कर्क राशिफल
दैनिक हिन्दी राशिफल (कर्क राशि) / Karka Rashifal
आज का दिन
कर्क दैनिक राशिफल आपको अपने नियमित कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त करने में मदद करेगा। यदि आपकी राशि कर्क है, या यूँ कहें कि आप कर्क राशि के जातक हैं, तो आपको इस कर्क राशिफल के द्वारा आपकी ज़िन्दगी से जुड़ी किसी भी घटना के होने से पहले निर्देशित किया जाएगा, जिससे आप किसी तरह की परेशानी में न फसें और अपनी असफलता को सफलता में बदल सकें। क्यूंकि यदि हमें किसी भी बुरे घटना के बारे में कोई जानकारी हो जाये, तो हम शायद खुद को पहले ही सावधान कर सकते हैं ताकि उस घटना के कारण किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचे। कर्क राशिफल का विश्लेषण करने के लिए पहले कर्क राशि के बारे में समझें:
कर्क- राशि चिन्ह
कर्क राशि चक्र की यह चौथी राशि होती है जो कि उत्तर दिशा की द्योतक है। यह एक चर राशि है जिसका विस्तार राशि चक्र के 90 से 120 अंश के अन्दर पाया जाता है। इसका राशि चिन्ह केकड़ा होता है, इसीलिए भावुकता, चंचलता, संवेदनशीलता और शीतलता इनके अंदर कूट-कूट कर भरी होती है।
कर्क राशि का संबंध जल तत्व से होता है। इस राशि का स्वामी चंद्रमा है और चंद्रमा को मन का स्वामी माना गया है इसीलिए कर्क राशि वाला व्यक्ति दूसरे की मनोभावनाओं को बिना बताए भी जान सकता है। इसके अन्तर्गत पुनर्वसु नक्षत्र का अन्तिम चरण, पुष्य नक्षत्र के चारों चरण और अश्लेशा नक्षत्र के चारों चरण आते हैं।
कर्क- शारीरिक बनावट
- कर्क राशि में जन्में जातक साधरण तौर पर सामान्य कद के होते हैं।
- इस राशि वालों के हाथ की बनावट चपटी होती है।
- इनकी उंगुलियां मोटी और हथेली कोमल होती है और साथ ही हथेलियों का उभार बहुत उन्नत होता है।
- इस राशि के जातक के गले, बाजू या इंद्रियों पर तिल का निशान होता है।
- इनके सिर पर भी तिल या चोट का चिन्ह होता है।
कर्क- व्यक्तित्व
कर्क राशि के लोग बहुत दृढ़ होते हैं और साथ में दुर्बल भी। इनकी मनःस्थिति परिवर्तनशील होती है। कर्क राशि वाले जातक अपनी शर्तों पर चलते हुए सज्जनता और विनम्रता का प्रदर्शन करते हैं। कर्क राशि वाले लोग भावुक होते हैं और दूसरों के जीवन से बहुत मतलब रखते हैं। इस राशि के लोगों को अपने जन्म स्थान से बेहद मोह होता है, पर चंद्रमा की वजह से इन्हें स्थान परिवर्तन करते रहना पड़ता है।
इस राशि के जातको को मान-सम्मान और आदर की चाह रहती है। कर्क राशि के लोगों को मूर्ख बनाना आसान नहीं होता है। ये लोग व्यक्ति, वस्तु और परिस्थितियों से बंध जाया करते हैं। ये चाहे जितनी ही लंबी यात्राएं क्यों न कर लें, इनका मन अपने घर लौटने का करते रहता है। ये लोग पुराने चित्रों, ग्रंथों आदि में विशेष रुचि रखते हैं।
कर्क राशि के लोग यदि किसी योजना को शुरू करते हैं तो उसे पूरा होने तक उसे नहीं छोड़ते। इनके लिए दूसरों के विचारों को पढ़ लेना बहुत आसान होता है। उन्हें दिन-रात आवश्यकताओं की पूर्ति का अभाव चिंतित रखता है।
कर्क राशि वाले लोग एक अच्छे और विश्वसनीय साथी होते हैं। ये लोग बहुत जल्दी रो देते हैं। इस राशि के जातक अपने बहुत से कामों के लिए स्त्रियों पर आश्रित रहते हैं। इस राशि के लोगों को जुआ नहीं खेलना चाहिए। ये लोग हमेशा सज्जन और अच्छा बनने का प्रयास करते हैं। इन्हें किसी भी तरह के विवाद के लिए अदालत जाना अच्छा नहीं लगता है।
