सूर्य गोचर 2022 तिथि और उपाय
वैदिक ज्योतिष में सूर्य को सभी ग्रहों के बीच राजा का दर्जा प्राप्त है क्योंकि यह सभी ग्रहों के बीचों-बीच स्थित है और प्राकृतिक तौर पर हमारे जनक हैं। यह किसी भी जातक के जीवन में पुरुष संबंधियों का कारक माना जाता है जैसे कि पिता, पति या फिर पुत्र। चूंकि सूर्य ग्रह को राजा का पद प्राप्त है इसलिए यह सरकारी संबंध और अधिकार को भी दर्शाता है।
जबकि सूर्य हमारे अंदर के 'मैं' और आत्मा का प्रतिनिधित्व करता है, वहीं हम एक मनुष्य के रूप में बाहरी तौर से अपने बाहरी 'मैं' और अहंकार का प्रदर्शन करते हैं। सूर्य किसी भी जातक के अंदर नेतृत्व की क्षमता पैदा करता है और साथ ही यह जातकों के अंदर नाम और यश अर्जित करने की प्रबल इच्छा जागृत करता है। सूर्य को वैदिक ज्योतिष में राजा माना जाता है, यही वजह है कि इसका राज्य, राजसी ठाठ-बाठ और समाज के उच्च पद पर आधिपत्य है। यह अच्छे स्वास्थ्य, जीवन शक्ति और कल्याण का भी प्रतीक माना गया है। एक मजबूत सूर्य मजबूत नेतृत्व गुणों वाले व्यक्ति को इंगित करता है।
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सूर्य किसी भी राशि में एक महीने के लिए गोचर करता है। यह सौर्यमंडल का एक महत्वपूर्ण ग्रह है और इसके गोचर का आपके और हमारे जीवन पर गहरा प्राभाव पड़ता है।
सूर्य गोचर का प्रभाव चंद्र राशि पर आधारित आपकी राशि के अनुसार आपके जीवन को किस तरह से प्रभावित करेगा, इसकी जानकारी निम्नलिखित है। सूर्य गोचर 2022 राशिफल में बताए गए सामान्य प्रभाव प्राचीन वैदिक ज्योतिष पर आधारित हैं। हालांकि ये जानकारियाँ आपके व्यक्तिगत कुंडली से कुछ अलग हो सकते हैं।
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इस तथ्य को समझना जरूरी है कि कुंडली के प्रत्येक राशि पर सूर्य के गोचर का अलग-अलग प्रभाव पड़ता है। कुंडली के जिस भाव में चंद्रमा स्थित रहता है उसे लग्न भाव कहा जाता है और इसी लग्न भाव से गोचर का विश्लेषण किया जाता है। सूर्य का तीसरे, छठे, दसवें और ग्यारहवें भाव में गोचर करना जातकों को सकारात्मक फल देता है। यहाँ एक बात ध्यान रखने योग्य है कि ग्रह के द्वारा राशि बदलने पर गोचर का प्रभाव भी हर बार बदलता है। सूर्य का किसी जातक के चंद्र राशि में गोचर करने से जातकों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ने की आशंका रहती है। इस दौरान कई स्वास्थ्य समस्याएँ जैसे कि उच्च रक्तचाप, दिल से जुड़ी बीमारी आदि जातकों को परेशान कर सकती हैं। सूर्य यदि किसी जातक के दूसरे भाव में गोचर करता है तो जातकों को मन में धन और व्यवसाय की हानि होने का भय सता सकता है। इस स्थिति में मित्रों से विवाद और अलगाव की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। सूर्य के चौथे भाव में गोचर करने से जातकों को शारीरिक और मानसिक कष्ट का सामना करना पड़ सकता है। इससे आपके जीवन में भ्रम पैदा हो सकता है और आपके साथ-साथ आपकी संतान को भी जीवन में कष्ट उठाना पड़ सकता है। आठवें भाव में सूर्य का गोचर जातकों को कानूनी समस्या, जेल, केस आदि जैसी समस्या दे सकता है और वहीं नौवें भाव में सूर्य की मौजूदगी सरकार और राज्य संबंधी समस्याओं में वृद्धि कर सकता है। सूर्य यदि दसवें भाव में हो तो जातक के अंदर सभी कार्यों को शीघ्रता से पूरा करने की क्षमता में विस्तार हो सकता है। ग्यारहवें भाव में सूर्य आपको अवसर प्रदान करता है, जबकि कुंडली के बारहवें भाव में होने पर यह शारीरिक परेशानी को बढ़ाता है।
