशि | नक्षत्र | समय अवधि |
ज्येष्ठ-द्वितिया | 1 जून | बुधवार | मिथुन राशि | मृगशिरा | 05:24-13:00 |
ज्येष्ठ- षष्ठी | 5 जून | रविवार | सिंह राशि | मघा | 2:13-28:47 |
ज्येष्ठ- षष्ठी | 6 जून | सोमवार | सिंह राशि | मघा | 05:23-26:25 |
ज्येष्ठ-सप्तमी | 7 जून | मंगलवार | सिंह राशि | उत्तराफाल्गुनी | 27:49-28:26 |
ज्येष्ठ-अष्टमी | 8 जून | बुधवार | सिंह राशि/कन्या राशि | उत्तराफाल्गुनी | 05:23-20:00 |
ज्येष्ठ-नवमी | 9 जून | गुरुवार | कन्या राशि | हस्त | 25:49-28:26 |
ज्येष्ठ-दशमी | 10 जून | शुक्रवार | कन्या राशि/तुला राशि | चित्रा | 05:23-18:42 |
ज्येष्ठ-एकादशी | 11 जून | शनिवार | तुला राशि | स्वाती | 10:10-26:05 |
ज्येष्ठ-चतुर्दशी | 13 जून | सोमवार | वृश्चिक राशि | अनुराधा | 05:23-09:48 |
ज्येष्ठ- तृतीया | 17 जून | शुक्रवार | मकर राशि | श्रवण | 14:21-17:17 |
ज्येष्ठ-दशमी | 23 जून | गुरुवार | मेष राशि | अश्विनी | 07:20-09:09 | 21:42-28:52 |
ज्येष्ठ- | 24 जून | शुक्रवार | मेष राशि | अश्विनी | 05:25-08:04 |
विवाह मुहूर्त 2022: जुलाई | |||||
महीना-तिथि | डेट | दिन | राशि | नक्षत्र | समय अवधि |
आषाढ़-पंचमी | 4 जुलाई | सोमवार | सिंह राशि | मघा | 05:28-08:43 |
आषाढ़-सप्तमी | 6 जुलाई | बुधवार | कन्या राशि | उत्तराफाल्गुनी | 11:11-11:42 |
आषाढ़-अष्टमी | 7 जुलाई | गुरुवार | कन्या राशि | हस्त | 07:44-12:19 |
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कन्या राशि | चित्रा | 12:19-24:22 |
आषाढ़-नवमी | 8 जुलाई | शुक्रवार | तुला राशि | चित्रा | 05:30-12:13 |
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तुला राशि | स्वाती | 12:13-29:30 |
आषाढ़-दशमी | 9 जुलाई | शनिवार | तुला राशि | स्वाती | 05:30-11:25 |
14 जुलाई से 26 सितंबर 2022 तक मुहूर्त देवशयन काल के अंतर्गत आते हैं। इसलिए, यह उत्तरी भारत में मान्य नहीं होगा। | |||||
आषाढ़-प्रतिपदा | 14 जुलाई | गुरुवार | मकर राशि | उत्तरषाढा | 09:47-20:36 |
आषाढ़-पंचमी | 18 जुलाई | सोमवार | मीन राशि | उत्तरभाद्रपद | 25:16-29:35 |
आषाढ़ षष्ठी | 19 जुलाई | मंगलवार | मीन राशि | उत्तरभाद्रपद | 05:37-07:50 |
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मीन राशि | रेवती | 19:37-29:36 |
आषाढ़-सप्तमी | 20 जुलाई | बुधवार | मीन राशि | रेवती | 05:36-12:02 |
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मेष राशि | अश्विनी | 13:38-29:36 |
आषाढ़-अष्टमी | 21 जुलाई | गुरुवार | मेष राशि | अश्विनी | 05:36-12:19 |
आषाढ़-दशमी | 23 जुलाई | शनिवार | वृषभ राशि | रोहिणी | 19:03-29:38 |
आषाढ़ एकादशी | 24 जुलाई | रविवार | वृषभ राशि | रोहिणी | 05:38-22:00 |
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वृषभ राशि | मृगशिरा | 22:00-29:38 |
आषाढ़-द्वादशी | 25 जुलाई | सोमवार | वृषभ राशि/मिथुन राशि | मृगशिरा | 05:38-15:03 |
श्रवण-द्वितीय | 30 जुलाई | शनिवार | सिंह राशि | मघा | 19:00-29:42 |
श्रावण-तृतीया | 31 जुलाई | रविवार | सिंह राशि | मघा | 05:42-14:20 |
विवाह मुहूर्त 2022: अगस्त | |||||
महीना-तिथि | डेट | दिन | राशि | नक्षत्र | समय अवधि |
श्रवण-चतुर्थी | 1 अगस्त | सोमवार | सिंह राशि | उत्तराफाल्गुनी | 16:06-16:49 | 29:13-29:43 |
श्रवण-पंचमी | 2 अगस्त | मंगलवार | कन्या राशि | उत्तराफाल्गुनी | 05:43-17:29 |