कर्क- रुचियाँ/शौक
कर्क राशि के जातको को दो अलग तरह की रुचियां या शौक हो सकती हैं। पहला शौक लोगों से जुड़ा हुआ है जिसमें दूसरों की मदद करना, दान देना, अलग-अलग समाजसेवी संस्थाओं से जुड़ना, जरूरतमंद लोगों को अपना समय देना, जैसे कार्य होते हैं। दूसरा शौक, उन कामों से जुड़ा होगा जो उन्हें खुद को ख़ुशी और सुकून देगा जिसमें तैराकी, घुड़सवारी, नाटक और फिल्में देखना जैसे कार्य होते हैं।
कर्क- कमियां
- कर्क राशि वाले व्यक्ति अपने अनुसार निर्माण कराने के लिए पुराने विचारों और मान्यताओं का त्याग कर सकते हैं।
- इस राशि के जातक विरोधाभासों के प्रतीक होते हैं।
- यदि इनका कोई साथी या फिर मित्र इनके अनुसार नहीं चलता तो ये उसकी उपेक्षा भी कर सकते हैं।
- कर्क राशि के लोग बहुत कठोर, बहुत विनम्र और बहुत दुर्बल होते हैं।
- चंद्रमा से जुड़े होने के कारण इनका मन थोड़ी-थोड़ी देर में बदलता रहता है।
- इस राशि के जातकों की कुछ असंभव इच्छाएं होती हैं। इनकी भावनाएं एक छोटे बालक के जैसी होती हैं जो मांग पूरी न होने पर निराश हो जाते हैं।
- इन कमियों को दूर करने के लिए हिन्दू पद्धति में कर्क राशि के जातकों के लिए कुछ उपाय बताये गए हैं, जैसे- सोमवार का उपवास करना, सोलह सोमवार का व्रत या फिर सत्यनारायण, शिव दत्तात्रय या गणेश जी की पूजा लाभदायक रहेगी।
- अपनी कमियों से बचने और इन्हें सुधारने के लिए चंद्रमा का जाप भी उपयोगी रहेगा और कष्ट दूर रहेंगे।
- ऐसे लोगों को श्वेत वस्त्र, चांदी, घी, मोती, सफेद पुष्प, चावल, कपूर और सफेद वस्तुओं का दान करना लाभकारी है।
- मनोकांक्षा की पूर्ति के लिए 'ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्रमसे नमः' मंत्र का 11,000 जाप करना भी सहायक रहता है।
- अपने कमियों को खत्म करने के लिए कर्क राशि के जातकों को आलोचना, दूसरों की नकल, दिखावा आदि नहीं करना चाहिए।
कर्क- आर्थिक पक्ष
कर्क राशि के जातकों को पति या पत्नी की जायदाद और धन मिलने की संभावना होती है, लेकिन इसमें सफलता उन्हें अदालती करवाई के बाद ही मिलती है। इन्हें कभी-कभी यात्रा के बाद अपने व्यवसाय और धन की हानि उठानी पड़ती है। ये हानि इन्हें 14, 26 और 30 वर्ष की आयु में होने की संभावना होती है। कर्क राशि के लोग प्रकृति के अनुसार अन्तर्मुखी होते हैं और खुद के विचार और धन को किसी के सामने प्रकट नहीं करते। इनका मुख्य लक्षण असुरक्षा की भावना और धन संचय करने की इच्छा होती है। अपने धन को इस राशि के लोग कठिन समय के लिए बचा कर रखते हैं। इनके लिए पैसों का लेन-देन हानिकारक होता है।
कर्क- शिक्षा एवं व्यवसाय
कर्क राशि के जातक का चिकित्सा-शास्त्र से खास लगाव रहता है। दर्शनशास्त्र, अर्थशास्त्र, अभिनय, नर्सिंग, कानून, इंजीनियरिंग, ज्योतिष, गणित, प्रबंधकीय विषय आदि क्षेत्रों में मुख्य रूप से शिक्षा ग्रहण करते हैं। कर्क राशि के व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति को देखने के बाद यह बताया जा सकता है कि शिक्षा के किस क्षेत्र में वह अधिक सफलता प्राप्त करेगा।