सभी ज्योतिषीय आकलन आपके चंद्र राशि पर आधारित हैं। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें: चंद्र राशि कैलकुलेटर
सूर्य गोचर दिनांक और समय :
ग्रह | राशि से | राशि में | दिनांक |
सूर्य |
धनु | मकर | 14 जनवरी |
मकर | कुंभ | 13 फरवरी | |
कुंभ | मीन | 15 मार्च | |
मीन | मेष | 14 अप्रैल | |
मेष | वृषभ | 15 मई | |
वृषभ | मिथुन | 15 जून | |
मिथुन | कर्क | 16 जुलाई | |
कर्क | सिंह | 17 अगस्त | |
सिंह | कन्या | 17 सितंबर | |
कन्या | तुला | 17 अक्टूबर | |
तुला | वृश्चिक | 16 नवंबर | |
वृश्चिक | धनु | 16 दिसंबर |
मेष राशि
सूर्य गोचर भविष्यफल 2022 के अनुसार मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर अनुकूल रह सकता है। मेष राशि में सूर्य का गोचर मेष राशि के जातकों को करियर की बेहतर संभावनाएं लेकर आ सकता है। इसके अलावा सूर्य गोचर के दौरान आपकी पदोन्नति और वेतन में वृद्धि भी हो सकती है। साथ ही सूर्य के गोचर से आपको सरकारी अधिकारियों से कुछ लाभ हो सकता है और आप कुछ मुनाफे भरे व्यवसाय से जुड़े सौदे करने में भी सफल रह सकते हैं। आर्थिक दृष्टिकोण से भी देखा जाये तो यह गोचर आपको सकारात्मक फल देने वाला सिद्ध हो सकता है क्योंकि इस दौरान आप अपनी आमदनी में एक प्रकार की निरंतरता देख सकते हैं जिससे आपकी आमदनी में वृद्धि होगी। यह अवधि आपके करियर के लिहाज से बेहद अनुकूल रह सकती है। यही वजह है कि इस दौरान आप आर्थिक रूप से भी सुदृढ़ रह सकते हैं। आपको सलाह दी जाती है कि आप इस दौरान ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश करें क्योंकि आपको इसमें लाभ होने की प्रबल संभावना है। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से देखें तो इस अवधि में आपका स्वास्थ्य अच्छा रहने की संभावना है और साथ ही आप इस दौरान आशावादी रह सकते हैं। सूर्य गोचर के दौरान आप ऊर्जा और उत्साह से लबरेज रह सकते हैं। यदि आप किसी रोग से पीड़ित हैं तो आपको इस अवधि में उस रोग से छुटकारा मिल सकता है। हालांकि अगर प्रेम जीवन की बात की जाए तो इस अवधि में आपका प्रेम जीवन औसत रहने की संभावना है क्योंकि भाव के व्यवहार के अनुसार आप इस दौरान अपने साथी पर हावी होने की कोशिश करते नजर आ सकते हैं जिसकी वजह से आपके प्रेम जीवन में कुछ समस्या आ सकती है। ऐसे में आपको इस दौरान प्रेम जीवन में सजग रहने और विवादों से दूर रहने की सलाह दी जाती है।
उपाय: प्रतिदिन सुबह में रामरक्षा स्त्रोत का पाठ आपको अनुकूल परिणाम दे सकता है।
वृषभ राशि
सूर्य गोचर राशिफल 2022 के अनुसार वृषभ राशि के जातकों की कुंडली में सूर्य उनके चौथे भाव यानी कि सुख, ऐश्वर्य और माता के भाव का स्वामी माना जाता है। सूर्य गोचर के दौरान इस बात की आशंका है कि आपके माता को स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो सकती है जिसकी वजह से आपको इस दौरान अप्रत्याशित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि आप इस दौरान अपनी माता के स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखें। पेशेवर जीवन में सूर्य का यह गोचर वृषभ राशि के उन जातकों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है