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कन्या राशि | हस्त | 23:45-29:44 |
श्रवण षष्ठी | 3 अगस्त | बुधवार | कन्या राशि | हस्त | 05:44-18:24 |
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कन्या राशि | चित्रा | 18:24-29:44 |
श्रवण-सप्तमी | 4 अगस्त | गुरुवार | कन्या राशि/तुला राशि | चित्रा | 05:44-18:47 |
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तुला राशि | स्वाती | 18:47-29:07 |
श्रवण-अष्टमी | 5 अगस्त | शुक्रवार | तुला राशि | स्वाती | 16:36-18:37 |
श्रावण-एकादशी | 8 अगस्त | सोमवार | वृश्चिक राशि | मूल | 28:36-29:47 |
श्रवण-द्वादशी | 9 अगस्त | मंगलवार | वृश्चिक राशि | मूल | 05:47-12:18 |
श्रवण-त्रयोदशी | 10 अगस्त | बुधवार | वृश्चिक राशि/ मकर राशि | उत्तरषाढा | 09:39-29:48 |
श्रवण-चतुर्दशी | 11 अगस्त | गुरुवार | मकर राशि | उत्तरषाढा | 05:48-06-553 |
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मकर राशि | श्रवण | 06:53-10:39 | 20:51-28:07 |
श्रावण-तृतीया | 14 अगस्त | रविवार | मीन राशि | उत्तरभाद्रपद | 22:36-29:25 |
श्रवण-अष्टमी | 19 अगस्त | शुक्रवार | वृषभ राशि | रोहिणी | 25:43-29:53 |
श्रवण-नवमी | 20 अगस्त | शनिवार | वृषभ राशि | रोहिणी | 05:53-28:39 |
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वृषभ राशि | मृगशिरा | 28:39-29:53 |
श्रवण-दशमी | 21 अगस्त | रविवार | वृषभ राशि | मृगशिरा | 05:53-14:21 | 27:36-29:54 |
श्रावण-एकादशी | 22 अगस्त | सोमवार | मिथुन राशि | मृगशिरा | 05:54-07:41 |
भाद्रपद-प्रतिपदा | 28 अगस्त | रविवार | सिंह राशि/कन्या राशि | उत्तराफाल्गुनी | 21:56-29:58 |
भाद्रपद-द्वितिया | 29 अगस्त | सोमवार | कन्या राशि | उत्तराफाल्गुनी | 05:58-23:04 |
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कन्या राशि | हस्त | 23:04-29:17 |
भाद्रपद-तृतीया | 30 अगस्त | मंगलवार | कन्या राशि | हस्त | 15:33-24:04 |
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कन्या राशि | चित्रा | 24:04-27:31 |
भाद्रपद-चतुर्थी | 31 अगस्त | बुधवार | तुला राशि | चित्रा | 17:49-24:12 |
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तुला राशि | स्वाती | 24:12-29:59 |
विवाह मुहूर्त 2022: सितंबर | |||||
महीना-तिथि | डेट | दिन | राशि | नक्षत्र | समय अवधि |
भाद्रपद-पंचमी | 1 सितंबर | गुरुवार | तुला राशि | स्वाती | 05:59-24:12 |
भाद्रपद-अष्टमी | 4 सितंबर | रविवार | धनु राशि | मूल | 22:31-30:01 |
भाद्रपद-नवमी | 5 सितंबर | सोमवार | धनु राशि | मूल | 06:01-20:05 |
भाद्रपद-एकादशी | 6 सितंबर | मंगलवार | मकर राशि | उत्तरषाढा | 27:05-30:02 |
भाद्रपद-द्वादशी | 7 सितंबर | बुधवार | मकर राशि | उत्तरषाढा | 06:02-16:00 |
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मकर राशि | श्रवण | 16:00-21:27 | 27:39:30:03 | |
भाद्रपद-त्रयोदशी | 8 सितंबर | गुरुवार | मकर राशि | श्रवण | 06:03-13:46 |
अश्विन-प्रतिपदा | 26 सितंबर | सोमवार | कन्या राशि | हस्त | 27:09-30:12 |
देवशयनी एकादशी समाप्त
विवाह मुहूर्त 2022: नवंबर | |||||
महीना-तिथि | डेट | दिन | राशि | नक्षत्र | समय अवधि |
मार्गशीर्ष-द्वितीय | 25 नवंबर | शुक्रवार | धनु राशि | मूल | 18:09-28:58 |
मार्गशीर्ष तृतीया | 26 नवंबर | शनिवार | धनु राशि | मूल | 06:8-14:58 |