कर्क राशि वाले जातक अपनी आजीविका का उपार्जन किसी वस्तु के व्यापार द्वारा कर सकते हैं। ये लोग मानसिक श्रम करने में अधिक विश्वास रखते हैं और इनकी कलात्मक कार्यों में अधिक रुचि रहती है। इस राशि के लोगों को उद्योग और व्यवसाय में विशेष सफलता मिलती है।
कर्क- प्रेम संबंध
- कर्क राशि वालों को प्रेम के मामले में गंभीरता पसंद है। उन्हें प्रेम का सस्तापन बिलकुल पसंद नहीं होता है।
- आदर्श और यथार्थवादी लोग कर्क राशि की ओर आकर्षित होते हैं।
- इस राशि के लोगों को कभी-कभी प्रेम के चक्कर में हानि उठानी पड़ जाती है। इसीलिए प्रेम के मामले में आप बहुत सावधानी से काम लें और अत्यधिक भावुक होने से बचें।
- किसी से भी वचनबद्ध होने से पहले हर बात के बारे में भली-भांति विचार और तुलना कर लें।
- इस राशि के लोग एकपक्षीय प्रेमी होते हैं और इनके लिए घर-परिवार से संबंधित चीज़ें सबसे ज्यादा महत्व रखती हैं।
- कर्क के अच्छे सहयोगी में वृश्चिक और मिथुन राशि के विपरीत लिंग हो सकते हैं।
- कर्क राशि के लोग प्रेम के मामले में किसी तरह का बंधन स्वीकार नहीं करते।
कर्क- विवाह और दांपत्य जीवन
कर्क राशि वाले जातको को अपने समान स्तर का जीवनसाथी चाहिए होता है। कर्क राशि के लोग स्वतंत्र रहना पसंद करते हैं। इन्हें पत्नी के अधिकार में या उसकी खुशामदी करना बिलकुल भी पसंद नहीं होता। यदि कर्क राशि वाले लोगों का जीवनसाथी इनके किसी काम में हस्तक्षेप करता है, तो यह इन्हें बिलकुल भी पसंद नहीं आता। ये लोग जिद्दी होते हैं जिसकी वजह से इन्हें तकलीफ उठानी पड़ती है। ये लोग व्यर्थ की बातचीत या फालतू के काम पसंद नहीं करते हैं। इन्हें पत्नी को देने के लिए भी समय नहीं होता। ये ईमानदार होते हैं जिसकी वजह से पैसा जमा नहीं कर पाते और पत्नी के आधीन रहते हैं।
कर्क- घर-परिवार
कर्क राशि के जातक के लिए अकेले रहकर उन्नति करना मुश्किल होता है अतः इन्हें विवाह करना बेहद आवश्यक है। इस राशि के जातकों के गृहस्थ जीवन में पति-पत्नी के बीच मतभेद नहीं रहता है। कर्क राशि वाले लोगों को अपने परिवार के बारे में बातें करना अच्छा लगता है। अपने माता-पिता और बच्चों के साथ उनकी खास रुचि होती है। समय, सुरक्षा और भोजन इनके लिए महत्वपूर्ण होता है। कर्क राशि के व्यक्ति की एक संतान बेहद गौरवशाली होती है और इनको बहुत सुख प्रदान करती है। ये लोग अपने प्रिय व्यक्तियों के लिए कुछ भी त्याग करने को तैयार होते हैं, लेकिन ये अपने त्याग को एहसान के रूप में जता देते हैं।
कर्क- इष्ट मित्र
- कर्क राशि के लोगों की वृषभ, मीन, वृश्चिक और कन्या राशि वाले लोगों के साथ अच्छी बनती है।
- इनके कर्क राशि वाले के साथ संबंध अच्छे नहीं होते क्योंकि ये एक-दूसरे की आलोचना करते रहते हैं।
- इनका मेष, तुला और मकर राशि वालों के साथ भी अच्छा संबंध नहीं रहता।
- इस राशि के जातकों का सिंह, धनु, कुंभ और मिथुन राशि वालों का साथ उदासीन रहता है।
- इनकी वृश्चिक और मीन राशि वालों से तब तक बनती है, जब तक ये एक-दूसरे का सम्मान करते हैं।
- वृषभ, कन्या और मकर राशि वालों के साथ अच्छा संबंध बनता है।
- मिथुन, तुला और कुंभ राशि वालों से इनकी अनुकूलता रहती है।
- कर्क राशि के लोगों कि मेष, वृषभ, तुला, वृश्चिक, मकर, कुंभ या मीन राशि वालों से शीघ्र शत्रुता हो जाती है।
कर्क- स्वास्थ्य और खान-पान