जो अपने कार्य में किसी बाधा का सामना कर रहे हैं क्योंकि इस दौरान आप अपने सभी कार्यों को बिना किसी बाधा या रुकावट के पूरा करने में सफल रह सकते हैं। आर्थिक लिहाज से देखा जाये तो इस दौरान आपके जीवनशैली की वजह से आपके खर्च में वृद्धि हो सकती है लेकिन यदि आप धैर्य से काम लें तो स्थिति के आपके अनुकूल हो सकती है और आप आर्थिक व पेशेवर तौर तरक्की कर सकते हैं। भविष्य में तरक्की की राह प्रशस्त होती नजर आ सकती है। वृषभ राशि के वह जातक जो व्यवसाय करते हैं, वे इस दौरान कुछ अच्छे लाभदायक सौदे करने में सफल रह सकते हैं। इस समय आपके स्वभाव में क्रोध की वृद्धि देखने को मिल सकती है। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि आप इस दौरान व्यर्थ के विवादों से स्वयं को दूर रखें। आशंका है कि इस अवधि में आपके ऊपर कार्य का भार बढ़ सकता है। ऐसे में आपको इस दौरान अपनी दिनचर्या को लेकर सजग रहने और इसकी योजना में बदलाव करने की जरूरत पड़ सकती है। चूंकि आपका चतुर्थ भाव भी इस दौरान प्रभावित रहेगा, ऐसे में, खासकर कार्यक्षेत्र में आपके द्वारा लिए जाने वाले महत्वपूर्ण फैसलों पर आपकी माता का प्रभाव देखने को मिल सकता है।
उपाय: तांबे के पात्र से प्रतिदिन सुबह में भगवान सूर्य को अर्घ्य दें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों की कुंडली में सूर्य आपके तीसरे भाव यानी कि संवाद, भाई-बहन और हिम्मत के भाव का स्वामी माना जाता है। इस दौरान आप कुछ महत्वपूर्ण और समझदारी से भरे फैसले लेते नजर आ सकते हैं जो आपकी संभावनाओं का विस्तार करने में सहायक सिद्ध हो सकता है। आपके इस फैसले से आपको प्राप्त होने वाले परिणामों में सुधार देखने को मिल सकता है और साथ ही इस दौरान आप अपने मित्र और रिश्तेदारों के बीच अपनी आर्थिक स्थिति का दिखावा करने के लिए पैसे खर्च करते नजर आ सकते हैं। हालांकि आपको सलाह दी जाती है कि आप इस दौरान अत्यधिक पैसे खर्च करने से बचें और इसके बदले आने वाले कठिन परिस्थिति के लिए धन संचय करना शुरू कर दें। आशंका है कि इस दौरान आप पर अत्यधिक कार्य बोझ रह सकता है जिसकी वजह से आप परेशान हो सकते हैं। वह जातक जो व्यवसाय करते हैं वे इस अवधि में व्यवसाय में तरक्की न होता देख तनावग्रस्त रह सकते हैं। वहीं रिश्तों के दृष्टिकोण से देखा जाए तो इस अवधि में आपका प्रेम जीवन सुखद रह सकता है। साथ ही इस दौरान आप अपने भाई-बहनों और दोस्तों के साथ ज्यादा समय बिताते नजर आ सकते हैं। विवाहित जातकों को इस अवधि में वैवाहिक जीवन में अनुकूल परिणाम मिलने की संभावना है। स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं और गोचर के दौरान आपको घुटने और पेट के निचले हिस्से में तकलीफ रहने की आशंका है। स्वास्थ्य के लिहाज से आपको इस गोचर के दौरान सजग रहने और सही खानपान लेने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस अवधि में आपको गले और आंख से जुड़ी छोटी-मोटी समस्या तकलीफ दे सकती है।