मार्गशीर्ष पंचमी | 28 नवंबर | सोमवार | मकर राशि | श्रवण | 10:29-30:55 |
मार्गशीर्ष-षष्ठी | 29 नवंबर | मंगलवार | मकर राशि | श्रवण | 06:55-08:38 |
विवाह मुहूर्त 2022: दिसंबर | |||||
महीना-तिथि | डेट | दिन | राशि | नक्षत्र | समय अवधि |
मार्गशीर्ष-अष्टमी | 1 दिसंबर | गुरुवार | मीन राशि | उत्तरभाद्रपद | 29:43-30:57 |
मार्गशीर्ष-दशमी | 2 दिसंबर | शुक्रवार | मीन राशि | उत्तरभाद्रपद | 06:57-29:50 |
मार्गशीर्ष-द्वादशी | 4 दिसंबर | रविवार | मेष राशि | अश्विनी | 07:04-27:40 |
मार्गशीर्ष-चतुर्दशी | 7 दिसंबर | बुधवार | वृषभ राशि | रोहिणी | 20:47-31:02 |
मार्गशीर्ष-पूर्णिमा | 8 दिसंबर | गुरुवार | वृषभ राशि | रोहिणी | 07:02-12:33 |
वृषभ राशि/मिथुन राशि | मृगशिरा | 12:33-31:02 | |||
मार्गशीर्ष-प्रतिपदा | 9 दिसंबर | शुक्रवार | मिथुन राशि | मृगशिरा | 07:02-14:59 |
मार्गशीर्ष-षष्ठी | 14 दिसंबर | बुधवार | सिंह राशि | मघा | 08:06-10:46 |
अब आप ऊपर दिए गए इन शुभ विवाह मुहूर्त और तिथियों में से अपने लिए वर्ष 2022 विवाह के लिए उपयुक्त दिन का चयन आसानी से कर सकते हैं। हालांकि किसी भी विवाह को सफल और कामयाब बनाने के लिए बेहद आवश्यक है कि लड़का और लड़की की कुंडली किसी विद्वान ज्योतिषी को अवश्य दिखाई जाये।
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विवाह मुहूर्त 2022 की गणना करते समय विचार किए जाने वाले महत्वपूर्ण कारक सौर और चंद्र मास
वैदिक ज्योतिष आधारित इस विवाह मुहूर्त 2022 (Shubh Vivah Muhurat 2022) का चयन करते समय, केवल सौर महीनों पर विचार किया जाता है। चातुर्मास या चार चंद्र महीनों की अवधि में भगवान विष्णु के सोने के बाद विवाह समारोह के लिए एकमात्र चंद्र महीने माना जाता है। मुहूर्त चिंतामणि के अनुसार, 2022 में विवाह समारोह (2022 Vivah Muhurat) करने का सबसे अनुकूल समय वह है जब सूर्य नीचे दी गई राशियों में से गोचर कर रहा होगा-
- मेष राशि
- वृषभ राशि
- मिथुन राशि
- वृश्चिक राशि
- मकर राशि
- कुंभ राशि
वहीं इसके विपरीत जब सूर्य नीचे दी गई राशियों में गोचर कर रहा हो तो विवाह समारोह के लिए समय अनुकूल नही होगा-
- कर्क राशि
- सिंह राशि
- कन्या राशि
- तुला राशि
- धनु राशि
- मीन राशि
धनु मास के दौरान विवाह वर्जित माने गए हैं। इस समय को खरमास के नाम से भी जाना जाता है।
शुभ नक्षत्र
विवाह समारोह (Shubh Vivah Muhurat 2022) के लिए 27 नक्षत्रों में से 11 नक्षत्रों को बेहद ही शुभ माना जाता है। ये नक्षत्र हैं-
1. रोहिणी नक्षत्र (चौथा नक्षत्र)
2. मृगशिरा नक्षत्र (पांचवा नक्षत्र)
3. मघा नक्षत्र (दसवां नक्षत्र)
4. उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र (बारहवां नक्षत्र)
5. हस्त नक्षत्र (तेरहवां नक्षत्र)
6. स्वाति नक्षत्र (पंद्रहवां नक्षत्र)
7. अनुराधा नक्षत्र (सत्रहवां नक्षत्र)
8. मूल नक्षत्र (उन्नीसवां नक्षत्र)
9. उत्तराषाढ़ नक्षत्र (इक्कीसवां नक्षत्र)
10. उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र (छब्बीसवां नक्षत्र)
11. रेवती नक्षत्र (सत्ताईसवाँ नक्षत्र)
ये नक्षत्र वर और वधू (लड़का-लड़की) को सुख, सहानुभूति, आपसी स्नेह, पुत्र, पौत्र और धन का आशीर्वाद देने के लिए जाने जाते हैं।
लेकिन ज्ञात रहे कि, माघ और मूल की पहली तिमाही और रेवती की आखिरी तिमाही को अशुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि यदि इस अवधि में शादी की जाये तो इससे विवाहित जोड़े के लिए मृत्यु का भय बना रहता है।