कर्क राशि वालों को छाती, स्तन, पेट, जठराग्नि और गुदा से संबंधित रोग होने का भय बना रहता है। इस राशि के अधिकांश जातक दुर्बल शरीर के स्वामी होते हैं। कभी-कभी ये दिखने में स्थूल शरीर के होते हैं लेकिन आंतरिक दृष्टि से बेहद कमज़ोर होते हैं। ये लोग उदर विकार, मानसिक दुर्बलता और पाचन क्रिया समस्या से परेशान रहते हैं। इन पर कभी-कभी कुंठा और मानसिक उद्वेग भी हावी हो जाता है। इस राशि के व्यक्ति का चंद्रमा निर्बल होता है इसीलिए इन्हें निद्रा रोग की समस्या भी रहती है।
कर्क राशि के कुछ लोगों को 42 से 49 वर्ष की आयु के बीच मूत्र से सम्बंधित रोग भी हो सकते हैं। अलग-अलग तरह के भोजन में इनकी स्वाभाविक रुचि होती है, लेकिन अधिक खाना-पीना इनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। कर्क राशि वालों के लिए मादक पदार्थ या फिर नमकीन चीजों का अत्यधिक सेवन हानिकारक है। यदि कर्क राशि में सूर्य पड़ता है तो इससे इस राशि वालों के पाचन क्रिया बिगड़ जाती है। इनके लिए रात्रि को भोजन भी रोग पैदा करने वाला हो सकता है। इनके स्वास्थ्य के लिए कम खाना ही उपयोगी रहता है।
जब भी कर्क राशि वालों पर किसी प्रकार का कष्ट बने, तो इन्हें खिरणी की जड़ या फिर “मोती” की अंगूठी को पास में रख लेना चाहिए।
कर्क- भाग्यशाली अंक
2 और 7 के अंक कर्क राशि के जातकों के लिए भाग्यशाली होते हैं। इसीलिए 2 अंक की श्रृंखला 2, 11, 20, 29, 38, 47..और 7 अंक की श्रृंखला 7, 16, 25, 34, 43, 52, 61, 70..इनके लिए शुभ होती हैं। इसके अलावा 3, 6, 8, 9 अंक सामान्य और 4 अंक अशुभ फलकारी होता है।
कर्क- भाग्यशाली रंग
अगर रंग की बात करें तो कर्क राशि वालों के लिए सफेद, हल्का नीला और क्रीम भाग्यशाली रंग होता है। इन रंगों के वस्त्र पहनने से मानसिक शांति रहती है। कर्क राशि वाले लोगों के लिए जेब में हमेशा सफ़ेद रूमाल रखना बहुत फायदेमंद होता है। सफ़ेद रंग को अपने कपड़ों में किसी न किसी रूप में अवश्य रखें।
कर्क- भाग्यशाली दिन
कर्क राशि का “चन्द्रमा” ग्रह से बहुत ही निकट संबंध होता है, इसीलिए “सोमवार” इस राशि के जातकों का भाग्यशाली दिन होता है। इसके साथ ही बुधवार और रविवार इनके लिए शुभ दिन होता है। जिस दिन मकर राशि का चंद्रमा हो, उस दिन इन्हें किसी भी महत्वपूर्ण काम को शुरू नहीं करना चाहिए। शुक्रवार का व्रत और शिव की उपासना इनके लिए सदैव लाभकारी होती है।
कर्क - भाग्यशाली रत्न
कर्क राशि वाले लोगों के लिए “मोती” भाग्यशाली रत्न होता है। इसीलिए चन्द्रमा खराब रहने पर इन्हें मोती पहनना चाहिए। आप 4 या 6 रत्ती का सच्चा मोती या 8-10 रत्ती का चंद्रमणि को चांदी में जड़वाकर पहन सकते हैं। कर्क राशि वाले यदि मोती को सोमवार के दिन शुभ मुहूर्त में चन्द्रदेव की उपासना के बाद धारण करें तो यह अधिक लाभप्रद रहता है। इस राशि के जातक के लिए पुखराज भी उपयोगी होता है। मंगल खराब होने पर इस राशि वाले व्यक्तियों को “मूंगा” धारण करना चाहिए।
ऊपर हमने कर्क राशिफल और कर्क राशि के जातकों से जुड़ी शारीरिक बनावट, व्यक्तित्व, शौक, कमियां, खूबियां, परिवार, प्रेम संबंध जैसे सभी पहलुओं को अच्छे से जाना। आशा करते हैं कि एस्ट्रोसेज द्वारा दी गयी जानकारी आपको कर्क राशि के लोगों को समझने में मददगार सिद्ध होगी।