उपाय: प्रतिदिन सुबह में सूर्य यंत्र का ध्यान करें।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों की कुंडली में सूर्य उनके दूसरे भाव यानी कि परिवार, धन और संवाद के भाव का स्वामी माना जाता है। ऐसे में जब सूर्य आपकी राशि से गोचर करेगा तब आपको छोटी-मोटी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आपको सलाह दी जाती है कि इस अवधि में ऐसा कुछ भी खाने से परहेज करें जिससे आपको एलर्जी होने का भय हो। आशंका है कि इस अवधि में आपके अंदर अहंकार की भावना पैदा होगी और आपकी भाषा में कड़वाहट देखने को मिलेगा। आपके निजी व्यवहार के चलते आपके घर में कोई विवाद भी हो सकता है। इन सब चीजों की वजह से आपके जीवनसाथी को इस दौरान सबसे ज्यादा भुगतना पड़ सकता है, ऐसे में आपको सुझाव दिया जाता है कि आप इस अवध में अपने जीवनसाथी की भावनाओं का सम्मान करें और उनके सुझावों को महत्व दें। कर्क राशि के जातक इस अवधि में भविष्य में लाभ प्राप्त करने के लिए निवेश कर सकते हैं जिससे उन्हें सकारात्मक परिणाम प्राप्त होने की प्रबल संभावना है। इस गोचर के दौरान कोई ऐसा बड़ा खर्च होने की आशंका न के बराबर है जो आपको वित्तीय तौर पर परेशान करे। समाज में इस दौरान आपको अपने लिए एक प्रकार का अपनत्व देखने को मिल सकता है। आपको सलाह दी जाती है कि इस अवधि का फायदा उठाते हुए आप अपने लिए संभावनाओं के और भी द्वार खोलें। स्वास्थ्य के लिहाज से देखा जाये तो गोचर की ज़्यादातर अवधि में आपका स्वास्थ्य अच्छा रहने की संभावना है। संभावना है कि कोई भी बड़ी स्वास्थ्य समस्या आपको इस गोचर के दौरान परेशान नहीं करेगी और आप इस दौरान उत्साहित नजर आ सकते हैं।
उपाय: पिता, पिता तुल्य लोगों और सरकारी कर्मियों का सम्मान करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य उनके लग्न भाव का स्वामी है। ऐसे में साल 2022 में सूर्य का गोचर आपकी राशि में होगा तो संभावना है कि यह आपके लिए अनुकूल परिस्थितियां पैदा करेगा। इस दौरान आपका सामाजिक जीवन सुखद रहने की संभावना है और साथ ही आप इस अवधि में यश, सम्मान और ख्याति अर्जित करने में सफल रह सकते हैं। आपके व्यक्तित्व में निखार आने की संभावना है और लोग आपकी तरफ आकर्षित हो सकते हैं। आपका जीवन इस गोचर की अवधि में स्थिर रहने की संभावना है और आप ऐसा महसूस कर सकते हैं कि आपके कार्य कुशलता और ऊर्जा में वृद्धि हुई है। इस दौरान आप अंदर से जोश से भरे हुए रह सकते हैं। इसके बावजूद आपको सलाह दी जाती है कि बात करते वक्त भाषा और शब्दों पर नियंत्रण रखें क्योंकि आशंका है कि आप जोश-जोश में कुछ आईओसा बोल जाएं जिससे आपके मित्र या शुभचिंतक आपसे नाराज हो जाएं। इसलिए इस गोचर के दौरान सिंह राशि के जातकों के लिए सबसे महत्वपूर्ण और ध्यान देने योग्य बात यह है कि वे संवाद करते वक्त सजग रहें। सिंह राशि के विवाहित जातक इस अवधि में अपने जीवनसाथी के साथ कहीं घूमने जा सकते हैं। इस गोचर में आपका वैवाहिक जीवन सुखद रहने की संभावना है। इस गोचर के दौरान आप अपने कार्यों में निडर और असाधारण रूप से साहसिक कार्य करते नजर आ सकते हैं लेकिन आपको सलाह दी जाती है कि आप अपनी इस विशेषता का सही दिशा में इस्तेमाल करें अन्यथा यह आपके छवि को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
उपाय: रोज सूर्य नमस्कार करें।