कई ज्योतिषियों के अनुसार, विवाह के लिए उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र से भी बचने की सलाह दी जाती है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि, भगवान राम ने इस नक्षत्र के दौरान ही देवी सीता से विवाह किया था, और उन्हें अपने विवाहित जीवन में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था।
विवाह के लिए निषेध योग
विवाह के लिए अशुभ माने जाने वाले 27 में से 8 योग नीचे बताये जा रहे हैं-
1. अतिगंडा योग (छठा योग)
2. शुल योग (नौवां योग)
3. गंडा योग (10वां योग)
4. व्याघाट योग (13वां योग)
5. व्यतिपात योग (17वां योग)
6. परिघ योग (19वां योग)
7. इंद्र योग (26वां योग)
8. वैधृति योग (27वां योग)
ऐसा माना जाता है कि, यदि वर और वधू उपर्युक्त योगों के दौरान विवाह बंधन में बंधते हैं, तो इसके परिणामस्वरुप वर या वधू की मृत्यु भी हो सकती है। सिर्फ इतना ही नही इन योगों में विवाह करने के कुछ अन्य दुष्परिणाम भी हो सकते हैं- जैसे, बीमारियों से पीड़ित पत्नी, या दूल्हा शराब पीने और मांस खाने जैसी अनुचित गतिविधियों में लिप्त हो सकता है।
इन 8 योगों के अलावा, अन्य 19 को विवाह समारोह के लिए पवित्र माने जाते हैं।
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विवाह के लिए शुभ दिन
2022 में विवाह तिथियों की सूची में से किसी एक का चयन करते समय सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार दिनों को अनुकूल माना जाता है, जबकि मंगलवार के दिन को विवाह समारोह के लिए अशुभ माना जाता है।
शुभ और अशुभ विवाह तिथि
अनुकूल तिथियाँ- द्वितीया तिथि, तृतीया तिथि, पंचमी तिथि, सप्तमी तिथि, एकादशी तिथि और त्रयोदशी तिथि
प्रतिकूल तिथियाँ- चतुर्थी तिथि, नवमी तिथि और चतुर्दशी तिथि
करण
विवाह समारोह में 4 करणों से बचना चाहिए-
- विष्टी करण
- शकुनी करण
- चतुष्पदा करण
- नाग करण
वहीं शुभ करणों की बात करें तो,
- किन्स्तुघना करण
- बावा करण
- बलवी करण
- कौलव करण
- तैतिला करण
- गारो करण
- वनिजा करण
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लग्न/आरोही राशि
लग्न, जिसे आरोही राशि या लग्न के रूप में भी जाना जाता है, को एक सफल और सुखमय विवाह के लिए जाना जाता है। 2022 में विवाह मुहूर्त (Shubh Vivah Muhurat 2022) का चयन शुभ लग्न के अनुसार ही किया जाना चाहिए क्योंकि यदि विवाह अशुभ लग्न के दौरान किया जाता है, तो यह विनाशकारी परिणामों को अपने साथ लेकर आ सकता है। नौकरी छूटना, व्यभिचारी पत्नी, या अस्थिर विवाहित जीवन इसके कुछ दुष्परिणाम हो सकते हैं।
जिन लग्नों को विवाह के लिए ज्यादातर शुभ माना जाता है वे हैं मिथुन राशि, कन्या राशि और तुला राशि।
शुक्र और बृहस्पति
विवाह से पहले शुक्र (शुक्र तारा) और बृहस्पति (गुरु तारा) पर विचार किया जाना चाहिए। बृहस्पति और शुक्र के अस्त होने पर विवाह सहित अधिकांश पवित्र और मांगलिक गतिविधियों से बचा जाता है। इसलिए, इस दौरान कोई विवाह समारोह नहीं किया जाना चाहिए।
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इसी आशा के साथ कि, शादी या विवाह मुहूर्त 2022 पर यह लेख आपके भविष्य के प्रयासों के लिए सहायक साबित होगा हम आपका एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
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