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कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के जीवन में सूर्य का गोचर नकारात्मक फल देने वाला सिद्ध हो सकता है और इस दौरान आप आर्थिक, सामाजिक और स्वास्थ्य के लिहाज से कमजोर हो सकते हैं। आशंका है कि इस गोचर के दौरान आप अपने कार्यस्थल पर विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा। हो सकता है कि इस अवधि में आपको अपने कार्यस्थल में किसी प्रकार के बदलाव का सामना करना पड़े या फिर आपका स्थानांतरण हो जाए। आपको सलाह दी जाती है कि इस गोचर की अवधि में आप धैर्य रखें और स्वयं को शांत रखने की कोशिश करें अन्यथा मानसिक समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। आर्थिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो इस दौरान आपको कुछ अपरिहार्य खर्चों का सामना करना पड़ सकता है लेकिन आपको इसके लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह समय जल्द ही बीत जाएगा। आशंका है कि इस गोचर की अवधि में आपको मानसिक शांति ढूँढने में संघर्ष करना पड़ सकता है क्योंकि स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं जो कि आपके मानसिक तनाव की वजह बनेगा। आपको सलाह दी जाती है कि इस अवधि में आप कोई भी फैसला हड़बड़ी में लेने से बचें अन्यथा बाद में आपको इसका पछतावा हो सकता है। भावनात्मक दबाव में वृद्धि हो सकती है। विदेश जाने के प्रबल योग बन रहे हैं। हालांकि यह अवधि कन्या राशि के ज़्यादातर जातकों के लिए उतना बेहतर नहीं रहने की आशंका है लेकिन ऐसे जातक जो देश से बाहर रह रहे हैं और कार्यरत हैं, उनके लिए यह समय अनुकूल रह सकता है।
उपाय: दान-पुण्य करें - सूर्य को मजबूत करने के लिए रविवार के दिन गेहूं, गुड़, गहरे सिंदूर रंग के वस्त्र दान करें।
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तुला राशि
तुला राशि एक पुरुष और वायु तत्व की राशि है। यह राशि संतुलित पैमाने का प्रतीक है, यह बाजार में उपयोग किए जाने वाले उस तराजू के जैसा है जो एक व्यापारी द्वारा ग्राहक को पेश किया जाता है ताकि विक्रेता और खरीदार दोनों के लिए उचित मूल्य सुनिश्चित हो सके। वहीं दूसरी तरफ सूर्य बिना यह देखे कि कौन गरीब है, अमीर है या फिर कौन चोर है और कौन संत है, सभी को बराबर रोशनी देता है। सूर्य तुला राशि में नीच का हो जाता है। इसकी एक और वजह यह भी है कि सूर्य और शुक्र एक दूसरे से बैर रखते हैं। इसलिए सूर्य का तुला राशि में गोचर होने से तुला राशि के जातकों का अपने उच्च लक्ष्यों को प्राप्त करने से ध्यान भटक सकता है। वहीं इस दौरान तुला राशि के कुछ जातकों को इस गोचर के दौरान अपने रिश्ते में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और साथ ही आपके अंदर अपने साथी के साथ चीजों को सही करने या फिर समझौता करने के प्रयासों में भी कमी आ सकती है। कुछ जातकों को इस अवधि में अपनी भावनाओं या फिर इच्छाओं को प्रकट करने में परेशानी महसूस हो सकती है, साथ ही भौतिक सुखों में भी आपको कम आराम महसूस हो सकता है। सूर्य आपके ग्यारहवें भाव यानी कि मित्रता के भाव का स्वामी है। चूंकि सूर्य आपकी राशि में नीच हो जाता है, यह दर्शाता है कि इस अवधि में दोस्तों के साथ समय बिताना आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण रह सकता है और जितना अधिक आप उनके साथ मेलजोल करेंगे और अच्छा समय बिताएंगे, आपको उतना ही सकारात्मक फल इस अवधि में प्राप्त होगा। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से देखा जाए तो इस दौरान आपको त्वचा से जुड़ी समस्या हो सकती है। आपको सलाह दी जाती है कि आप इस अवधि में ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं और शरीर में पानी की कमी न होने दें।
उपाय: अत्यधिक नमक और चावल का किसी भी रूप में सेवन करने से परहेज करें।
वृश्चिक राशि
सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर होने से वृश्चिक राशि के जातकों को इस अवधि में अपने धन को वापस प्राप्त करने में सहायता मिल सकती है। पेशेवर जीवन के दृष्टिकोण से देखा जाए तो वृश्चिक राशि के वह जातक जो अपने घर से दूर कार्यरत हैं उन्हें इस अवधि में घर के नजदीक ही किसी नौकरी का प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। सरकारी नौकरी मिलने के भी योग बन रहे हैं। इसके अलावा यह अवधि वृश्चिक राशि के जातकों के लिए आर्थिक और शिक्षा के दृष्टिकोण से भी लाभदायक रहने की संभावना है। इस दौरान आप अपने जीवन में अनेकों बदलाव देख सकते हैं। सूर्य गोचर के दौरान आपके स्वभाव में आवेग की वृद्धि हो सकती है। इस दौरान आपका आपके जीवनसाथी के साथ किसी विचार को लेकर हल्का-फुल्का मतभेद हो सकता है जिसकी वजह से आपके संबंधों में खटास आने की आशंका है। इस अवधि में आपकी योजनाएं आपके जीवन में बदलाव लाने में सक्षम हैं इसलिए धैर्य रखें और किसी भी योजना पर कार्य करने से पहले अच्छे से सोच विचार लेना आपके लिए फायदेमंद सिद्ध हो सकता है। आशंका है कि इस दौरान कार्यक्षेत्र में आपके लिए चीजें आसान नहीं रहेगी जिसकी वजह से आपके तनाव में वृद्धि हो सकती है। आपके अंदर अहंकार की वृद्धि हो सकती है जिसकी वजह से आपकी वाणी पर प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि धैर्य रखें और भविष्य की चिंता में डूबने के बजाय परिस्थिति का सामना करें। इस दौरान आपको अपने पिता और पिता तुल्य व्यक्तियों का पूरा सहयोग प्राप्त होने की संभावना है। वृश्चिक राशि के वह जातक जो सरकारी नौकरी में हैं, उन्हें इस अवधि में कार्यस्थल पर लाभ प्राप्त होने की प्रबल संभावना है। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से आपको इस अवधि में सजग रहने की सलाह दी जाती है और साथ ही तनाव और व्यर्थ की चीजों को सोचने की आदत को कम करने के लिए अच्छी नींद लें और खानपान का ध्यान रखें। इस गोचर काल में आपको बुखार और सिरदर्द की शिकायत रह सकती है।
उपाय: सूर्य देवता को प्रसन्न करने के लिए रोजाना आदित्य हृदय स्त्रोत या गायत्री मंत्र का जाप करें।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों की कुंडली में सूर्य उनके नौवें भाव भाव यानी कि भाग्य भाव का स्वामी है। इससे यह बात बहुत ही स्पष्ट है कि इस गोचर का सबसे अधिक लाभ आपको ही होने की संभावना है। कोई रुका हुआ कार्य दोबारा शुरू हो सकता है। इस गोचर काल में आपका झुकाव आध्यात्मिक क्रियाकलापों की तरफ रह सकता है और साथ ही धार्मिक विधि-विधानों में भी आपकी रुचि जग सकती है। आपको इस अवधि में किसी लंबी दूरी के यात्रा पर जाना पड़ सकता है जो कि आपके लिए काफी लाभदायक भी सिद्ध होगा। हालांकि दूसरी तरफ इस यात्रा से आपके स्वभाव में क्रोध और आवेग की वृद्धि देखने को मिल सकती है। इसकी वजह से आप इस गोचर काल में दूसरों का ध्यान खींचने की कोशिश करते नजर आ सकते हैं और साथ ही अन्य लोगों पर हावी होने की कोशिश भी कर सकते हैं। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि आप इस दौरान आनन-फानन में कोई भी फैसला लेने से बचें और साथ ही चीजों पर हावी होने के व्यवहार में बदलाव लाएं क्योंकि यह निकट भविष्य में आपको नकारात्मक फल दे सकता है। धनु राशि के छात्र इस दौरान अपनी पढ़ाई पर ध्यान लगाने में सक्षम रह सकते हैं जिसकी वजह से सफलता उनके कदम चूमेगी। आर्थिक लिहाज से यह अवधि संपत्ति में निवेश के लिए अनुकूल रहने की संभावना है। सूर्य गोचर की इस अवधि में आपके जीवन में मौजूद परेशानी आपके साहस, आत्मबल और सही दिशा में प्रयास से दूर हो सकती है। इस गोचर के दौरान भाग्य आपको सभी भौतिक चीजों से लाभ उठाने में मदद कर सकता है। यह गोचर आपके जीवन में सकारात्मकता और ऊर्जा का संचार करने वाला गोचर सिद्ध हो सकता है। ऐसे में इस अवधि का सही और सम्पूर्ण इस्तेमाल करें अन्यथा आप गलत निर्णय लेकर स्वयं का नुकसान भी कर सकते हैं।
उपाय: सूर्य देवता को रोज जल का अर्घ्य दें और सूर्य नमस्कार करें।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों की कुंडली में सूर्य उनके आठवें भाव यानी कि अनिश्चितता, अप्रत्याशित लाभ/हानि और बदलाव के भाव का स्वामी माना जाता है। ऐसे में आप इस गोचर के दौरान अप्रत्याशित उतार और चढ़ाव का सामना कर सकते हैं। चीजें इस समय आपके लिए अनिश्चित रह सकती हैं और आप इस दौरान स्वयं के व्यवहार और व्यक्तित्व में बदलाव महसूस कर सकते हैं। इस गोचर से आपके नेतृत्व क्षमता में निखार आ सकता है लेकिन दूसरी तरफ इसकी वजह से आपको स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। इस अवधि में आपके अंदर अपने पिता या पिता तुल्य व्यक्ति को स्वयं की काबिलियत दिखाने की इच्छा जागृत हो सकती है लेकिन आशंका है कि आप इस दौरान उन्हें प्रभावित करने के अपने इस प्रयास में असफल हो सकते हैं जिससे आपके अहम को चोट पहुंच सकती है। सूर्य गोचर के दौरान आपका अपने पिता और संबंधियों से किसी बात को लेकर विवाद भी हो सकता है। मकर राशि के वह छात्र जो शोध कर रहे हैं या फिर जो गूढ रहस्य या अध्यात्म से जुड़ी कोई पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें भी इस दौरान सकारात्मक नतीजे प्राप्त हो सकते हैं। आपको सलाह दी जाती है कि आप इस गोचर की अवधि में अपने जीवन में निरंतरता बनाए रखने के लिए गुस्सा, आवेग और हावी होने के अपने व्यवहार से परहेज करें। हालांकि गोचर की इस अवधि में आपको लगभग हर क्षेत्र में लाभ होने की संभावना है लेकिन इस दौरान आपके जीवनसाथी के साथ आपके रिश्तों में कुछ अड़चनें पैदा हो सकती हैं। इस गोचर के दौरान आप हर जगह खुद को मुखर करने की कोशिश करेंगे, खासकर अपने जीवनसाथी के साथ, और इससे रिश्ते में तनाव आने की संभावना है। जीवनसाथी से संवाद करते हुए आपको सजग रहने की जरूरत है। इस गोचर काल में आपको अपने पेशेवर जीवन में अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है।
उपाय: चप्पल-जूतों को छूने के बाद प्रत्येक बार हाथ जरूर धोएं। यह सूर्य के दुष्प्रभाव को कम करता है।
कुंभ राशि
सूर्य कुंभ राशि के जातकों के सातवें भाव यानी कि विवाह और साझेदारी के भाव का स्वामी माना जाता है। सूर्य गोचर से कुंभ राशि के जातकों को सकारात्मक फल प्राप्त होने की संभावना है। इस दौरान आपको अपने व्यवहार और आचरण में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकता है। इस दौरान आपके अंदर किसी भी कार्य को करने की प्रेरणा और हौसला मौजूद रह सकता है, साथ ही आप इस दौरान असीमित ऊर्जा से भरपूर रह सकते हैं। आप इस दौरान उन चीजों का उपयोग करते नजर आ सकते हैं जो आपने अपने पिछले अनुभव से सीखा है और इनकी मदद से आप इस अवधि में नए पेशेवर प्रयास शुरू कर सकते हैं। इस अवधि में आप अपने पहनावे और रहन-सहन को लेकर सजग रह सकते हैं और आप इस बात से काफी प्रभावित भी हो सकते हैं कि लोग आपकी छवि को लेकर कैसा महसूस कर रहे हैं जिसकी वजह से आप इस दौरान और भी आत्मकेन्द्रित हो सकते हैं। हालांकि यह आपको अपने क्रोध पर काबू रखने में मदद कर सकता है। वहीं वैवाहिक जीवन में मकर राशि के जातक अपने रिश्ते में कुछ विवाद का सामना कर सकते हैं। वहीं वे जातक जो साझेदारी में व्यवसाय करते हैं, उनका भी इस अवधि में अपने साझेदार से किसी बात को लेकर अनबन होने की आशंका है। हालांकि अगर आप अपने क्रोध पर इस अवधि में नियंत्रण रखने में सफल रहते हैं तो यह विवाद समय के साथ सुलझ भी सकता है। आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की भी सलाह दी जाती है क्योंकि इस अवधि में आपको चेहरे, पेट और त्वचा संबंधी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। सूर्य गोचर के दौरान यात्राओं से आपको उम्मीद अनुसार फल प्राप्त न होने की आशंका है। ऐसे में सूर्य गोचर के दौरान आप यात्रा से परहेज ही करें जब तक कि यात्रा करना आपके लिए बेहद जरूरी न हो। जल्दबाज़ी में कोई भी फैसला लेने से बचें अन्यथा मुसीबत में पड़ सकते हैं।
उपाय: अपने पिता की सेवा करें और उनका सम्मान करें। उन्हें तोहफे दें और उन्हें खुश रखने की कोशिश करें। उनके काम में उनका हाथ बटाएँ और जब भी मौका मिले उनका आशीर्वाद जरूर लें।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए सूर्य उनकी कुंडली के छठे भाव यानी कि दैनिक आमदनी, कर्ज और शत्रु के भाव का स्वामी है। ऐसे में इस गोचर के दौरान आप अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें क्योंकि इस समय आपको सर्दी-जुकाम की शिकायत रह सकती है। आप अपने कार्यस्थल पर थोड़ा सुस्त महसूस कर सकते हैं जिसकी वजह से पेशेवर जीवन में आपकी प्रतिष्ठा और प्रदर्शन नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकते हैं। आपको इस दौरान अपने दुश्मनों से भी सजग रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस अवधि में वह आपके खिलाफ कोई साजिश रच सकते हैं। आप इस दौरान अपने कार्य से छुट्टी लेने की भी योजना बना सकते हैं जिसका आप पूरा लुत्फ उठाते नजर आ सकते हैं। मीन राशि के वह जातक जो किसी कानूनी मामले में अदालत के चक्कर लगा रहे हैं, उन्हें इस अवधि खुशखबरी मिल सकती है क्योंकि सूर्य आपके छठे भाव का स्वामी है और लग्न भाव में विराजमान रहेगा। पुराने रोग तकलीफ दे सकते हैं और आपका स्वास्थ्य इस गोचर के दौरान आपके लिए एक चिंता का विषय रह सकता है। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि सूर्य गोचर के दौरान आप अपने खानपान का ध्यान रखें और अपनी दिनचर्या में कुछ अच्छी आदतें जैसे कि योग और व्यायाम को शामिल करें।
उपाय: राजसी दिखने वाले व्यक्ति, सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने और सरकार को धोखा देने से बचें। कर का भुगतान करें, नहीं तो इससे आपकी कुंडली में सूर्य कमजोर होगा।
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